दिल्ली विश्वविद्यालय
दिल्ली विश्वविद्यालय(डी.यु.) भारत सरकार द्वारा वित्तपोषित एक केन्द्रीय विश्वविद्यालय है। भारत की राजधानी दिल्ली स्थित यह विश्वविद्यालय 1922 में स्थापित हुआ था। भारत के उपराष्ट्रपति विश्वविद्यालय के कुलाधिपति हैं।
दिल्ली विश्वविद्यालय | |
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दिल्ली विश्वविद्यालय का प्रतीक चिन्ह | |
आदर्श वाक्य: | "निष्ठा धृति: सत्यम्" |
स्थापित | 1922 |
प्रकार: | सार्वजनिक |
मान्यता/सम्बन्धता: | यूजीसी |
अनुदान: | ₹ १००० करोड़ [1] |
कुलाधिपति: | भारत के उपराष्ट्रपति |
कुलपति: | प्रो.योगेश सिंह [2] |
शिक्षक: | १४[3] |
विद्यार्थी संख्या: | २,२०,०००[3] |
अवस्थिति: | न्यू दिल्ली, दिल्ली, भारत |
परिसर: | शहरी |
प्रतिकुलाधिपति: | भारत के मुख्य न्यायाधीश |
शुभंकर: | हाथी |
सम्बन्धन: | इंस्टीट्यूट आफ एम्नीमेंस |
जालपृष्ठ: | दिल्ली विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट |
THES-QS की विश्व के विश्वविद्यालयों की रैंकिंग के अनुसार यह भारत का शीर्ष गैर-आईआईटी विश्वविद्यालय है और यह 474 पायदान पर है [4]।
दिल्ली विश्वविद्यालय के दो परिसर हैं जो दिल्ली के उत्तरी और दक्षिणी भाग में स्थित हैं। इन्हें क्रमश: 'उत्तरी परिसर' और 'दक्षिणी परिसर' कहा जाता है। दिल्ली विश्वविद्यालय का उत्तरी परिसर में [दिल्ली मेट्रो] की पीली लाइन के साथ सुनियोजित ढंग से जुड़ा हुआ है और मेट्रो स्टेशन का नाम 'विश्वविद्यालय' है। उत्तरी परिसर [केन्द्रीय सचिवालय] से 2.5 किमी और महाराणा प्रताप अंतरराज्यीय बस अड्डा (कश्मीरी गेट) से 7.0 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, तो वहीं इसका दक्षिणी परिसर गुलाबी (पिंक)लाइन से जुड़ा है और मेट्रो स्टेशन का नाम 'दुर्गाबाई देशमुख साउथ केम्पस 'है। इसके कई महाविद्यालय एवम संस्थान दिल्ली में फैले हुए हैं।
इतिहास
दिल्ली विश्वविद्यालय की स्थापना 1922 में ब्रिटिश भारत के तत्कालीन केंद्रीय विधान सभा के एक अधिनियम द्वारा एकात्मक, शिक्षण और आवासीय विश्वविद्यालय के रूप में की गई थी। हरि सिंह गौर ने 1922 से 1926 तक विश्वविद्यालय के पहले कुलपति के रूप में कार्य किया। उस समय दिल्ली में चार कॉलेज मौजूद थे: सेंट स्टीफन कॉलेज की स्थापना 1818 में, हिंदू कॉलेज की स्थापना 1899 में, ज़ाकिर हुसैन दिल्ली कॉलेज (तब दिल्ली कॉलेज के रूप में जाना जाता था), 1792 में स्थापित और रामजस कॉलेज की स्थापना 1917 में हुई, जिनको बाद में मान्यता विश्वविद्यालय ने प्रदान की। विश्वविद्यालय में शुरू में दो संकाय (कला और विज्ञान) और लगभग 750 छात्र थे।
ब्रिटिश भारत में राजधानी 1911 में कलकत्ता से दिल्ली स्थानांतरित कर दी गई थी। विकराल लॉज एस्टेट अक्टूबर 1933 तक भारत के वायसराय का निवास स्थान बन गया, जब इसे दिल्ली विश्वविद्यालय को दिया गया। तब से, इसमें कुलपति और अन्य कार्यालयों के कार्यालय को रखा है।[5]
