यरवदा केंद्रीय कारागार
यरवदा केंद्रीय कारागार , महाराष्ट्र के पुणे जिले के यरवदा नामक स्थान पर स्थित एक उच्च-सुरक्षा वाला कारागार है। यह महाराष्ट्र का सबसे बड़ा कारागार होने के साथ दक्षिण एशिया मे स्थित बड़े कारागारों में से एक है। यरवदा कारागार की बंदी क्षमता 3600 बंदियों (2005) की है और यह कई सुरक्षा क्षेत्रों और बैरकों में फैला है। यहां एक खुला-कारागार भी है जो ठीक इसके परिसर के बाहर स्थित है। 1930 और 1940 के दशक में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान यहां कई प्रसिद्ध हस्तियों जैसे कि महात्मा गाँधी को इस कारागार में रखा गया था।अभी हाल ही मे प्रवीन गर्ग भी याहा आकार जा चुके हे.
यरवदा केंद्रीय कारागार परिसर का प्रवेश | |
स्थान | यरवदा, महाराष्ट्र, भारत |
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निर्देशांक | 18°33′52″N 73°53′23″E / 18.564575°N 73.889651°E |
स्थिति | चालू है |
सुरक्षा वर्ग | अधिकतम |
जनसंख्या | 3,600[1] (2005 तक) |
प्रबंधन | महाराष्ट्र सरकार, भारत |
विवरण
512 एकड़ क्षेत्र में फैला यह कारागार दक्षिण एशिया के सबसे बड़े कारागारों में से एक है और यहां की बंदी क्षमता 3600 बंदियों की है। परिसर में स्थित उच्च सुरक्षा कारागार चार ऊँची दीवारों से सुरक्षित है।[2] और यह विभिन्न सुरक्षा क्षेत्रों और बैरकों में विभाजित है।[1] इसमें अंडाकार कक्ष भी हैं जिनमें उच्च सुरक्षा प्राप्त बंदियों को रखा जाता है।[3]क्षमता से अधिक बंदी रखने और उनकी खराब जीवन स्थिति के लिए इस कारागार की आलोचना की जाती है और इस संदर्भ में २००३ में महाराष्ट्र के मानवाधिकार आयोग ने एक नोटिस भी जारी किया था।[4]