टकीला

मेक्सिको से मादक पेय

टकीला स्पानी उच्चारण: [teˈkila], एक आसवित पेय है जिसे नीले आगेव से तैयार किया जाता है। इसे मुख्य रूप से ग्वादलहारा के पश्चिमोत्तर में ६५ किमी की दूरी पर स्थित टकीला शहर के आस-पास के क्षेत्रों और पश्चिमी मैक्सिको के राज्य, जालिस्को की उच्चभूमि में स्थित लॉस अल्टोस में बनाया जाता है।

विभिन्न शैलियों के टकीला

टकीला के आस-पास के क्षेत्र में लाल ज्वालामुखीय मिट्टी विशेष रूप से नीले आगेव की खेती के लिए अनुकूल है और यहां हर साल 30 करोड़ से भी अधिक पौधों की खेती होती है।[1]

मैक्सिको के क़ानून के अनुसार टकीला का उत्पादन केवल जालिस्को राज्य और ग्वानाजुआटो, माइकोकैन, नयारित और तमॉलिपास के सीमित क्षेत्रों में ही किया जा सकता है।[2]

टकीला को अक्सर 38-40% अल्कोहॉल की मात्रा (76-80 प्रमाण) के साथ बनाया जाता है, लेकिन 35-55% के बीच अल्कोहॉल की मात्रा (70-110 प्रमाण) में भी इसका उत्पादन किया जा सकता है।[3] हालांकि अधिकांश टकीला 80 प्रमाण के होते हैं, लेकिन कई आसवक 100 प्रमाण तक बनाते हैं और उसके बाद पानी के साथ इसकी कडुवाहट को कम करते हैं। कुछ अन्य प्रतिष्ठित कंपनियां, इसे फीका करने के लिए बग़ैर अतिरिक्त पानी के, अल्कोहॉल को 80 प्रमाण तक आसवित करती हैं

इतिहास

"पिनास" या "अनानास" से भरा आसवनी अवन, टकीला के उत्पादन का पहला चरण.

टकीला का उत्पादन सबसे पहले 16वीं शताब्दी में टकीला शहर के पास हुआ था, जिसे सरकारी तौर पर 1656 [उद्धरण चाहिए] तक स्थापित नहीं किया गया था। 1521 में स्पैनिश के आने से बहुत पहले, एज़्टेक समुदाय के लोगों ने एगेव के पौधों से एक उफना हुआ मादक पेय बनाया, जिसे उन्होंने ऑक्ट्ली नाम दिया (बाद में सामान्यतः पूल्क के नाम से प्रचलित)। जब स्पैनिश अत्याचारी विजेताओं की अपनी ब्रांडी समाप्त होने लगी, तो उन्होंने उत्तरी अमेरिका के प्रथम देशी आसवित मद्यसार के उत्पादन के लिए, एगेव पेय का आसवन शुरू किया।[4]

क़रीब 80 साल बाद, लगभग 1600 के आस-पास, अल्टामिरा के मार्क्वी डॉन पेड्रो सैनशेज़ डि टेगल ने वर्तमान जलिस्को के क्षेत्रों में स्थित[उद्धरण चाहिए] शुरूआती कारखानों में[उद्धरण चाहिए], बड़े पैमाने पर टकीला का उत्पादन प्रारंभ किया। 1608 तक, न्यूवा गलेशिया के औपनिवेशिक गवर्नर ने उनके उत्पादों पर कर लगाना शुरू किया।[उद्धरण चाहिए]

आज जो टकीला लोकप्रिय है, उसका पहली बार बड़े पैमाने पर उत्पादन 18वीं शताब्दी के आरंभ में मेक्सिको के गुआदलजरा में किया गया।[उद्धरण चाहिए]

सउज़ा टकीला के संस्थापक और 1884-1885 तक टकीला गांव की नगरपालिका के अध्यक्ष डॉन सेनोबियो सउज़ा, संयुक्त राज्य अमेरिका[5] को टकीला निर्यात करने वाले पहले व्यक्ति थे। डॉन सेनोबियो के पोते डॉन फ़्रैंसिस्को ज़ेवियर ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का ध्यान उस समय आकर्षित किया, जब उन्होंने ये कहा कि "जहां एगेव नहीं हैं, वहां टकीला नहीं हो सकता!" उनके प्रयासों की वजह से यह प्रक्रिया शुरू हुई कि असली टकीला केवल जलिस्को राज्य से ही आ सकती है[उद्धरण चाहिए].

