ग्रहीय नीहारिका

उत्सर्जन निहारिका का प्रकार

ग्रहीय नीहारिका ऐसी नीहारिका को कहते हैं जो किसी बड़ी आयु के तारे के इर्द-गिर्द आयोनिकृत (आयोनाइज़्ड) गैस के फैलते हुए खोल से बनी हुई होती है।[1] इनका किसी ग्रह से कोई सम्बन्ध नहीं है लेकिन इनका नाम "ग्रहीय नीहारिका" १८वी सदी के खगोलशास्त्रियों ने इसलिए रख दिया क्योंकि अपनी कमज़ोर दूरबीनों से उन्हें ऐसी नीहरिकाएँ भीमकाय ग्रहों की तरह लगीं। ग्रहीय नीहरिकाएँ केवल कुछ दसियों हज़ार सालों तक ही रहती हैं और फिर व्योम में तितर-बितर हो जाती हैं, जबकि तारों की उम्र अरबों वर्षों की होती है।

बिल्ली की आँख निहारिका (कैट्स आय नेब्युला) एक O7 श्रेणी के तारे के इर्द-गिर्द बनी एक ग्रहीय नीहारिका है

ऐसी नीहरिकाएँ तारों से उत्पन्न तारकीय आंधी से बन जाती हैं। किसी भी आकाशगंगा में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका होती है क्योंकि यह तारे में बने कार्बन, आक्सीजन, नाइट्रोजन और कैल्शियम जैसे भारी रासायनिक तत्वों को अंतरतारकीय माध्यम में फैला देती हैं।

अन्य भाषाओँ में

"ग्रहीय नीहारिका" को अंग्रेजी में "प्लैनेट्री नेबुला" (planetary nebula) कहते हैं।

इन्हें भी देखें

सन्दर्भ

🔥 Top keywords: जय श्री रामराम नवमीश्रीरामरक्षास्तोत्रम्रामक्लियोपाट्रा ७राम मंदिर, अयोध्याहनुमान चालीसानवदुर्गाअमर सिंह चमकीलामुखपृष्ठहिन्दीभीमराव आम्बेडकरविशेष:खोजबड़े मियाँ छोटे मियाँ (2024 फ़िल्म)भारत के राज्य तथा केन्द्र-शासित प्रदेशभारतीय आम चुनाव, 2024इंडियन प्रीमियर लीगसिद्धिदात्रीमिया खलीफ़ाखाटूश्यामजीभारत का संविधानजय सिया रामसुनील नारायणलोक सभाहनुमान जयंतीनरेन्द्र मोदीलोकसभा सीटों के आधार पर भारत के राज्यों और संघ क्षेत्रों की सूचीभारत के प्रधान मंत्रियों की सूचीगायत्री मन्त्ररामायणअशोकप्रेमानंद महाराजभारतीय आम चुनाव, 2019हिन्दी की गिनतीसट्टारामायण आरतीदिल्ली कैपिटल्सभारतश्रीमद्भगवद्गीता