जॉन रॉबर्ट्स

2005 से संयुक्त राज्य अमेरिका के मुख्य न्यायाधीश

जॉन ग्लोवर रॉबर्ट्स, जूनियर (जन्म 27 जनवरी 1955) संयुक्त राज्य अमेरिका के 17वें और वर्तमान मुख्य न्यायाधीश हैं। मुख्य न्यायाधीश विलियम रैनक्विस्ट की मृत्यु के पश्चात राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू. बुश द्वारा नामित किये जाने के बाद से वे वर्ष 2005 से सेवारत हैं। अपने न्यायशास्त्र में वे रूढ़िवादी न्यायिक दर्शन शास्त्र के पक्षधर माने जाते हैं।

जॉन रॉबर्ट्स

जॉन रॉबर्ट्स


संयुक्त राज्य अमेरिका के 17 वें मुख्य न्यायाधीश
पदस्थ
कार्यभार ग्रहण 
सितंबर 29, 2005
द्वारा नामांकितजॉर्ज डब्ल्यू बुश
पूर्व अधिकारीविलियम रेनक्विस्ट

कोलंबिया के जिले के अपीलीय अदालत के न्यायाधीश
कार्यकाल
जून 2, 2003 – सितंबर 29, 2005
द्वारा नामांकितजॉर्ज डब्ल्यू बुश
पूर्व अधिकारीजेम्स बकली
उत्तराधिकारीरिक्त

संयुक्त राज्य अमेरिका के प्रधान उप सॉलिसिटर जनरल
कार्यकाल
1989 – 1993
राष्ट्रपतिजॉर्ज एच डब्ल्यू बुश
सॉलिसिटरकेनेथ विंस्टन स्टार

जन्म27 जनवरी 1955 (1955-01-27) (आयु 69)
बफेलो , न्यूयॉर्क, अमेरिका
जीवन संगीजेन सुलिवन
विद्या अर्जनहार्वर्ड कॉलेज
हार्वर्ड लॉ स्कूल (हार्वर्ड विधि विद्यालय)
धर्मरोमन कैथोलिकवाद[1]

रॉबर्ट्स उत्तरी इंडियाना में पले-बढ़े हैं एवं हार्वर्ड कॉलेज एवं हार्वर्ड लॉ स्कूल में प्रवेश के पूर्व, जहां वे हार्वर्ड लॉ रिव्यू के प्रबंध संपादक थे, उन्होंने निजी विद्यालय में शिक्षा ग्रहण की है। रीगन प्रशासन के दौरान महान्यायवादी (अटार्नी जनरल) कार्यालय में सेवा के पूर्व बार में प्रवेश लेने के बाद उन्होंने विलियम रेनक्विस्ट के लॉ क्लर्क के रूप में कार्य किया। 14 वर्ष तक निजी रूप से कानून का अभ्यास करने के पूर्व उन्होंने रीगन प्रशासन और जॉर्ज एच.डब्ल्यू. बुश प्रशासन में न्याय मंत्रालय एवं व्हाइट हाउस काउंसिल कार्यालय में सेवा की. इस काल के दौरान उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय में 39 मामलों में पैरवी की.

वर्ष 2003 में उनको राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू. बुश द्वारा डी.सी.सर्किट का न्यायमूर्ति नियुक्त किया गया जहां उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय के सह न्यायाधीश नामित होने तक कार्य किया। रॉबर्ट्स की पुष्टि सुनवाई के पूर्व जब मुख्य न्यायाधीश रेनक्विस्ट की मृत्यु हो गयी, तब बुश ने केन्द्र में इस रिक्त पद को भरने के लिये रॉबर्ट्स को पुनः नामित किया।

प्रारंभिक वर्ष

रॉबर्ट्स का जन्म बुफैलो, न्यूयॉर्क में 27 जनवरी 1955 को हुआ था। वे जॉन ग्लोवर (जैक) रॉबर्ट्स, सीनियर (1928-2008) एवं रोजमैरी, नी पोडरास्की की संतान थे। उनके समस्त ममेरे दादा-परदादा आस्ट्रिया-हंगरी के इलाके के कहे जाते थे जो बाद में चेकोस्लोवाकिया का भाग बना.[2][अविश्वनीय स्रोत?] उनके पिता बेथलीहेम स्टील संयंत्र में संयंत्र प्रबंधक थे।[3] जब रॉबर्ट्स चौथी कक्षा में थे, उनका परिवार समुद्रतट पर बसे नगर लॉन्गबीच, इंडियाना में रहने चला गया। उनकी तीन बहनें भी थी - कैथी, पैगी और बारबरा.

रॉबर्ट्स ने लांगबीच में एक रोमन कैथोलिक ग्रेड स्कूल नोट्रे डेम एलीमेंट्री स्कूल एवं उसके बाद ला पोर्ट इंडियाना में एक रोमन कैथोलिक बोर्डिंग स्कूल ला ल्यूमेर स्कूल में शिक्षा ग्रहण की, जहां वे एक बेहतरीन विद्यार्थी व एथलीट थे।[4] उन्होंने पांच वर्षीय लैटिन (चार वर्षों में)[3] एवं कुछ समय फ्रेंच का अध्ययन किया एवं वे अध्ययन में सामान्यतः अपनी लगन के लिये जाने जाते थे। वे फुटबॉल टीम के कप्तान थे (बाद में उन्होंने स्वयं को "स्लो-फुटेड लाइन बेकर" कहा है) एवं कुश्ती में क्षेत्रीय चैंपियन थे। उन्होंने गायन मंडली एवं नाटक में भाग लिया, स्कूल समाचार पत्र के सह-संपादक रहे, एवं उन्होंने छात्र परिषद की एथलेटिक परिषद और कार्यकारी परिषद में भी अपनी सेवायें दीं.[3] वे विदाई भाषण वक्ता भी थे। [उद्धरण चाहिए]