अर्वाचीन इतिहास

टकीला के निकट नीले एगेव क्षेत्र और शराब के प्राचीन कारख़ाने, विश्व विरासत सूची के भाग के रूप में अभिज्ञप्त हैं।

2002 के बाद से, विक्रेताओं द्वारा "अल्ट्रा प्रीमियम" और "सुपर प्रीमियम" कहलाने वाली, महंगी टकीला की बिक्री में 28 प्रतिशत वृद्धि हुई है।[उद्धरण चाहिए] डिस्टिल्ड स्पिरिट्स काउंसिल ऑफ द यूनाईटेड स्टेट्स की सूचना के अनुसार, यह 8.6 प्रतिशत प्रति वर्ष की औसत वृद्धि है।[उद्धरण चाहिए] एडम्स लिकर हैंडबुक पर आधारित IWSR के वर्ष 2007 की रिपोर्ट में दर्शाए गए अनुसार, 10 मिलियन डिब्बों से अधिक तक पहुंचते हुए, इनकी उम्मीद से ज़्यादा बिक्री हुई थी।[उद्धरण चाहिए] 1990 दशक के अंत और 2000 के प्रारंभ में, दुनिया भर में टकीला की लोकप्रियता बढ़ने से कॉर्पोरेट जगत की भी इसके प्रति रूचि बढ़ी.[उद्धरण चाहिए] परिणामस्वरूप इसके उल्लेखनीय विकास में शामिल हैं:

  • सितंबर, 2006 में ब्राउन-फ़ोरमैन द्वारा हेराड्यूरा की 776 मिलियन डॉलर में ख़रीद.[6]
  • 2006 में टकीला के लिए नया NOM (नार्मा अफ़िशियल मेक्सिकाना) (NOM-006-SCFI-2005) जारी किया गया था और अन्य परिवर्तनों के बीच, "एक्स्ट्रा अनेजो" या "अल्ट्रा-एजेड" नामक टकीला की एक नई क़िस्म प्रस्तुत की गई, जिसका कम से कम 3 वर्ष पुराना होना ज़रूरी है।[7]
  • भारी जमा पूंजी वाली फॉर्च्यून ब्रांड्स कंपनी द्वारा सउज़ा और एल टेसोरो ब्रांड की ख़रीदारी.[8]

हालांकि कुछ टकीला, परिवार के स्वामित्व वाले ब्रांड बन कर रह गए हैं, तथापि सर्वाधिक विख्यात टकीला ब्रांड, बड़ी बहुराष्ट्रीय कंपनियों के स्वामित्व में हैं। यद्यपि, मेक्सिको में क़रीब 100 से भी अधिक ऐसे शराब बनाने के कारख़ाने हैं, जो टकीला के नौ सौ से भी अधिक ब्रांड बनाते हैं और 2,000 से अधिक ब्रांड नाम पंजीकृत किए जा चुके हैं (2009 के आंकड़े[उद्धरण चाहिए])। इस वजह से, टकीला के प्रत्येक बोतल पर एक क्रम संख्या (NOM) अंकित किया जाता है, जिसमें टकीला का उत्पादन करने वाले शराब कारख़ाने का उल्लेख होता है। शराब बनाने के अनेक कारख़ानों की मौजूदगी के कारण, टकीला के कई ब्रांडों का उत्पादन एक ही स्थान से होता है।[7]