जब 1937 में सर मौरिस गौएर ब्रिटिश भारत के मुख्य न्यायाधीश के रूप में सेवा देने के लिए भारत आए, तो वे दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति बने। उनके समय के दौरान, स्नातकोत्तर शिक्षण पाठ्यक्रम शुरू किए गए थे और प्रयोगशालाएं विश्वविद्यालय में स्थापित की गई।[6] संकाय के सदस्यों में फिजिक्स में दौलत सिंह कोठारी और बॉटनी में पंचानन माहेश्वरी शामिल थे। गौएर को "विश्वविद्यालय का निर्माता" कहा जाता है। उन्होंने 1950 तक कुलपति के रूप में कार्य किया।[7]
1947 में विश्वविद्यालय का रजत जयंती वर्ष भारत की स्वतंत्रता के साथ मेल खाता था और विजयेंद्र कस्तूरी रंगा वरदराजा राव द्वारा पहली बार मुख्य भवन में राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया था। उस वर्ष भारत के विभाजन के कारण कोई दीक्षांत समारोह नहीं हुआ था। इसके बजाय एक विशेष समारोह 1948 में आयोजित किया गया था, जिसमें भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री जवाहरलाल नेहरू, साथ ही लॉर्ड माउंटबेटन, लेडी माउंटबेटन, अबुल कलाम आज़ाद, ज़ाकिर हुसैन और शांति स्वरूप भटनागर ने भाग लिया। पच्चीस साल बाद 1973 की स्वर्ण जयंती समारोह में भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी, सत्यजीत रे, अमृता प्रीतम और एम. एस. सुब्बुलक्ष्मी ने भाग लिया।
कुलाधिपतियों की सूची
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कुलपतियों की सूची
22.|प्रो. योगेश सिंह|2021 से अब तक |
वर्तमान
दिल्ली विश्वविद्यालय[मृत कड़ियाँ] में वर्तमान में, १६ संकाय, ८६ शैक्षणिक विभाग, ७७ कॉलेज और ५ अन्य मान्यता प्राप्त संस्थान शहर में फैले हुए हैं, जिसमें १,३२,४३५ नियमित छात्र (१,१४,४९४ स्नातक और १७,९४१ स्नातकोत्तर) हैं। गैर-औपचारिक शिक्षा कार्यक्रमों में २,६१,१६९ छात्र (२,५८,८३१ स्नातक और २,३३८ स्नातकोत्तर) हैं। डीयू के केमिस्ट्री, जियोलॉजी, जूलॉजी, सोशियोलॉजी और हिस्ट्री डिपार्टमेंट्स को उन्नत अध्ययन का केंद्र का दर्जा दिया गया है। उन्नत अध्ययन के इन केंद्रों ने अपने क्षेत्रों में शिक्षण और अनुसंधान के क्षेत्र में उत्कृष्टता के केंद्र के रूप में खुद के लिए एक जगह बना ली है। इसके अलावा, विश्वविद्यालय के कई विभागों को उनके उत्कृष्ट शैक्षणिक कार्यों की मान्यता में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के विशेष सहायता कार्यक्रम के तहत अनुदान भी प्राप्त हो रहा है।
भारत में उच्च शिक्षा संस्थानों के बाद डीयू सबसे अधिक मांग वाली संस्थाओं में से एक है। भारतीय विश्वविद्यालयों में इसका प्रकाशन सबसे अधिक है।[8]
विश्वविद्यालय के वार्षिक मानद डिग्री समारोह में कई प्रतिष्ठित लोगों को सम्मानित किया गया है, जिसमें फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन, दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित, कार्टूनिस्ट आरके लक्ष्मण, केमिस्ट सी.एन.आर राव और यूनाइटेड किंगडम के पूर्व प्रधानमंत्री भूरा गॉर्डन शामिल हैं ।
दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रमुख महाविद्यालय
संबद्ध / घटक / मान्यता प्राप्त महाविद्यालय[9]:
पाठ्यक्रम और महाविद्यालय
प्रमुख पाठ्यक्रम-
- पीएच.डी
- एम.फिल.