उन्होंने हार्वर्ड कॉलेज में भी अध्ययन किया जहां उन्होंने तीन वर्ष में इतिहास सुम्मा कम लाउडे में ए.बी. के साथ स्नातक किया। उसके बाद उन्होंने हार्वर्ड लॉ स्कूल में दाखिला लिया जहां वे हार्वर्ड लॉ रिव्यु के प्रबंध संपादक थे।[3] उन्होंने 1979 में लॉ स्कूल से जे.डी. मैगना कम लाउडे में स्नातक उपाधि प्राप्त की.[5]

प्रारंभिक कानूनी करियर

लॉ स्कूल से स्नातक उपाधि प्राप्त करने के उपरांत उन्होंने अपील के द्वितीय सर्किट न्यायालय में एक वर्ष तक न्यायाधीश हेनरी फ्रेंडली के लॉ क्लर्क के रूप में कार्य किया।[3] रॉबर्ट्स अपने मतों में न्यायाधीश फ्रेंडली का प्रायः जिक्र करते हैं। 1980 से 1981 तक उन्होंने संयुक्त राज्य सर्वोच्च न्यायालय के तत्कालीन न्यायाधीश विलियम रेनक्विस्ट के क्लर्क के रूप में कार्य किया। 1981 से 1982 तक उन्होंने रीगन प्रशासन में संयुक्त राज्य महान्यायवादी (अटार्नी जनरल) विलियम फ्रेंच स्मिथ के विशेष सहायक के रूप में कार्य किया।[3] 1982 से 1986 तक उन्होंने व्हाइट हाउस काउंसिल फ्रेड फील्डिंग के अधीन राष्ट्रपति के सह काउंसिल के रूप में कार्य किया।

राबर्ट्स ने 1986 में वॉशिंगटन डी.सी. आधारित कानूनी फर्म होगान एवं हार्टसन में एक एसोसिएट के रूप में निजी कानूनी पेशा अपनाया.

वर्ष 1989 से 1993 तक रॉबर्ट्स ने जॉर्ज एच. डब्ल्यू. बुश प्रशासन में प्रधान उप सॉलिसिटर जनरल[3] और जब कैन स्टार विवाद उत्पन्न हुआ तब कम से कम एक मामले में उन्होंने कार्यकारी सॉलिसिटर जनरल के रूप में कार्य करने के लिये होगान और हार्टसन को छोड़ दिया.[6][7]

1992 में, जॉर्ज एच. डब्ल्यू. बुश ने रॉबर्ट्स को कोलंबिया सर्किट की संयुक्त राज्य जिला अपील न्यायालय के लिये नामित किया लेकिन कोई सीनेट मतदान नहीं हुआ एवं 1992 में राष्ट्रपति चुनाव हारने के बाद बुश के राष्ट्रपति पद से हटने के बाद रॉबर्ट्स का नामांकन भी समाप्त हो गया।

रॉबर्ट्स होगान एवं हार्टसन में पार्टनर के रूप में वापस लौट गए और फर्म की अपील प्रैक्टिस के प्रमुख बन गये। साथ ही जार्जटाउन विश्वविद्यालय लॉ सेंटर में संबंध संकाय सदस्य के रूप में कार्य करते रहे. इस अवधि के दौरान रॉबर्ट्स ने सर्वोच्च न्यायालय में सरकार की ओर से 39 प्रकरणों की पैरवी की जिसमें से 25 में सफल रहे. उन्होंने संयुक्त राज्य बनाम माइक्रोसॉफ्ट में 18 राज्यों का प्रतिनिधित्व किया। इन प्रकरणों में शामिल हैं।

मामलाबहस तिथिनिर्णय तिथिप्रतिनिधित्व किया
फस्ट ऑप्शन वी. कप्लान, 514 यू.एस. 938[मृत कड़ियाँ]22 मार्च 199522 मई 1995प्रतिवादी
एडम्स वी. रोबर्टसन, 520 यू.एस. 83[मृत कड़ियाँ]14 जनवरी 19973 मार्च 1997प्रतिवादी
अलास्का वी. नेटिव विलेज ऑफ वेनेटी ट्रिबल गवर्नमेंट, 522 यू.एस. 520[मृत कड़ियाँ]10 दिसम्बर 199725 फ़रवरी 1999याचिकाकर्ता
फेल्टनर वी. कोलंबिया पिक्चर्स टेलीविजन, इंक., 523 यू.एस. 340[मृत कड़ियाँ]21 जनवरी 199831 मार्च 1998याचिकाकर्ता
नेशनल कॉलेजिएट एथलेटिक एसोसिएशन वी. स्मिथ, 525 यू.एस. 459[मृत कड़ियाँ]20 जनवरी 199923 फ़रवरी 1999याचिकाकर्ता
राइस वी. कायेटेनो, 528 यू.एस. 495[मृत कड़ियाँ]6 अक्टूबर 199923 फ़रवरी 2000प्रतिवादी
इस्टर्न एसोसिएटेड कॉयल कोर्प. वी. माइन वर्कर्स, 531 यू.एस. 57[मृत कड़ियाँ]2 अक्टूबर 200028 नवम्बर 2000याचिकाकर्ता
ट्रेफफिक्स डिवाइसेज इंक. वी. मार्केटिंग डिस्प्ले, इंक. 532 यू.एस. 23[मृत कड़ियाँ]29 नवम्बर 200020 मार्च 2001याचिकाकर्ता
टोयोटा मोटर मैनुफेक्चरिंग वी. विलियम्स, 534 यू.एस. 184[मृत कड़ियाँ]7 नवम्बर 20018 जनवरी 2002याचिकाकर्ता
ताहोए-सियरा प्रिजर्वेशन काउंसिल, इंक. वी. ताहोए रीजनल प्लानिंग एजेंसी, 535 यू.एस. 302[मृत कड़ियाँ]7 जनवरी 200223 अप्रैल 2002प्रतिवादी
रश प्रूडेंशियल एचएमओ, इंक. वी. मोरन, 536 यू.एस. 355[मृत कड़ियाँ]16 जनवरी 200220 जून 2002याचिकाकर्ता
गोंज़ागा यूनिवर्सिटी वी. डो, 536 यू.एस. 273[मृत कड़ियाँ]24 अप्रैल 200220 जून 2002याचिकाकर्ता
बर्नहर्ट वी. प़ाबॉडी कॉयल कंपनी, 537 यू.एस. 149[मृत कड़ियाँ]8 अक्टूबर 200215 जनवरी 2003प्रतिवादी
स्मिथ वी. डो, 538 यू.एस. 84[मृत कड़ियाँ]13 नवम्बर 20025 मार्च 2003याचिकाकर्ता