मेक्सिको की टकीला नियामक परिषद ने मूल रूप से स्वादिष्ट टकीला के लिए टकीला नाम के उपयोग की अनुमति नहीं दी थी।[9] 2004 में, परिषद ने स्वादिष्ट टकीला को टकीला कहे जाने की अनुमति देने का फ़ैसला किया, जिसका अपवाद है शुद्ध एगेव टकीला, जिसे स्वादिष्ट नहीं बनाया जा सका। [9]

जुलाई, 2006 में जलिस्को के टकीला इलाक़े में टकीला ले.925 नामक कंपनी द्वारा सीमित-संस्करण वाली टकीला प्रीमियम की एक लीटर वाली बोतल को 225,000 डॉलर में बेचा गया। टकीला की वह बोतल, दो किलो प्लेटिनम और सोने की बनी है। निर्माता को अब तक की सबसे महंगी शराब की बोतल बेचने के लिए गिनीज़ विश्व रिकार्ड से प्रमाण-पत्र मिला है।[10]

2008 में, मेक्सिकन वैज्ञानिकों ने 80-प्रमाण (40% अल्कोहॉल) टकीला को हीरे में बदलने की एक पद्धति खोज निकाली है। इस प्रक्रिया में टकीला को भाप में बदलने के लिए 800 डिग्री सेल्सियस (1,400 डिग्री फ़ा.) से भी अधिक गर्म करना शामिल है। टकीला कणों को एक सपाट और समतल इस्पात या सिलिकॉन ट्रे पर ठंडा किया जाता है। परिणामों से कई व्यावसायिक और औद्योगिक अनुप्रयोगों की आशा व्यक्त की गई है, लेकिन गहनों में इस्तेमाल के लिए ये काफ़ी छोटे (100-400 नै.मी.व्यास) हैं।[11]

2006 टकीला व्यापार अनुबंध

कटने के लिए तैयार एगावे पौधा

2003 में, मेक्सिको ने एक प्रस्ताव जारी किया, जिसके तहत मेक्सिको में उत्पादित सभी टकीला को, अन्य देशों में निर्यात करने से पहले, मेक्सिको में ही बोतलबंद किए जाने की अपेक्षा की गई।[12] मेक्सिकन सरकार ने कहा कि मेक्सिको में टकीला को बोतलों में भरने से इसकी गुणवत्ता की गारंटी मिल सकेगी.[12] संयुक्त राज्य अमेरिका की शराब कंपनियों ने कहा कि मेक्सिको अपने देश में बोतलबंद कार्य द्वारा रोज़गार के अवसर पैदा करना चाहता है।[12] अमेरिकी शराब कंपनियों ने यह भी दावा किया कि इस नियम से अंतर्राष्ट्रीय व्यापार समझौते का उल्लंघन होता है और यह दुनिया भर की सामान्य निर्यात परंपरा के अनुकूल नहीं है।[13] इस प्रस्ताव के परिणामस्वरूप कैलिफ़ोर्निया, अर्कान्सास, मिसौरी और केंटुकी के कारखानों में नौकरियां खोने की नौबत आ सकती थी, क्योंकि इन संयंत्रों में थोक में अमेरिका को निर्यात किए जाने वाले मेक्सिकन टकीला को बोतलबंद करने का काम संपन्न होता है।[13] 17 जनवरी 2006 को संयुक्त राज्य अमेरिका और मेक्सिको ने एक समझौते पर हस्ताक्षर किए, जो अमेरिका में टकीला के थोक आयात को अनुमत करता है।[13][14][15] इस अनुबंध ने अनुमोदित टकीला को बोतलबंद करने वालों की पहचान के लिए एक "टकीला बॉटलर्स रजिस्ट्री" का निर्माण किया और इस रजिस्ट्री पर निगरानी के लिए एक एजेंसी भी स्थापित की। [13]

