एयर इंडिया एक्सप्रेस उड़ान 1344
एयर इंडिया एक्सप्रेस उड़ान 1344 ने 7 अगस्त 2020 को दुबई अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र से भारत के केरल के कोड़िकोड शहर के कालीकट अंतर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र के लिए उड़ान भरी थी। कालीकट अंतर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र पर उतरते वक्त विमान फिसल कर एक घाटी में गिर गया और दो टुकड़ों में हो कर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान में 185 यात्रियों और छह चालक दल (कुल 191 व्यक्ति) सवार थे। दुर्घटना में दोनों पायलटों सहित सत्रह लोग मारे गए।[2][3][4][5][6]
एयर इंडिया एक्सप्रेस उड़ान 1344 | |
दुर्घटना सारांश | |
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तिथि | 7 अगस्त 2020 |
स्थल | कालीकट अंतर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र, करीपुर, कोड़िकोड, केरल, भारत 11°07′59″N 75°58′14″E / 11.13306°N 75.97056°E 75°58′14″E / 11.13306°N 75.97056°E |
यात्री | 185 |
कर्मीदल | 6 |
क्षति | 137 |
हताहत | 17 |
उत्तरजीवी | 174 |
संचालक | एयर इंडिया एक्सप्रेस |
पंजीकरण संख्या | VT-AXH[1] |
उड़ान उद्गम | दुबई अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र, दुबई, संयुक्त अरब अमीरात |
गंतव्य | कालीकट अंतर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र, करीपुर, कोड़िकोड, केरला, भारत |
यह विमान 13.7 साल पुराना था इसने अपनी पहली उड़ान 15 नवम्बर 2006 को भरी थी। विमान की कमान विंग कमांडर कैप्टन दीपक वसंत साठे के हाथ में थी, जो एयर इंडिया एक्सप्रेस में शामिल होने से पहले भारतीय वायुसेना के साथ एक परीक्षण पायलट थे। इनके साथ कप्तान अखिलेश कुमार, जो सह-पायलट थे।[1][1][7][8][9]
उड़ान और दुर्घटना
विमान ने यूटीसी के अनुसार 7 अगस्त 2020 14:14 (सार्व निर्देशांकित काल के अनुसार 10.14) में दुबई अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र से उड़ान भरी थी। इसे भारतीय मानक समय के अनुसार 7 अगस्त 2020 में 19:40 बजे (यूटीसी 14:10) कालीकट अंतर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र कोड़िकोड में उतरना था। वन्दे भारत अभियान के तहत यह कोरोनावायरस महामारी में अन्य देशों में फंसे लोगों को निकालने का प्रयास कर रहा था।[10][11]
विमान सफलता पूर्वक कालीकट अंतर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र के रनवे तक पहुंच गया था किन्तु केरला में मानसून होने के कारण रनवे भींगे थे और विमान फिसल कर 30 फीट गहरे घाटी में गिर कर और दो टुकड़ों में बंट गया।[12][13][14]
पीड़ित
दुर्घटना के समय कुल 184 यात्री, 5 विमान कर्मी दल, और 2 विमान चालक सवार थे। इनमेंं से दुर्घटना के कारण कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई, जिसमें दोनों पायलट शामिल हैं, और कई अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हुए।[15][16][17][18]
मृतक | जीवित बचे लोग[19] | कुल | ||||
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यात्री | कर्मी दल व चालक | कुल | यात्री | विमान कर्मी दल व चालक | कुल | |
17[20] | 2 | 19 | 167 | 5 | 172 | 191 |
बचाव अभियान
शुरुआती बचाव कार्यों के लिए स्थानीय पुलिस और अग्निशामकों को तैनात किया गया। गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल को निर्देश दिया कि वे जल्द से जल्द घटनास्थल पर पहुँचें और बचाव कार्यों में सहायता करें। कोचीन, मुंबई और दिल्ली से आपातकालीन प्रतिक्रिया दल, एयर इंडिया का विशेष सहायता दल ("एंगेल्स ऑफ एयर इंडिया" के रूप में भी जाना जाता है) को दुर्घटना स्थल पर भेजा गया। पीड़ितों का कालीकट के विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया गया।[21][22][23][24]
जांच पड़ताल
नागर विमानन महानिदेशालय ने दुर्घटना की जांच की है। विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (भारत) द्वारा एक जांच भी की जाएगी।[25] उड़ान अभिलेखक को अगले दिन बरामद किया गया था।[26]