1990 के दशक के आखिरी वर्षों में, होगान और हार्टसन के लिये कार्य करते समय, रॉबर्ट्स ने कंजरवेटिव फेडरलिस्ट सोसाइटी के वाशिंगटन डी.सी. चैंप्टर की स्टीयरिंग समिति के सदस्य के रूप में सेवाऐं दी.[8]

वर्ष 2000 में रॉबर्ट्स फ्लोरिडा के तत्कालीन गवर्नर जेब बुश को राष्ट्रपति पद के चुनाव के दौरान फ्लोरिडा चुनाव पुनर्गणना कार्यों हेतु परामर्श देने के लिये तलाहासी, फ्लोरिडा गये।[9]

डीसी सर्किट में

10 मई 2001 को राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू. बुश ने रॉबर्ट्स को डी. सी. सर्किट के एक अलग पद पर नामित किया जिसे जेम्स एल. बकले द्वारा रिक्त किया गया था। उस समय सीनेट, हालांकि, डेमोक्रेट सदस्यों द्वारा नियंत्रित थी, जो कि बुश से उनके न्यायिक नामांकनों के लेकर संघर्षरत थी। सीनेट न्यायिक समिति अध्यक्ष पैट्रिक लीहे, डी.वी.टी., ने 107वीं काँग्रेस में रॉबर्ट्स को सुनवाई देने से मना कर दिया.[10] जी.ओ.पी. ने 7 जनवरी 2003 को सीनेट का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया एवं बुश ने उसी दिन रॉबर्ट्स का नामांकन पुनः प्रस्तुत किया। 8 मई 2003 को रॉबर्ट्स की पुष्टि की गयी। उन्होंने 2 जून 2003[11] को अपना कमीशन प्राप्त किया। डी.सी.सर्किट में अपने दो वर्ष के कार्यकाल के दौरान रॉबर्ट्स ने 49 धारणायें लिखी, अन्य न्यायाधीशों से दो मतभेदों (विसम्मति) पर स्प्ष्टीकरण प्राप्त किया, एवं स्वयं के तीन मतभेद लिखे.

डी.सी.सर्किट के उल्लेखनीय निर्णयों में निम्नलिखित शामिल हैं:

चौथा और पांचवां संशोधन

हेडगेपेठ बनाम वाशिंगटन मेट्रोपॉलिटन एरिया ट्रॉजिट अथॉरिटी, 386 एफ 3 डी 1148,[12] जिसमें एक 12 वर्षीय लड़की शामिल थी जिसने वाशिंगटन मेट्रो स्टेशन में सार्वजनिक रूप से विज्ञापित कदापि बर्दाश्त नहीं आहार निषेध" नीति का एक फ्रेंच फ्राई खाकर उल्लंघन किया था, को गिरफ्तार किया गया, तलाशी ली गयी, हथकड़ीबद्ध किया गया, पुलिस मुख्यालय लेजाया गया, आरोपित किया गया, फिंगर-प्रिंट लिया गया था। उसे तीन घंटे बाद उसकी माँ के सुपुर्द किया गया। उसने मुकदमा किया कि सिर्फ एक वयस्क से ही ऐसे अपराध के लिये ऐसा सलूक किया जाना चाहिए था जबकि बच्चों को अभिभावकों के आने तक ही रोक कर रखना चाहिए. डी.सी. सर्किट ने सर्वसम्मति से मामला रद्द करने के जिला न्यायालय के निर्णय की पुष्टि की जो कि चौथे संशोधन (बिना किसी उपयुक्त कारण के तलाशी एवं गिरफ्तारी) तथा पांचवे संशोधन (समान बचाव) के आरोपित उल्लंघन पर प्रतिपादित था।