NOM

टकीला नाम से विख्यात आसवित मादक पेय से संबंधित एगेव की उपलब्धता, उत्पादन, बोतलबंदी, विपणन, सूचना और व्यावसायिक प्रथाओं आदि से संबंधित सभी प्रक्रियाओं और गतिविधियों पर NOM लागू होता है। घोषणा में दिए गए संकेत अनुसार संघीय राज्यों और नगरपालिकाओं में उपजाए जाने वाले टकीलाना वेबर ब्लू प्रजाति का उपयोग करते हुए टकीला का उत्पादन किया जाना चाहिए। इसके अलावा, NOM, "टकीला" के मूल नाम के संरक्षण हेतु वर्तमान सामान्य घोषणा, क़ानून, औद्योगिक संपदा क़ानून, संघीय उपभोक्ता संरक्षण क़ानून और अन्य संबंधित क़ानूनी प्रावधानों के अनुसार, "टकीला" के मूल नाम के संरक्षण के लिए तकनीकी विनिर्देशों और क़ानूनी अपेक्षाओं को व्यवस्थित करता है।[3]

सभी प्रामाणिक, विनियमित टकीला की बोतलों पर NOM पहचान-चिह्न होंगे। 1990 के बाद से प्रमुख नियम, NOM-006-SCFI-1993 और बाद का अद्यतनीकृत NOM-006-SCFI-1994 और सबसे हाल का 2005 के अंत में संशोधित NOM-006-SCFI-2005 रहे हैं।

NOM के बाद की संख्या, सरकार द्वारा निर्धारित आसवन संख्या है। NOM, आसवन के स्थान का संकेत नहीं करती, केवल मूल कंपनी या - जहां कंपनी किसी संयत्र में जगह पट्टे पर देती है, उन मामलों में - भौतिक संयत्र का, जहां टकीला का उत्पादन किया जाता है, संकेत करती है।

TMA

TMA पर अधिक जानकारी के लिए, एगेव टकीलाना की प्रविष्टि देखें

TMA ("tristeza y muerte de agave ") एक अंगमारी है, जिसने टकीला के उत्पादन के लिए उगाए जाने वाले एगेव की उपज को कम किया है। इसके परिणामस्वरूप, पूरे 2000 दशक के प्रारंभिक वर्षों में इसके उत्पादन में कमी और क़ीमतों में बढ़ोतरी हुई और पौधौ की परिपक्वता की दीर्घावधि के कारण, आने वाले वर्षों में भी क़ीमतों पर असर जारी रहने की संभावना है।[16]

उत्पादन

2008 में टकीला और एगेव का उत्पादन. टकीला के लिए गहरा हरा और एगेव के लिए हल्का हरा रंग

