सावित्रीबाई फुले पुणे विद्यापीठ
सावित्रीबाई फुले पुणे विद्यापीठ (पूराना नाम: पुणे विद्यापीठ) पुणे मे स्थित एक विश्वविद्यालय है, जो पुणे के उत्तरपश्चिम में स्थित है। यह भारत के प्रमुख विश्वविद्यालयों में से एक है। इसकी स्थापना १० फरवरी, १९४९ को की गई थी। ४०० एकड़ (१.६ किमी²) में फैले इस विश्वविद्यालय मॅम ४६ शैक्षणिक विभाग हैं। विश्वविद्यालय में 46 शैक्षणिक विभाग हैं। इसमें लगभग 307 मान्यता प्राप्त अनुसंधान संस्थान और 612 संबद्ध कॉलेज हैं जो स्नातक और स्नातक पाठ्यक्रम प्रदान करते हैं। सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय 2022 में एनआईआरएफ रैंकिंग में 12वें स्थान पर रहा [1]
सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय | |
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सावित्रीबाई फुले पुणे विद्यापीठ | |
आदर्श वाक्य: | यःक्रियावान् स पण्डितः. (ज्ञानी वह है जो निरंतर परिश्रम करता रहे) |
स्थापित | १० फरवरी, १९४९ |
प्रकार: | सार्वजनिक |
कुलाधिपति: | Shri Ramesh Bais |
कुलपति: | डॉ॰ Karbhari Vishwanath Kale |
अवस्थिति: | पुणे, महाराष्ट्र, भारत |
परिसर: | नगरीय |
सम्बन्धन: | यू॰जू॰सी |
जालपृष्ठ: | http://www.unipune.ac.in/ |
इतिहास
पुणे विश्वविद्यालयकी स्थापना पुणे विश्वविद्यालय अधिनियम के अधीन की गई थी, जिसे १० फ़रवरी १९४८ को बम्बई विधान-मंडल ने पारित किया था। उसी वर्ष, डा एम॰ आर॰ जयकर ने विश्वविद्यालय के प्रथम उपकुलपति का पदभार ग्रहण किया। श्री बी॰ जी॰ खैर, जो बम्बई सरकार (विधान-मंडल) के मुख्यमंत्री और शिक्षामंत्री थे, ने अपने प्रयासों से विश्वविद्यालय को बड़ा भूखण्ड दिलाने में सहायता की। प्रारंभिक १९५० में, विश्वविद्यालय को ४११ एकड़ (१.७ किमी²) भूमि आवंटित कि गई।
19वीं सदी की भारतीय समाज सुधारक, जिन्होंने ब्रिटिश शासन के दौरान महाराष्ट्र में महिलाओं और दलित समुदायों के जीवन को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, के सम्मान में 9 अगस्त 2014 को संस्थान का नाम पुणे विश्वविद्यालय से बदलकर सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय कर दिया गया। प्रवासीय शासनविधि। उन्होंने और उनके पति महात्मा ज्योतिबा फुले ने 1848 में लड़कियों के लिए भारत के पहले देशी-संचालित स्कूल की स्थापना की।[2]
क्षेत्राधिकार
प्रारंभ में विश्वविद्यालय क्षेत्राधिकार पश्चिमी महाराष्ट्र के १२ जिलों में था। लेकिन, १९६४ में कोल्हापुर में शिवाजी विश्वविद्यालय की स्थापना के बाद, पुणे विश्वविद्यालय का क्षेत्राधिकार ५ जिलों तक ही सीमित रह गया, जो इस प्रकार हैं: पुणे, अहमदनगर, नासिक, धुले और जलगाँव। इनमें से दो जिले - धुले और जलगाँव- उत्तर महाराष्ट्र विश्वविद्यालय से जुड़े हैं, जो अहस्त १९९० में स्थापित कि गई थी।
विभाग
विश्वविद्यालय में विभिन्न विभाग और केंद्र हैं, जो विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, प्रबंधन, कानून आदि में पाठ्यक्रम पेश करते हैं। [3]
- इंजीनियरिंग विभाग विभिन्न क्षेत्रों में पाठ्यक्रम प्रदान करता है, जिनमें कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डेटा साइंस, सिविल इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, रोबोटिक्स और ऑटोमेशन, इलेक्ट्रॉनिक्स और दूरसंचार इंजीनियरिंग और कई अन्य शामिल हैं।[4]
- यूनिपुन ने पर्यावरण विज्ञान में स्नातक डिग्री पाठ्यक्रम शुरू किया है। पाठ्यक्रम 2018-2019 के शैक्षणिक वर्ष से शुरू हुआ।[5]
- विदेशी भाषा विभाग 1949 में रानाडे संस्थान भवन में शुरू किया गया था। यह प्रारंभिक स्तर से लेकर स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों तक जर्मन, फ्रेंच, रूसी, जापानी और स्पेनिश भाषाओं के लिए पाठ्यक्रम प्रदान करता है। बैच सुबह के साथ-साथ शाम को भी आयोजित किए जाते हैं। हर साल 1500 से अधिक छात्र नामांकित होते हैं।[6]
- प्रतियोगिता परीक्षा केंद्र (सीईसी): विभिन्न सरकारी प्रतियोगिता परीक्षाओं के लिए कोचिंग कार्यक्रमों के लिए है।
- क्रांतिज्योति सावित्रीबाई फुले महिला अध्ययन केंद्र। [7]
बाहरी कड़ियाँ
- आधिकारिक जालस्थल
- sppuhelp Archived 2023-04-13 at the वेबैक मशीन