बुलन्दशहर
बुलन्दशहर (Bulandshahr) भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के बुलन्दशहर ज़िले में स्थित एक नगर है। यह उस ज़िले का मुख्यालय भी है।[1][2]
बुलंदशहर | |
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नगर | |
निर्देशांक: 28°24′N 77°51′E / 28.4°N 77.85°E 77°51′E / 28.4°N 77.85°E | |
देश | भारत |
राज्य | उत्तर प्रदेश |
ज़िला | बुलन्दशहर |
क्षेत्र | 4441 किमी2 (1,715 वर्गमील) |
ऊँचाई | 195 मी (640 फीट) |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | 2,22,826 |
• घनत्व | 788 किमी2 (2,040 वर्गमील) |
भाषाएँ | |
• आधिकारिक | हिन्दी, खड़ीबोली |
समय मण्डल | IST (यूटीसी+5:30) |
पिन | 203 xxx |
टेलीफोन कोड | 91 (5732) |
वाहन पंजीकरण | UP-13-xxxx |
लिंगानुपात | 892 ♂/♀ |
वेबसाइट | bulandshahar |
इतिहास
बुलन्दशहर का प्राचीन नाम बरन था। इसका इतिहास लगभग 1200 वर्ष पुराना है। इसकी स्थापना अहिबरन नाम के राजा ने की थी। बुलन्दशहर पर उन्होंने बरन टॉवर की नींव रखी थी। राजा अहिबरन ने एक सुरक्षित किले का भी निर्माण कराया था जिसे ऊपर कोट कहा जाता रहा है इस किले के चारों ओर सुरक्षा के लिए नहर का निर्माण भी था जिसमें इस ऊपर कोट के पास ही बहती हुई काली नदी के जल से इसे भरा जाता था। ब्रिटिश काल में यहाँ राजा अहिबरन के वंशज राजा अनूपराय ने भी यहाँ शासन किया जिन्होंने अनूपशहर नामक शहर बसाया। उनकी शिकारगाह आज शिकारपुर नगर के रूप में प्रसिद्ध है। मुगल काल के अंत और ब्रिटिश काल के उद्भव समय में जनपद में ही मालागढ़ रियासत, छतारी रियासत व दानपुर रियासत की भी स्थापना हो चुकी थी जिनके अवशेष आज भी जनपद में विद्यमान है। दानपुर रियासत का नबाब जलील खान था और छतारी रियासत ब्रिटिश परस्त रही। कहा जाता है कि पांडव भी बुलंदशहर के आहार में कुछ दिन रहे थे।
भूगोल
बुलन्दशहर भारत में उत्तर प्रदेश राज्य के ठीक पश्चिम में स्थित है। पूर्व में गंगा नदी व पश्चिम में यमुना नदी इसकी सीमा बनाती है। बुलन्दशहर के उत्तर में मेरठ तथा दक्षिण में अलीगढ़ ज़िले हैं। पश्चिम में राजस्थान राज्य पड़ता है। इसका क्षेत्रफल 1,887 वर्ग मील है। यहाँ की भूमि उर्वर एवं समतल है। गंगा की नहर से सिंचाई और यातायात दोनों का काम लिया जाता है। निम्न गंगा नहर का प्रधान कार्यालय नरौरा स्थान पर है। वर्षा का वार्षिक औसत 26 इंच रहता है। पूर्व की ओर पश्चिम से अधिक वर्षा होती है। बुलंदशहर, अनूपशहर, बुगरासी, औरंगाबाद, खुर्जा, पहासु, स्याना, खानपुर, डिबाई, सिकंदराबाद, जहांगीराबाद व शिकारपुर इसके प्रमुख नगर हैं व बुलन्दशहर नगर इस जनपद का मुख्यालय है। बुलंदशहर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में दिल्ली से ६४ किलोमीटर की दूरी पर बसा शहर है। साथ ही बहती है काली नदी। यह शहर मुखयतः सड़कों से मेरठ, अलीगढ़, खैर, बदायूं, गौतम बुद्ध नगर व गाजियाबाद से जुडा हुआ है। बुलंदशहर जनपद के नरौरा में गंगा के किनारे भारत वर्ष में विद्यमान परमाणु विद्युत संयंत्र में से एक विद्युत ताप गृह स्थापित व सुचारू रूप से प्रयोग में है।
यातायात और परिवहन
वायु मार्ग
सबसे निकटतम हवाई अड्डा इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है। बुलन्दशहर से दिल्ली 75 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
रेल मार्ग
भारत के कई प्रमुख शहरों से रेलमार्ग द्वारा बुलन्दशहर रेलवे स्टेशन जो नगर के निकट ही है, पहुँचा जा सकता है। यह हापुड़ व खुर्जा के बीच ब्रांच लाइन है। रेलवे लाइन के ऊपर बिजली के तार बिछ चुके है शीघ्र ही यह ब्रांच लाइन से मेन लाइन हो जाएगी।
सड़क मार्ग
बुलन्दशहर सड़क मार्ग द्वारा भारत के कई प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। दिल्ली गाजियाबाद मेरठ, पलवल फरीदाबाद मानेसर जयपुर, पैरिफेरल एक्सप्रेसवे द्वारा और आगरा,अलीगढ़ कानपुर नेशनल हाईवे 91 द्वारा शहरों से सड़कमार्ग द्वारा जुड़ा है।
उद्योग और व्यापार
कुछ स्थानों पर किसानों के परिश्रम से भूमि कृषि योग्य कर ली गई है। यहाँ की मुख्य उपजें गेहूँ, चना, मक्का, जौ, ज्वार, बाजरा, कपास एव गन्ना आम आदि हैं। बुगरासी में आम के बाग विदेशों तक मशहूर है। सूत कातने, कपड़े बनाने का काम जहाँगीराबाद में, बरतनों का काम खुर्जा, लकड़ी का काम बुलंदशहर व शिकारपुर में होता है। कांच से चूड़ियाँ, बोतलें आदि भी बनती हैं। करघे से कपड़ा बुना जाता है। नगर बुलन्दशहर में पानी के हेंडपम्प बनाने की भी कई ईकाई है। खुर्जा व बुलन्दशहर नगर में कई नामी आयुर्वेदिक चिकित्सक भी रहे हैं। खुर्जा चीनी मिट्टी के काम व बिजली के विभिन्न उपकरण भी बनाने के लिए पहचाना जाता है।
तथ्य
- जनसंख्या - ५० लाख
- क्षेत्रफल - ४३५२ वर्ग किलोमीटर
- टेलीफोन कोड - ०५७३२
- जनपद में विधानसभा क्षेत्र-
- 1. बुलंदशहर
- 2. सिकंदराबाद
- 3. शिकारपुर
- 4. खुर्जा
- 5. डिबाई
- 6. अनूपशहर
- 7. स्याना