एगेव पौधों की फसल काटने का तरीक़ा हस्तचालित प्रयास रहा है, जो आधुनिक कृषि प्रौद्योगिकियों द्वारा अपरिवर्तित और सैकड़ों वर्ष पुरानी पद्धति है। एगेव पौधे हाथ से बोए, देख-रेख और काटे जाते हैं।[17] इसकी फसल काटने वाले, "जिमदोर्स ", पौधों को उगाने और फसल काटने के बारे में कई पीढ़ियों का ज्ञान रखते हैं।[17] ये जिमदोर्स, तंग कतारों में फुर्ती से कार्य करने, मूल पौधे को बिना नुक्सान पहुंचाए हिजूलॉस (एगेव उपज) को उखाड़ने और पिनास (अनानास के लिए स्पैनिश शब्द) को साफ़ करने और कब प्रत्येक पौधा कटाई के लिए तैयार है, इसका निर्णय लेने में समर्थ होने चाहिए। बहुत जल्द करें, तो उनमें पर्याप्त शर्करा नहीं होती और काफी देर करें, तो पौधे अपनी शर्करा के प्रयोग से क्वाइओट (20-40 फुट ऊंचे डंठल) को बढ़ने देते हैं, जिनके ऊपरी हिस्से में बीज होते हैं, जो हवा से बिखरने लगते हैं। इन 40 से 70 पाउंड वज़न वाले पिनास को एक विशेष चाकू से काटा जाता है, जिसे कोआ कहते हैं।[18] उसके बाद उनके टुकड़े किए जाते हैं और दबाकर उनका रस निकाला जाता है और किण्वन टंकियों और हौज़ों में उन्हें डाला जाता है। कुछ टकीला कंपनियां, अभी भी पारंपरिक विधि (आर्टिसनल) का उपयोग करती हैं, जिसमें पिनास को एक टहोना (पत्थर का पहिया) से कुचला जाता है। इस मस्टो (एगेव रस और कभी-कभी रेशे) को, शर्करा से अल्कोहॉल में परिवर्तित होने के लिए, लकड़ी या स्टेनलेस स्टील की टंकियों में कई दिनों तक किण्वन के लिए रखा जाता है। प्रत्येक कंपनी अपने ख़मीर को एकदम गोपनीय रखती है।[17] किण्वित उत्पाद का बाद में आसवन किया जाता है, जिससे "आर्डीनरियो " नामक, एक धुंधला या दूधिया द्रव उत्पन्न होता है, जिस उत्पाद का दुबारा आसवन किया जाता है, ताकि साफ़ और सिल्वर टकीला तैयार हो। कुछ शराब के कारख़ानों में उत्पाद का तीसरी बार आसवन किया जाता है, ताकि तिहरा आसुत उत्पाद बने। उसके बाद टकीला को पतला किया जाता है और उसे "सिल्वर टकीला" के रूप में बोतलबंद किया जाता है, या उम्र बढ़ाने की प्रक्रिया के लिए उसे पीपों में भर दिया जाता है।

आम तौर पर, निम्नभूमि और उच्चभूमि के एगेव पौधो से तैयार टकीला के स्वाद में एक स्पष्ट अंतर होता है। उच्चभूमि पर उगाए गए एगेव पौधों में अपेक्षाकृत ज्यादा मिठास होती है, पर साथ ही इसको उगाने की प्रक्रिया के कारण, इसमें वानस्पतिक लक्षण भी होते हैं। हालांकि, 1999/2000 में एगेव की कमी के कारण हाल ही में यह अंतर धुंधला हो गया है। तब से, अधिकांश निम्नभूमि के उत्पादक, उच्चभूमि में ज़मीन किराए पर लेने लगे हैं और टकीला के उत्पादन के लिए दोनों क्षेत्रों के एगेव पौधों पर आधारित रहने लगे हैं।

फिर भी, अधिकांश एगेव पौधे पश्चिमोन्मुखी ढलान पर उगाए जाते हैं, ताकि उन्हें दिन भर धूप मिल सके। ये पौधे लंबे, चौड़े और रसीले होते हैं। निम्नभूमि पर उगाए गए एगेव पौधों में सहज स्वाद अधिक होता है और विशिष्ट रूप से ये छोटे होते हैं।[उद्धरण चाहिए]

टकीला की क़िस्में

मूल रूप से टकीला की दो क़िस्में होती हैं: मिक्सटॉस और 100% एगेव. मिक्सटॉस किण्वन की प्रक्रिया में 49% अन्य शर्करा का इस्तेमाल किया जाता है, जबकि शेष एगेव शर्करा का प्रयोग होता है। मिक्सटॉस में ग्लूकोज़ और फ़्रक्टोज़, दोनों प्रकार के शर्करा का उपयोग होता है।

100% एगेव टकीला में, आसुत एगेव का स्पष्ट स्वाद ऊपर रहते हुए ब्लैंको या प्लाटा कड़वा होता है, जबकि रेपोसेडो और अनेजो का स्वाद मीठा, गाढ़ा और अधिक मिश्रित होता है। पीपों में लंबे समय तक रखे गए अन्य मद्यसारों की तरह ही, टकीला में लकड़ी का स्वाद आ जाता है, जबकि अल्कोहॉल का कड़ुवापन कम हो जाता है। 100% एगेव टकीला के साथ स्वाद का मुख्य भेद है इसका आधार घटक, जो अनाज से उत्पादित मद्यसारों की अपेक्षा वानस्पतिक (और अक्सर अधिक मिश्रित) है।

