वियनतियाने
व्यिंचन (लाओ: ວຽງຈັນ, अंग्रेज़ी: Vientiane) दक्षिणपूर्वी एशिया के लाओस देश की राजधानी और सबसे बड़ा शहर है। यह देश के पश्चिमोत्तरी भाग में मीकोंग नदी के किनारे पर स्थित है जो इस स्थान पर लाओस की थाईलैण्ड के साथ अंतर्राष्ट्रीय सीमा भी निर्धारित करती है।[2][3][4]
व्यिंचन ວຽງຈັນ / Vientiane | |
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राजधानी | |
देश | लाओस |
विभाग | व्यिंचन प्रशासितक्षेत्र |
स्थापना | 9वीं शताब्दी[1] |
क्षेत्रफल | |
• कुल | 3920 किमी2 (1,510 वर्गमील) |
ऊँचाई | 174 मी (570 फीट) |
जनसंख्या (2013 अनुमान) | |
• कुल | 7,83,000 |
• घनत्व | 200 किमी2 (500 वर्गमील) |
नामोपत्ति
"व्यिंचन" का नाम बौद्ध धर्म की धार्मिक भाषा पालि से उत्पन्न हुआ है, जो एक हिन्द-आर्य भाषा थी। इसमें "व्यिन्" का अर्थ लाओ भाषा में "नगरी" होता है जबकि "चन" का अर्थ संस्कृत के "चन्दन" शब्द से उभरा माना जाता है, अर्थात "व्यिंचन" का अर्थ "चन्दन की नगरी" था। प्राचीन लाओ शिला-अभिलेख भी इस बात की पुष्टि करते हैं। आधुनिक काल में कई लाओ लोगों में यह भी मान्यता है कि "चन" वास्तव में संस्कृत के "चन्द्र" शब्द से उपजा था, यानि शहर के नाम का अर्थ "चाँद की नगरी" है। यह इसलिए हुआ है क्योंकि संस्कृत के "चन्द्र" (लाओ में ຈັນທຣ໌) व "चन्दन" (लाओ में ຈັນທນ໌) दोनों का आधुनिक लाओ भाषा में संक्षिप्ति उच्चारण "चन" (लाओ में ຈັນ) ही है। लेकिन इस नगर को प्राचीन थाई भाषा स्रोतों ने "เวียงจันทน์" और कम्बोडिया के ख्मेर भाषा स्रोतों ने "វៀងចន្ទន៍" लिखा है, जिन दोनों का अर्थ "चन्दन" होता है, इसलिए "चन्दन की नगरी" ही शायद सही अर्थ था।[5][6]
अंग्रेज़ी में शहर को "Vientiane" लिखा जाता है। लाओस पर १९वीं और २०वीं शताब्दियों में फ़्रान्सीसी उपनिवेशी राज था और रोमन लिपि में यहाँ के स्थानीय नामों को फ़्रान्सीसी भाषा में लिखने-पढ़ने में आसानी रखने के लिए लिखा जाने लगा। उदाहरण के लिए फ़्रान्सीसी में 'च' की ध्वनि कठिन है और इस कारणवश उसके स्थान पर 'त' (t) लिखा जाने लगा।[7]