"कोई भी इस घटना को लेकर खुश नहीं हैं जिस पर यह प्रकरण शुरू हुआ", रॉबर्ट्स ने लिखा और उल्लेख किया कि वह नीति जिसके तहत लड़की को गिरफ्तार किया गया था, अब बदल चुकी है। क्योंकि आयु आधारित भेदभाव का मूल्यांकन अतार्किक आधार परीक्षण का प्रयोग करते हुये किया जाता है, नीति को उचित ठहराने के लिये केवल कमजोर राज्य हितों की आवश्यकता है और पैनल ने निष्कर्ष निकाला कि ऐसा हुआ है। "क्योंकि माता-पिता और अभिभावक पुनर्वास प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं, अतः जिला प्रशासन को उनकी भागीदारी सुनिश्चित करना तर्कपूर्ण है और चुना गया तरीका निश्चित रूप से अभिभावकों द्वारा संतान को प्राप्त करने तक उसे रोके रखना - निश्चित रूप से यही करता है, एक तरह से उद्धरण जारी करना नहीं." न्यायालय ने यह निष्कर्ष निकाला कि नीति और गिरफ्तारी संवैधानिक थी, यह उल्लेख करते हुये कि "हमारे समक्ष यह प्रश्न नहीं है कि ये नीतियां गलत हैं बल्कि यह कि उन्होंने संविधान के चौथे और पांचवे संशोधन का उल्लंघन किया है या नहीं. "इसकी भाषा न्यायाधीश पॉटर स्टीवर्ट के ग्रिस बोल्ड बनाम कनैक्टीकट के मतभेद की स्मृति दिलाती है। "इस मामले में हमसे इस विषय में निर्णय करने को नहीं कहा गया कि यह कानून बेवकूफी भरा या मूर्खतापूर्ण है", उन्होंने लिखा, "हमें तो यह निर्णय करने को कहा गया कि यह संयुक्त राष्ट्र के संविधान का उल्लंघन करता है। और मैं ऐसा कतई नहीं कर सकता."

मिलिट्री ट्रिब्यूनल

हमदन बनाम रम्सफील्ड मामले में, रॉबर्ट्स उस सर्वसम्मत सर्किट पैनल के सदस्य थे जिसने जिला न्यायालय के फैसले को खारिज करते हुये बुश प्रशासन द्वारा संदिग्ध आतंकवादियों, जो कि शत्रु लड़ाके के रूप में जाने जाते थे, के विरुद्ध मिलिट्री ट्रिव्यूनल के गठन को उचित ठहराया था। सर्किट न्यायाधीश ए. रेमण्ड रैडोल्फ ने न्यायालय में लिखा तथा व्यवस्था दी कि अलकायदा नेता ओसामा बिन लादेन[13] के ड्राइवर सलीम अहमद हमदन पर मिलिट्री न्यायालय में मुकदमा चल सकता है क्योंकि:

  1. मिलिट्री कमीशन को संयुक्त राज्य काँग्रेस का अनुमोदन प्राप्त है।
  2. तृतीय जेनेवा समझौता देशों के मध्य एक संधि है एवं अतः यह संयुक्त राज्य न्यायालयों में लागू होने के लिये व्यक्तिगत अधिकार एवं राहत प्रदान नहीं करती.
  3. यहाँ तक कि यदि इस संधि को संयुक्त राज्य न्यायालयों पर लागू भी किया जाए, तब भी यह हमदन के प्रति सहायक नहीं हो सकती क्योंकि अलकायदा के विरुद्ध युद्ध जैसे संघर्षों, जो दो देशों के मध्य युद्ध जैसा नहीं है (न्यायालय द्वारा इसे अफगानिस्तान के विरुद्ध युद्ध से पृथक युद्ध माना गया) यह केवल एक निश्चित सीमा तक न्यायिक प्रक्रिया मानकों की गारंटी देता है, बंदी के न्याय के अधिकार पर हस्तक्षेप किये बिना जिसमें उस पर मुकदमा चलाया जाए.

चालू न्यायिक प्रक्रिया के समाप्त होने पर मिलिट्री कमीशन के परिणामों की न्यायिक समीक्षा की संभावना को न्यायालय ने बनाये रखा.[14] इस निर्णय को 29 जून 2006 को सर्वोच्च न्यायालय द्वारा 5-3 निर्णय में पलट दिया गया जिसमें रॉबर्ट्स ने भागीदारी नहीं की क्योंकि वे सर्किट न्यायाधीश के रूप में पहले ही निर्णय दे चुके थे।

पर्यावरणीय अधिनियम

रैंचो वीजो एल.एल. सी. बनाम नॉर्टन, 323 एफ. 3डी 1062 में रॉबर्ट्स ने एक मतभेद या विसम्मति लिखी. इस मामले में विलुप्त प्राय प्रजाति अधिनियम के तहत यदाकदा मिलने वाले कैलीफोर्निया टोड को बचाने का मामला शामिल था। जब न्यायालय ने इन बैंक, 334 एफ. 3डी 1158 (डी. सी. सर्किट2003) में पुनः सुनवाई करने से मना कर दिया तब रॉबर्ट्स ने मतभेद लिखा तथा यह पक्ष रखा कि संयुक्त राज्य बनाम लोपेज तथा संयुक्त राज्य बनाम मौरीसन में पैनल की राय असंगत थी कि इसने गलत रूप से इस बात पर ध्यान दिया है कि यह अधिनियम पर्याप्त रूप से अंतर्राज्यीय वाणिज्य को प्रभावित करता है जबकि इसे अधिनियमित गतिविधि के ऐसा करने पर ध्यान देना चाहिये था। रॉबर्ट्स की राय में, संविधान का वाणिज्य खंड सरकार को ऐसी गतिविधि को नियमित करने की अनुमति नहीं देता, जो कि उनके शब्दों में "एक असहाय टोड" जो कि "अपने कारणों से अपना पूरा जीवन कैलीफोर्निया में व्यतीत करता है" को प्रभावित करती हो. उन्होंने कहा कि पैनल निर्णय की समीक्षा न्यायालय को "अधिनियम को बनाए रखने हेतु वैकल्पिक आधारों जो कि सर्वोच्च न्यायालय की मिसाल के साथ अधिक स्थायी होगे" की अनुमति देगी.[15]