आम तौर पर टकीला को पांच श्रेणियों में बोतलबंद किया जाता है:[7]

  • ब्लैंको ("व्हाइट") या प्लाटा ("सिल्वर") - सफे़द मद्यसार, पुराना किए बिना और आसवन के तुरंत बाद बोतलबंद या संग्रहित, या स्टेनलेस स्टील या निष्प्रभावी ओक के पीपों में दो महिने से कम समय के लिए रखे गए;
  • जोवेन ("यंग") या ऑरो ("गोल्ड") - रेपोसैडो और/या अनेजो और/या अतिरिक्त अनेजो टकीला के साथ सिल्वर टकीला के सम्मिश्रण का परिणाम है;
  • रेपोसैडो ("रेस्टेड") - ओक के पीपों में न्यूनतम दो महीने, लेकिन एक वर्ष से कम समय के लिए रखे गए;
  • अनेजो ("एज्ड" या "विंटेज") - ओक के पीपों में न्यूनतम एक वर्ष, लेकिन 3 वर्ष से कम समय तक रखे गए;
  • एक्सट्रा अनेजो ("एक्सट्रा एज्ड" या "अल्ट्रा एज्ड") - ओक के पीपों में न्यूनतम तीन वर्षों के लिए रखे जाते हैं। यह श्रेणी मार्च, 2006 में स्थापित की गई।

कालप्रभावन प्रक्रिया

ओक के बैरलों में टकीला को पुराना किया जाना

रेपोसैडो को 20,000 लीटर जितने बड़े बैरलों या लकड़ी के पीपों में रखा जाता है, ताकि मधुर और अधिक मिश्रित स्वाद तैयार हो। अधिमानित ओक, अमेरिका, फ्रांस और कनाडा से आता है और जहां वे सामान्यतः सफ़ेद ओक होते हैं, वहीं कुछ कंपनियां धूमवत् स्वाद के लिए लकड़ी को जलाना पसंद करती हैं, या ऐसे बैरलों का प्रयोग करते हैं, जिनका इस्तेमाल पहले किसी दूसरे शराब को जैसे (व्हिस्की, स्कॉच या वाईन) रखने के लिए किया गया हो। कुछ रेपोसैडो को लकड़ी के नए बैरलों में पुराना किया जा सकता है, ताकि इसी तरह लकड़ी का स्वाद और चिकनापन पा सके, लेकिन कम समय में.[19]

अनेजो को प्रायः रेपोसैडो को रखने के लिए इस्तेमाल किए गए बैरल में ही रखा जाता है। ये बैरल 600 लीटर से अधिक के नहीं होते, हालांकि अधिकतर लगभग 200 लीटर के बैरल में संग्रहित किए जाते हैं। अधिकांशतः प्रयुक्त बैरल, अमेरिका, फ्रांस, या कनाडा के व्हिस्की या बोरबॉन मद्यनिर्माण कारख़ानों से आते हैं (जिनमें सबसे लोकप्रिय है जैक डेनियल),[20] जिसके परिणामस्वरूप अनेजो टकीला का रंग गाढ़ा और मिश्रित स्वाद वाला होता है। चूंकि ज्यादातर लोगों[कौन?] का मानना है कि 4 साल पुराना टकीला सर्वश्रेष्ठ होता है, बैरलों में होने वाले वाष्पीकरण को कम करने के लिए, अनेजो को लकड़ी के बैरलों से बाहर निकाल कर, स्टेनलेस स्टील की टंकियों में रखा जा सकता है।[19]