- एम. ए./एम.बी.ए/एम.कॉम./एम.एस.सी
- बी.ए/बीएमएस/बीकॉम/बीएस
- भाषा शिक्षण
- यू .जी. डिप्लोमा
- सर्टिफिकेट कोर्स
महाविद्यालय
नाम | स्थापना वर्ष | स्थिति/परिसर |
---|---|---|
अदिति महाविद्यालय | १९९४ | उत्तरी परिसर |
जाकिर हुसैन दिल्ली कॉलेज | १६९६ | |
दौलत राम कॉलेज | १९६० | |
हिन्दू कॉलेज | १८९९ | |
हंसराज कॉलेज | १९४८ | |
इंद्रप्रस्थ कॉलेज फॉर विमेन | १९२४ | |
किरोड़ीमल महाविद्यालय | १९५४ | |
मिरांडा हाउस | १९४८ | |
रामजस कॉलेज | १९१७ | |
सेंट स्टीफ़न कॉलेज | १८८१ | |
शहीद सुखदेव कॉलेज ऑफ़ बिजनेस स्टडीज़ | १९८७ | |
श्रीराम कॉलेज ऑफ कामर्स | १९२६ | |
श्री गुरु तेग बहादुर खालसा कॉलेज | १९५१ | |
मुक्त शिक्षा विद्यालय | १९६२ | |
स्वामी श्रद्धानन्द कॉलेज | १९६७ | |
वल्लभभाई पटेल चेस्ट इन्स्टिट्यूट् | १९४९ | |
आचार्य नरेन्द्र देव कॉलेज | १९९१ | दक्षिणी परिसर |
आर्यभट्ट कॉलेज | १९७३ | |
आत्मा राम सनातन धर्म कॉलेज | १९५९ | |
दिल्ली कॉलेज ऑफ़ आर्ट्स एंड कॉमर्स | १९८७ | |
जीसस एंड मैरी कॉलेज | १९६८ | |
मैत्रेयी कॉलेज | १९६७ | |
मोतीलाल नेहरू कॉलेज | १९६४ | |
मोतीलाल नेहरू कॉलेज (सायंकालीन) | १९६५ | |
राम लाल आनन्द कॉलेज | १९६४ | |
श्री वेंकटेश्वर कॉलेज | १९६१ | |
कॉलेज ऑफ वोकेशनल स्टडीज़ | १९७२ | |
दिल्ली इन्स्टिट्यूट् ऑफ़ फ़ार्मासूटिकल साइंसेस एंड रिसर्च | १९६४ | |
देशबंधु कॉलेज | १९५२ | |
दयाल सिंह कॉलेज | १९५९ | |
गार्गी महाविद्यालय | १९६७ | |
इन्स्टिट्यूट् ऑफ़ होम इकॉनोमिक्स | १९६१ | |
कमला नेहरू कॉलेज | १९६४ | |
लेडी श्रीराम महिला महाविद्यालय | १९५६ | |
पी जी डी ए वी कॉलेज | १९५७ | |
पी जी डी ए वी कॉलेज (सायंकालीन) | १९५८ | |
राजकुमारी अमृत कौर कॉलेज ऑफ़ नर्सिंग [10] | १९४६ | |
रामानुजन कॉलेज | २०१० | |
श्री अरविन्द कॉलेज | १९७२ | |
श्री अरविन्द कॉलेज (सायंकालीन) | १९८४ | |
शहीद भगत सिंह कॉलेज | १९६७ | |
शहीद भगत सिंह कॉलेज (सायंकालीन) | १९७३ | |
वन्दे मातरम कॉलेज | १९५८ | |
तिब्बिया कॉलेज | १९१६ | मध्य परिसर |
कॉलेज ऑफ़ आर्ट | १९४२ | |
जानकी देवी मेमोरियल कॉलेज | १९५९ | |
लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज | १९१६ | |
लेडी इरविन कॉलेज | १९३२ | |
माता सुंदरी कॉलेज | १९६७ | |
मौलाना आज़ाद इन्स्टिट्यूट् ऑफ़ डेंटल साइंसेस | २००३ | |