सुप्रीम कोर्ट हेतु नामांकन एवं पुष्टिकरण

19 जुलाई 2005 को राष्ट्रपति जॉर्ज बुश ने रॉबर्ट्स को संयुक्त राज्य सर्वोच्च न्यायालय में न्यायाधीश सान्द्रा डे. ओ. कोन्नर की सेवानिवृत्ति से रिक्त होने वाले पद के लिये नामित किया। 1994 में स्टीफन ब्रेयर के नामांकन के बाद रॉबर्ट्स सर्वोच्च न्यायालय के पहले नामिति थे। बुश ने रॉबर्ट्स के नामांकन की घोषणा रात्रि 9 बजे पूर्वी समय को व्हाइट हाउस के पूर्वी कक्ष से राष्ट्रव्यापी टेलीविजन प्रसारण में की थी।

जॉन रॉबर्ट्स पीछे दिखाई दिए, जब राष्ट्रपति बुश मुख्य न्यायाधीश के पद के लिए अपना नामांकन की घोषणा कर रहे थे।

03 सितंबर 2005 को मुख्य न्यायाधीश विलियम एच. रेनक्विस्ट का निधन हो गया जबकि रॉबर्ट्स की पुष्टि सीनेट के समक्ष लंबित थी। इसके कुछ देर बाद, 5 सितंबर को बुश ने ओ कोन्नर के उत्तराधिकारी के रूप में रॉबर्ट्स का नामांकन वापस ले लिया तथा सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में रॉबर्ट्स के नये नामांकन की घोषणा की.[16] बुश ने सीनेट से रॉबर्ट्स के पुष्टिकरण की सुनवाई में तेजी लाने को कहा ताकि अक्टूबर प्रारंभ में सर्वोच्च न्यायालय के कार्यकाल के प्रारंभ होने के पूर्व रिक्त को भरा जा सके.

अपने न्याय शास्त्र पर रॉबर्ट्स का शपथ पत्र

अपनी पुष्टिकरण सुनवाई के दौरान रॉबर्ट्स ने कहा कि उनका कोई समग्र न्यायशाष्त्रीय दर्शन या विचारधारा नहीं है एवं वे "संवैधानिक व्याख्या के समस्त सम्मिलित तरीकों के एक साथ प्रारंभ करने पर विचार नहीं करते कि यह दस्तावेज के निष्ठापूर्वक व्याख्या का सर्वश्रेष्ठ तरीका है।"[17][18] रॉबर्ट्स ने न्यायाधीशों की तुलना बास्केटबॉल अंपायरों से की "मेरा काम बौल और स्ट्राइक के विषय में निर्णय देना है, पिच और बल्लेबाजी करना नहीं".[19] रॉबर्ट्स ने सर्वोच्च न्यायालय दृष्टांन्तों के अपने व्यापक ज्ञान का परिचय दिया जिसपर उन्होंने बिना किसी नोट्स को देखे चर्चा की. उनके द्वारा चर्चा किए गए विषयों में शामिल हैं:

वाणिज्य धारा

मक्कुलोच बनाम मैरीलैंड मामले से प्रारंभ करते हुये मुख्य न्यायाधीश जॉन मार्शल ने संघीय सरकार की शक्तियों पर बहुत विस्तार से चर्चा की है एवं सामान्यतः कहा कि यदि अंत वैधानिक है तो उसे प्राप्त करने में अपनाए गए माध्यम संघ सरकार की शक्ति में निहित हैं एवं इतने वर्षों तक मामलों की व्याख्या उतनी महत्वपूर्ण नहीं रह जाती. निश्चित रूप से लोपेज पर निर्णय के समय, हम लोगों में से ज्यादातर ने लॉ स्कूल में सीखा है कि यह कहना सिर्फ औपचारिकता है कि अंतर्राज्यीय वाणिज्य प्रभावित हुआ और इस तरह मामले रद्द नहीं किये जायेंगे. लोपेज ने निश्चित रूप से वाणिज्य धारा से नई राहत का अनुभव किया।
"मैं सोचता हूं कि आगे आने वाले निर्णयों में यह देखना बाकी है कि दर्शाना कितना श्रमसाध्य है एवं कई मामलों में सिर्फ दिखावा. यह एक अव्यावहारिक तथ्य का प्रश्न नहीं है कि यह अंतर्राज्यीय वाणिज्य को प्रभावित करता है या नहीं लेकिन यह इस निकाय, काँग्रेस, ने अंतर्राज्यीय वाणिज्य पर इसका प्रभाव प्रदर्शित किया है जो उसे कानून बनाने तक ले गया। यह बहुत महत्वपूर्ण कारक है। यह लोपेज में उपस्थित नहीं था। मैं सोचता हूं कि कांग्रेस के सदस्यों ने वही चीज सुनी होगी जो मैंने लॉ स्कूल में सुनी थी कि यह महत्वपूर्ण नहीं है- एवं वे उस मामले में रिकार्ड स्थापित करने की प्रक्रिया से नहीं गुजरे."[18]

संघवाद

रॉबर्ट्स ने भूतकाल में संघवाद के प्रति व्यावहारिक दृष्टिकोण दर्शाया. वर्ष 1929 में रेडियो पर बोलते समय उन्होंने कहा:

"इन दिनों हम उस बिंदु पर पहुंच गए हैं जहां हम सोचते हैं कि किसी समस्या के प्रति गंभीर होने का एकमात्र रास्ता यह है कि हम संघ कानून पारित कर सकें चाहे यह स्त्री अधिनियम या किसी अन्य के प्रति उग्र हो. इस मामले में तथ्य यह है कि विभिन्न राज्यों में अलग - अलग दशायें या परिस्थितियां हैं एवं राज्य कानून अधिक प्रासंगिक हो सकते हैं, मैं भी यह सोचता हूं कि मिनिसोटा की स्थितियों के विपरीत न्यूयॉर्क की अलग स्थितियों के लिए ये अधिक अभ्यस्त हैं और यही वह आधार है जिस पर संघीय प्रणाली आधारित है।"

यहां उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका की संघीय प्रकृति के प्रति मतभेद दर्शाये हैं। फीन गोल्ड द्वारा की गयी टिप्प्णी का उत्तर देते हुये 1999 के रेडियो शो में रॉबर्ट्स कहना जारी रखते हैं:

"सिर्फ इसलिये कि आपकी समस्या को समाधान की आवश्यकता है, यह आवश्यक नहीं कि इस मामले मे समाधान के लिये संघीय कानून ही सर्वश्रेष्ठ तरीका हो."