कृमि

यह एक आम ग़लतफ़हमी है कि कुछ टकीला के बोतल में 'कीड़ा' शामिल होता है। साधारणतः ओक्साका राज्य के कुछ मेज़्कल (मादक द्रव्य) को कभी कॉन गुसानो के रूप में बेचे गए थे और वहीं से 1940 के दशक में एक विपणन हथकंडे के रूप में इसकी शुरूआत हुई। वास्तव में यह कीड़ा हाइपॉप्टा एगेविस कीड़े का डिंभक रूप होता है, जो एगेव पौधे में निवास करता है। संसाधन के दौरान पौधे में कीड़े का मिलना पर्याक्रमण का सूचक है और तदनुसार कम गुणवत्ता के उत्पाद को दर्शाता है। बहरहाल यह गलत धारणा बनी हुई है और टकीला को प्रीमियम के रूप में पेश करने के सारे प्रयासों और विपणन के बावजूद--जिस प्रकार ब्रांडी की तुलना में कॉगनैक को देखा जाता है, ठीक उसी प्रकार--कुछ ऐसे मौक़ापरस्त उत्पादक हैं, जो लाभ कमाने के लिए इन सीमाओं को धुंधला कर रहे हैं।[21]

ब्रांड

टकीला के कई ब्रांड हैं; कॉनसेजो रेग्युलेडर डेल टकीला की रिपोर्ट के अनुसार, यथा वर्ष 2008, 128 निर्माताओं के 901 पंजीकृत ब्रांड हैं।[22]

पेय टकीला

मेक्सिको में, टकीला को अक्सर सीधे पिया जाता है। कुछ क्षेत्रों में उत्कृष्ठ टकीला को सैंगरिटा के साथ पीने का प्रचलन है, जोकि एक खट्टा-मीठा, मसालेदार मद्यपान है जिसे आम तौर पर संतरे के रस, ग्रेनाडिने (या टमाटर का रस) और तीखी मिर्च से बनाया जाता है। बग़ैर नमक या नींबू के, बारी-बारी से समान मात्रा में टकीला और सैंगरिटा के घूंट लिए जाते हैं।[23]

मेक्सिको के बाहर टकीला का एक शॉट अक्सर नमक और नींबू के एक टुकड़े के साथ परोसा जाता है। इसे "टकीला क्रुडा" कहते हैं और कभी-कभी "ट्रेनिंग व्हील्स", "लिक-सिप-सक", "लिक-शूट-सक" के रूप में भी हवाला दिया जाता है (सामग्रियों के सम्मिश्रण के अनुरूप उसे संदर्भित किया जाता है)। टकीला पीने वाले अपनी हथेली की तर्जनी के नीचे वाले हिस्से को गीला करते हैं (आम तौर पर चाट कर) और उस पर नमक छिड़कते हैं। फिर हाथ के नमक को चाटते हैं, उसके बाद टकीला को पीते हैं और फल के टुकड़े को काटते हैं। पियक्कड़ों के समूहों के लिए एक साथ ऐसा करना, आम बात है। इस तरह से टकीला पीने को अक्सर ग़लती से टकीला स्लैमर भी कहा जाता है (जो वास्तव में टकीला और कार्बोनेटेड पेय का मिश्रण होता है)। हालांकि मेक्सिकन पारंपरिक शॉट सीधा टकीला होता है और जब चेज़र का इस्तेमाल किया जाता है, तब पसंदीदा फल नींबू होता है।[24] यह माना जाता है कि नमक टकीला की "जलन" को कम करता है और खट्टे फल स्वाद को संतुलित और बढ़ा देते हैं। जर्मनी और कुछ अन्य देशों में टकीला ऑरो (गोल्ड) का सेवन अक्सर पहले दालचीनी और बाद में नारंगी की फांकों के साथ किया जाता है, जबकि टकीला ब्लैंको (सिल्वर) का सेवन नमक और नींबू के साथ किया जाता है। अंततः, दूसरे लोकप्रिय शराब जैसे ही, अनेक प्रकार के शॉट संबंधित ड्रिन्किंग गेम्स और "स्टंट" ड्रिन्क्स होते हैं, जैसे कि बॉडी शॉट.