मौलाना आज़ाद मेडिकल कॉलेज | १९५६ | |
श्री गुरु नानक देव खालसा कॉलेज | १९५७ | |
जाकिर हुसैन दिल्ली कॉलेज | १७९२ | |
जाकिर हुसैन दिल्ली कॉलेज (सायंकालीन) | १९५८ | |
महाराजा अग्रसेन कॉलेज | १९९४ | पूर्वी दिल्ली |
महर्षि वालमिकी कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन | १९९६ | |
शहीद राजगुरु कॉलेज ऑफ़ अप्लाइड साइंसेस फॉर विमेन | १९८९ | |
श्याम लाल कॉलेज | १९६४ | |
श्याम लाल कॉलेज (सायंकालीन) | १९६९ | |
विवेकानन्द कॉलेज | १९७० | |
नेहरू होमियोपैथिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल | १९६७ | दक्षिणी दिल्ली |
भीम राव अम्बेडकर कॉलेज | १९९१ | उत्तर पूर्वी दिल्ली |
यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेस | १९७१ | |
भारती कॉलेज | १९७१ | पश्चिमी दिल्ली |
दीन दयाल उपाध्याय कॉलेज | १९९० | |
इन्दिरा गांधी इन्स्टिट्यूट ऑफ फ़िज़िकल एजुकेशन एंड स्पोर्ट्स साइंसेस | १९८७ | |
कालिंदी कॉलेज | १९६७ | |
राज्धानी कॉलेज | १९६४ | |
शिवाजी कॉलेज | १९६१ | |
श्यामाप्रसाद मुखर्जी कालेज | १९६९ | |
केशव महाविद्यालय | १९९४ | उत्तर पश्चिमी दिल्ली |
लक्ष्मीबाई कॉलेज | १९६५ | |
सत्यवती कॉलेज | १९७२ | |
सत्यवती कॉलेज (सायंकालीन) | १९७३ | |
श्री गुरु गोविन्द सिंह कॉलेज ऑफ कॉमर्स | १९८४ | |
भगिनि निवेदिता कॉलेज | १९९३ | दक्षिण पश्चिमी दिल्ली |
लेडी इरविन कॉलेज | १९३२ | |
भास्कराचार्य कॉलेज ऑफ अप्लाइड साइंसेस | १९९५ |
अन्य शिक्षा संस्थान
परिसर
- उत्तरी परिसर, दिल्ली विश्वविद्यालय
- दक्षिणी परिसर, दिल्ली विश्वविद्यालय
छात्रावास
- ग्वायर हाल
- इंटरनेशनल स्टूडेंटस हाउस
- जुबिली हाल
- मेघदूत हाल
- मानसरोवर छात्रावास
- पी.जी.मैन्स छात्रावास
CCTV Gate
दिल्ली के रिंग मार्ग पर पड़ने वाला एक विश्वविद्यालय चौराहा है, जिसे गुरु तेगबहादुर मार्ग काटता है। यहां दिल्ली मेट्रो रेल की येलो लाइन शाखा का एक विश्वविद्यालय स्टेशन भी है।
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
बाहरी कड़ियाँ
- दिल्ली विश्वविद्यालय का जालस्थल
- दिल्ली विश्वविद्यालय का आधिकारिक जालस्थल
- सर्वोच्च विश्वविद्यालयों की सूचि
- डीयूपीडिया - दिल्ली विश्वविद्यालय के बारे में जानकारी एवं इसके आनलाइन शैक्षिक नोट
- https://web.archive.org/web/20190924051915/https://www.mapsofindia.com/maps/delhi/