कांग्रेस के कार्यों की समीक्षा

अपने सम्पूर्ण इतिहास में उच्चतम न्यायालय ने कई बार कानूनी निर्णयों से उभरे मतभेदों का वर्णन किया है। न्यायाधीश होम्स के अनुसार कांग्रेस के किसी भी कार्य की संवैधानिकता का मूल्यांकन सबसे गंभीर कार्य है जिसके लिये उच्चतम न्यायालय की सेवाएं ली जा सकती हैं।.............यह एक सरलता से कहा गया नियम है जिसका सैद्धान्तिक एवं व्यावहारिक तौर पर पालन किया जाना चाहिये.
"मारबरी बनाम मैडिसन के समय से कांग्रेस के किसी भी कार्य की संवैधानिकता के मूल्यांकन के लिये न्यायालय निःसंदेह बाध्य भी है और प्रमाणिक भी, साथ ही जब उन कार्यों को चुनौती दी जाती है तो न्यायालय उनसे संबंधित कानूनों की व्याख्या करने के लिये भी बाध्य है। जब न्यायपालिका के नीतिगत निर्णयों में बहुत फासले हों, न्यायिक उत्तरदायित्व को त्याग दिया जाए और जब उन निर्णयों का सूक्ष्म परीक्षण न्यायाधीशों के हाथों से निकल जाए, इन सब स्थितियों के निर्धारण करने को मैं न्यायिक सक्रियता कहता हूं अर्थात, निश्चित रूप से यह एक निर्वाचित न होने की भीतरी कश्मकश है जिसे आप सही शब्दों में कह सकते हैं प्रजातांत्रिक संघ में अप्रजातांत्रिक न्यायपालिका."[18][उद्धरण चाहिए]

स्टेयर डिसीसिस (फैसले पर नजर)

ब्राउन बनाम बोर्ड, जिसने स्कूल के अलगाव को पलट दिया, का उल्लेख करते हुए:"न्यायालय ने निःसंदेह इस मामले में पुराने निर्णय को अस्वीकार कर दिया. मेरे ख्याल से यह न्यायिक सक्रियता नहीं है क्योंकि यदि निर्णय गलत हो तो उसे अस्वीकार कर देना चाहिये. यह चपलता नहीं है बल्कि कानून का सही मायने में पालन करना है।"[20]

रो बनाम वेड

रीगन प्रशासन के लिये वकील के तौर पर काम करते हुये रॉबर्ट्स ने गर्भपात पर प्रशासनिक नीतियों का समर्थन/ करते हुये कानूनी ज्ञापन लिखे.[21] अपनी नामांकन सुनवाई के दौरान रॉबर्ट्स ने यह प्रमाणित किया कि कानूनी ज्ञापन उनके स्वयं के नहीं बल्कि प्रशासन के नजरिये का वर्णन करते हैं जिसके वह उस समय प्रतिनिधि थे।"[22] सीनेटर, मैं एक स्टाफ वकील था न कि कोई पदधारी" राबर्ट ने कहा.[22] जॉर्ज एच. डब्ल्यु. बुश के प्रशासन में वकील के तौर पर रॉबर्ट्स ने न्यायालय से रो बनाम वेड को निरस्त करने की याचना करते हुये कानूनी बहस के लिये तैयार किये गये एक संक्षिप्त विवरण पर हस्ताक्षर किये.[23]

अपने स्थायी होने से पहले सीनेटर्स से की गई निजी मुलाकातों में रॉबर्ट्स ने प्रमाणित किया कि रो एक स्थापित कानून था परंतु साथ ही स्टेयर डिसीसिस के कानूनी सिद्धांतों के अधीन भी था,[24] अर्थात न्यायालय पूर्व निर्णय या मिसाल पर बल तो दे सकता था परंतु उसके समर्थन के लिये कानूनन बाध्य नहीं था।

अपने सीनेट के प्रमाणपत्रों में रॉबर्ट्स ने कहा कि अपीलीय न्यायालय में बैठे हुये वे उच्चतम न्यायालय द्वारा स्थापित पुराने निर्णयों का आदर करने के लिये बाध्य थे, जिसमे वह विवादास्पद निर्णय भी शामिल था जो गर्भपात के अधिकार पर लगाई गई रोकों को अप्रमाणिक करार देता था। उन्होंने कहा "रो बनाम वेड एक स्थापित कानून है।.............मेरे निजी नजरिये में ऐसा कुछ नहीं है जो मुझे पूर्णतः एवं पूरी निष्ठा के साथ पुराने निर्णयों व केसी को लागू करने से रोक सके." उच्चतम न्यायालय के सामने पेश होने वाले संभावित मुद्दों पर होने वाले मतदान पर नामांकित व्यक्तियों द्वारा मौन साधने की परंपरा का निर्वाह करते हुये उन्होंने कभी भी स्प्ष्ट रूप से यह नहीं कहा कि क्या वे इस कानून को वापस लेने के पक्ष में मतदान करेंगे या नहीं.[17]