यह ध्यान में रखा जाए कि कई उच्च गुणवत्ता वाले 100% एगेव टकीला में अल्कोहॉल की जलन नहीं होती है और नमक और नींबू के साथ उनके सेवन से प्रायः स्वाद के दूर होने की संभावना होती है। आम तौर पर इस प्रकार के टकीला को शॉट ग्लास की बजाय एक स्निफ़्टर ग्लास में पिया जाता है और जल्दी गटगट निगलने की बजाय, धीमे स्वाद चखा जाता है।

टकीला गिलासें

मार्गरिटा ग्लास

जब टकीला नीट (किसी अतिरिक्त सामग्री के बिना) पिलाई जाती है, तो उसे काबालिटो (स्पैनिश में "छोटा घोड़ा") नामक शॉट गिलास में ही दिया जाता है,[25] लेकिन अक्सर स्निफ़्टर या टम्बलर में भी इसे देखा जा सकता है।

2002 में कॉनसेजो रेग्युलेडर डेल टकीला (टकीला विनियामक परिषद) ने रिडेल द्वारा तैयार एक "सरकारी टकीला गिलास" को स्वीकृति दी, जिसे ओवरचर टकीला ग्लास कहा जाता है।[26]

सम्पूर्ण टकीला/मिश्रित फलों की पेय शैली में मुख्यतः, किनारे पर नमक, चीनी से लिपा या सादा मार्गरिटा गिलास होता है, जिसमें स्वयं मार्गरिटा भी शामिल है।

अन्य पेय

टकीला की क़िस्मों को शामिल करने वाले पेयों में लगभग अंतहीन विविधता मौजूद हैं, जो केवल तैयार करने वालों की कल्पना पर निर्भर करती है। अधिकांश आसुत शराबों के समान ही, मार्टिनी की एक क़िस्म है, जिसमें टकीला के साथ-साथ असंख्य फलों के रस मिला कर बनाए गए टकीला पेय शामिल होते हैं, जैसे कि टकीला सनराइज और मेटाडोर. सोडा और अन्य कार्बोनेटेड पेय सामान्य मिश्रक हैं, जैसे कि टकीला स्लेमर के मामले में.

टकीला, कैक्टस से किण्वित नहीं होता। एगेव और कैक्टी असंबंधित है, हालांकि दोनों ही सरस होते हैं।

संयुक्त राज्य अमेरिका में, 24 जुलाई को राष्ट्रीय टकीला दिवस के रूप में मनाया जाता है।[27]

इन्हें भी देखें

  • मेक्सिकन बियर
  • मेक्सिकन भोजन
  • मेज़्कल
  • पूल्क
  • मेक्सिकन वाइन

नोट

बाहरी कड़ियाँ

🔥 Top keywords: जय श्री रामराम नवमीश्रीरामरक्षास्तोत्रम्रामक्लियोपाट्रा ७राम मंदिर, अयोध्याहनुमान चालीसानवदुर्गाअमर सिंह चमकीलामुखपृष्ठहिन्दीभीमराव आम्बेडकरविशेष:खोजबड़े मियाँ छोटे मियाँ (2024 फ़िल्म)भारत के राज्य तथा केन्द्र-शासित प्रदेशभारतीय आम चुनाव, 2024इंडियन प्रीमियर लीगसिद्धिदात्रीमिया खलीफ़ाखाटूश्यामजीभारत का संविधानजय सिया रामसुनील नारायणलोक सभाहनुमान जयंतीनरेन्द्र मोदीलोकसभा सीटों के आधार पर भारत के राज्यों और संघ क्षेत्रों की सूचीभारत के प्रधान मंत्रियों की सूचीगायत्री मन्त्ररामायणअशोकप्रेमानंद महाराजभारतीय आम चुनाव, 2019हिन्दी की गिनतीसट्टारामायण आरतीदिल्ली कैपिटल्सभारतश्रीमद्भगवद्गीता