परिणामवाद

परिणामवाद (Consequentialism) मानदण्डक नीतिशास्त्र के सिद्धांतों में वह विचारधाराएँ हैं जिनके अनुसार किसी क्रिया या व्यवहार की अच्छाई या बुराई का आंकलन अंततः इसी बुनियाद पर होता है कि उस क्रिया का परिणाम अच्छा था या बुरा। परिणामवादियों के अनुसार जिस काम के करने के नतीजे अच्छे हों, वहीं काम भला है। उदाहरण के लिए, अदालत में शपथ लेकर झूठ बोलना अपराध है, लेकिन परिणामवाद के अनुसार यदि ऐसा करने से किसी निर्दोष व्यक्ति की जान बचती है तो ऐसा ही करना चाहिये। परिणामवादियों के लिए लिखित नियमों व कानूनों का पालन करना अपने-आप में एक अच्छी या बुरी बात नहीं होती।[1][2][3]

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सन्दर्भ

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