पुष्टीकरण

22 सितम्बर को सीनेट की न्यायिक कमेटी ने रॉबर्ट्स का नामांकन 5 के मुकाबले 13 मतों से पारित कर दिया, जिसमें सीनेटर टेट केनेडी, रिचर्ड डरबिन, चार्ल्स शूमर, जो बिदेन और जियान फिन्स्टीन ने उनके विरोध में मत दिये. 29 सितम्बर को समस्त सीनेट ने 22 के मुकाबले 78 मतों से रॉबर्ट्स को एक स्थायी सदस्य के रूप में मंजूर कर लिया।[25] समस्त रिपब्लिकन एवं एक निर्दलीय ने रॉबर्ट्स के पक्ष में मत दिया, डेमोक्रेट 22-22 के दो बराबर भागों में बंट गये। ऐतिहासिक रूप से रॉबर्ट्स का स्थायी होना, उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश के लिये बहुत ही कम फासला था हालांकि उनका फासला 1986 में रॉबर्ट्स के पूर्वगामी बिलियम रेनक्विस्ट के मुख्य न्यायाधीश बनने के 33 के मुकाबले 65 मतों के फासले से ज्यादा था तथापि यह हाल में हुई नियुक्तियों के मुकाबले काफी कम थाः स्टीफन ब्रेयर (87-9), डेविड सोउटर (90-9), रूथ बेडर ग्न्सिवर्ग (96-3), एन्थनी केनडी (97-0), जॉन पॉल स्टीवन्स (98-0), एन्टोनिन स्केलिया (98-0) और सान्द्रा डे ओ, कोनोर (99-0).

बाद में उच्चतम न्यायालय के स्थायी पद के लिये हुये मतदान रॉबर्ट्स के लिये हुये मतदान की तुलना में काफी कम फासले के रहे: 2006 में सैमुअल अलीटो 58-42 मतों से स्थायी हुये,[26] 2009 में सोनिया सोटोमेयर 68-31 मतों से स्थायी हुये,[27] और2010 में एलेना कागन 37 के मुकाबले 63 मतों से स्थायी हुईं.[28] 1991 में सह-न्यायाधीश के पद पर 52-48 मतों से हुई क्लेरेन्स थामस की स्थायी नियुक्ति भी काफी कम फासले की थी।[29]

संयुक्त् राष्ट्र के उच्चतम न्यायालय में

29 सितम्बर 2005 को व्हाइट हाउस के ईस्ट रूम में न्यायमूर्ति जॉन पॉल स्टेवेंस द्वारा मुख्य न्यायाधीश के रूप में रॉबर्ट्स शपथ लेते हुए.

रॉबर्ट्स ने व्हाइट हाउस में 29 सितम्बर को वरिष्ठ सह-न्यायाधीश जॉन पॉल स्टीवन्स से कार्यालय की संवैधानिक शपथ ग्रहण की. 2005 के कार्यकाल की प्रथम मौखिक सुनवाई से पहले, 3 अक्टूबर को उन्होंने संयुक्त राज्य के उच्चतम न्यायालय के परिसर में 1789 की कानूनी धारा के तहत न्यायिक शपथ ग्रहण की. कई सप्ताहों के कयासों को दरकिनार करते हुये रॉबर्ट्स ने एक सादा काला लबादा पहना जिसमें उनके पूर्वगामी मुख्य न्यायाधीश द्वारा आस्तीन पर लगवाई गई सुनहरी पटिंयां लटक रही थी। तब 50 वर्ष की आयु के रॉबर्ट्स, न्यायालय के सबसे युवा व्यक्ति थे और सर्वकालिक मुख्य न्यायाधीशों में वे तीसरे सबसे युवा सदस्य थे (जॉन जे की नियुक्ति 1789 में 44 वर्ष की आयु में जबकि जॉन मार्शल की 1801 में 45 वर्ष की आयु में हुई थी). हालांकि कई सह-न्यायाधीशों जैसे क्लेरेन्स थामस (33 वर्ष की आयु में नियुक्ति) और विलियम ओ. डगलस (1939 में 41 वर्ष की आयु में नियुक्ति) ने राबर्ट की तुलना में कम आयु में ही उच्चतम न्यायालय में नियुक्ति पाई थी।

नियुक्ति के समय न्यायाधीश एन्टोनिन स्कॉलिया ने कहा था कि "रॉबर्ट्स की कार्यशैली काफी कुछ रेनक्विस्ट से मिलती जुलती है अर्थात वे लोगों को लम्बी बहस करने देते हैं परंतु अंत में उन पर नियंत्रण कर लेते है।"[30] कई विश्लेषकों जैसे जेफ्री ट्राबिन के द्वारा रॉबर्ट्स का चित्रण एक रूढ़िवादी सिद्धान्तों का पालन करने वाले दृढ़ वकील के रूप में किया गया है।[31]

न्यायालय में रॉबर्ट्स के प्रथम कार्यकाल का निरीक्षण करते हुये सातवें सर्किट न्यायाधीश डिएन साइक्स ने निष्कर्ष निकाला कि "उनका धर्मशास्त्र परम्परागत कानूनी उपायों में गहरी जड़े जमाऐ हुये है जो कि मूल शब्दों, संरचनाओं, इतिहास एवं संवैधानिक वरिष्ठता सूची का पूरी ईमानदारी के साथ समर्थन करता है। वे एक ऐसे विरोध को प्रदर्शित करते हैं जो कि स्थापित निर्णायक नियमों एवं कानूनी मामलों के कारणों का सावधानी पूर्वक उपयोग करते हुये बहता है। वे प्रक्रिया उन्मुखी साधनों और न्यायिक शाक्तियों के एकत्रीकरण को रोकने वाले न्यायिक बाध्यता को नियंत्रित करने वाले सैद्धान्तिक नियमों, कानूनी सीमाओं, आधारभूत संघीकरण और न्यायिक समीक्षा की सीमाओं को नियंत्रित करने वाली कार्यप्रणाली के नियमों की गहरी समझ रखते हैं।"[32]

