कानपुर विमानक्षेत्र
कानपुर विमानक्षेत्र ((आईएटीए: KNU, आईसीएओ: VIKA)),[4][5][6] जिसका गणेश शंकर विद्यार्थी विमानक्षेत्र,[4][7] प्रस्तावित है, भारतीय राज्य उत्तर प्रदेश के कानपुर नगर के चकेरी स्थित एक विमानक्षेत्र है, जिसे मूल रूप से भारतीय वायुसेना के लिये बनाया गया था। यह विमानक्षेत्र कानपुर नगर से 17 किमी की दूरी पर स्थित है। वर्तमान में यहाँ से दिल्ली, अहमदाबाद, कोलकाता, बंगलुरू, हैदराबाद और मुम्बई के लिये सीधी उड़ाने हैं। [8]
कानपुर विमानक्षेत्र | |||||||||||||||
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विवरण | |||||||||||||||
हवाईअड्डा प्रकार | सार्वजनिक | ||||||||||||||
स्वामित्व | भारतीय वायुसेना | ||||||||||||||
संचालक | भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण | ||||||||||||||
सेवाएँ (नगर) | ▪ कानपुर▪ बुंदेलखंड | ||||||||||||||
स्थिति | चकेरी, उत्तर प्रदेश, भारत | ||||||||||||||
समुद्र तल से ऊँचाई | 410 फ़ीट / 126 मी॰ | ||||||||||||||
निर्देशांक | 26°23′58″N 80°25′37″E / 26.3994624°N 80.4269499°E | ||||||||||||||
मानचित्रसभी | |||||||||||||||
उड़ानपट्टियाँ | |||||||||||||||
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सांख्यिकी (अप्रैल 2017 - अक्टूबर 2018) | |||||||||||||||
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इतिहास
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान देश के पूर्वी हिस्से में एयर कैपेसिटी बढ़ाने के लिए साल 1944 में कानपुर के चकेरी में हैंगर का निर्माण कराया गया। यहां लिबरेटर, लैंकेस्टर, हरिकेन, टेम्पेस्ट और डकोटा जैसे बमवर्षक और लड़ाकू विमान पार्क होते थे।अगस्त- 1945 में जापान द्वारा मित्र देशों की सेना के सामने आत्मसमर्पण करने और शत्रुता समाप्त होने के बाद इस नंबर-322 रखरखाव इकाइयों को भंग कर दिया गया।इसके बाद रॉयल एयर फोर्स स्टेशन, कानपुर औपचारिक रुप से अस्तित्व में आ गया। 15 अगस्त 1947 को, भारत की आजादी के ऐतिहासिक दिन, विंग कमांडर रंजन दत्ता डीएफसी ने रॉयल एयरफोर्स से वायुसेना स्टेशन, कानपुर की कमान संभाली।
एयरलाइन तथा गंतव्य
वायुसेवाएं | गंतव्य | सन्दर्भ |
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स्पाइस जेट - बेंगलुरु, दिल्ली, अहमदाबाद, मुम्बई | [9] |
विस्तारीकरण
उपलब्ध सीमित विस्तार विकल्पों और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण द्वारा लागू प्रतिबंधों के कारण, वर्तमान टर्मिनल कानपुर में आने वाली बड़ी हवाई यातायात मांगों का सामना करने में सक्षम नहीं था जिस वजह से 6,000 वर्ग मीटर का एक नया टर्मिनल कानपुर प्रयागराज राष्ट्रीय राजमार्ग से 1.7 किमी अन्दर मवैया में बनाया गया है।[उद्धरण चाहिए] गूगल लोकेशन https://g.co/kgs/pybAWu
नए टर्मिनल में 03 (+03) हैंगर और 450 यात्रियों के लिए एक प्रतीक्षालय है,और इसकी राजमार्ग से चार लेन की कनेक्टिविटी है। यह एक 4-सितारा गृह (ग्रीन बिल्डिंग रेटिंग -सिस्टम इंडिया रेटेड) ऊर्जा कुशल भवन है जो आठ चेक-इन काउंटरों से सुसज्जित है।[10]
अब वाराणसी, जयपुर, हैदराबाद, पुणे, चंडीगढ़, अमृतसर, गोवा, बेंगलुरु और चेन्नई के लिए उड़ानें कानपुर से उपलब्ध होंगीं।
चित्र दीर्घा
- कानपुर विमानक्षेत्र के भीतर का दृश्य
- कानपुर से कोलकाता विमान
सन्दर्भ
बाहरी कड़ियाँ
कानपुर विमानक्षेत्र से संबंधित मीडिया विकिमीडिया कॉमंस पर उपलब्ध है। |