प्रारंभिक निर्णय

17 जनवरी 2006 को रॉबर्ट्स ने गोन्जालबिस बनाम ओरेगॉन में एन्टोनिन स्केलिया एवं क्लेरेन्स थामस के साथ मिलकर नियंत्रित पदार्थ कानून का विरोध किया जिसके अनुसार संयुक्त राज्य के अटार्नी जनरल, चिकित्सकों को गंभीर रूप से बीमार मरीजों को खुदखुशी में मदद करने वाली दवाइयां लिखने से मना नहीं कर सकते थे, जो कि ओरोगॉन के कानून में मान्य था। इस मामले में विरोध का मुख्य कारण वैधानिक व्याख्या था न कि संघीकरण.

रॉबर्ट्स ने 6मार्च 2006 को "रम्सफील्ड बनाम फोरम फार एकेडमिक एन्ड इन्स्टीट्यूशनल राइट्स " में एक सर्वसम्मत निर्णय दिया कि जो भी महाविद्यालय/कॉलेज संघ के पैसों को स्वीकार करते हैं वे क्लिंटन प्रशासन के द्वारा शुरू की गई "ना पूछो, ना बताओ" नीति पर विश्वविद्यालयों के विरोध के बावजूद, महाविद्यालय कॉलेज के प्रांगण से सेना में सीधी भर्ती का समर्थन करें.

चतुर्थ संशोधन

रॉबर्ट्स ने मार्च 22, 2006 में निर्णय किये गये जॉर्जिया बनाम रेन्डोल्फ के मामलों में अपने पहले मतभेद के संबंध में लिखा है। बहुमत के निर्णय ने पुलिस को किसी का मकान की तलाशी के लिये, जैसा कि इस मामले में है, प्रतिबन्धित किया गया है यदि घर में रहने वाले दोनों ही व्यक्ति उपस्थित हो तथा एक ने इस पर आपत्ति की हो तथा दूसरे ने सहमति दी हो. रॉबर्ट्स की असहमति ने बहुमत के प्रस्ताव से पूर्व के मामले के कानून को तथा भागों में अपने तर्क को सामाजिक रीतिरिवाजों के दृष्टिकोण पर आधारित करने के लिये आलोचना की है।

पूर्व-सूचना और सुनवाई का अवसर

यद्यपि रॉबर्ट्स ने स्केलिया तथा थॉमस से अपने को अलग रखा है, रॉबर्ट्स ने जोन्स बनाम फ्लॉवर्स में उनकी स्थिति के विरूद्ध निर्णायक मत प्रदान किया है। जोन्स में, रॉबर्ट्स ने अदालत के स्वतंत्र न्याय से अपने को अलग रखते हुये यह मत दिया है कि कर न चुका सकने के कारण मकान को बिक्री के लिये सील करने के पूर्व उचित परिश्रम को प्रस्तुत किया जाना चाहिये तथा मकान मालिकों को उचित अधिसूचना भेजी जानी चाहिये. असहमति देने वालों में एन्थोनी कैनेडी के साथ एन्टोनीन स्केलिया तथा क्लेरेन्स थॉमस थे। सेम्युअल एलिटो ने इसमें भाग नहीं लिया परन्तु रॉबर्ट्स के मत के साथ डेविड साउटर, स्टीफन ब्रेयर, जॉन पॉल स्टीफन्स तथा रूप बेडर गिन्सबर्ग शामिल थे।

गर्भपात

सुप्रीम कोर्ट मे रॉबर्ट्स ने बताया था कि वह कुछ गर्भपात प्रतिबंधों का समर्थन करते हैं। गोन्जालेस बनाम कारहार्ट (2007) में, रॉबर्ट्स के शामिल होने के बाद न्यायालय ने केवल एक ही महत्वपूर्ण गर्भपात के मामले में निर्णय दिया है जिसमें उन्होंने बहुमत से आंशिक-जन्म गर्भपात निषेध कानून की संवैधानिकता के समर्थन में मत दिया था। न्यायमूर्ति एन्टीनी कैनेडी ने पांच न्यायाधीशों के बहुमत को लिखते हुये स्टेनबर्ग बनाम कारहार्ट में अन्तर किया तथा निष्कर्ष निकाला कि प्लान्ड पैरेन्टहुड बनाम केसी मामले में न्यायालय का पूर्व निर्णय कांग्रेस को प्रक्रिया पर प्रतिबन्ध लगाने से नहीं रोकता. निर्णय ने भविष्य में लागू होने वाली चुनौतियो के लिये दरवाजे खुले रखे, तथा इस बारे में कुछ नहीं कहा कि क्या कांग्रेस को कानून बनाने का अधिकार है।[33] इस व्यापक प्रश्न की ओर ध्यान नही दिया. न्यायमूर्ति क्लेरेन्स थॉमस ने सहमति प्रस्ताव करते हुए कहा कि रो बनाम वेड तथा केसी मे न्यायालय के पूर्व के फैसलों को उलट दिया जाये, रॉबर्ट्स ने उस प्रस्ताव में शामिल होने से मना कर दिया.

समान संरक्षण धारा

रॉबर्ट्स ने एकीकृत विद्यालयों के रखरखाव जैसे उद्देश्यों सहित नस्ल के आधार पर विद्यार्थियों को विशिष्ट विद्यालय आवंटित करने का विरोध किया।[34] वे इस प्रकार की योजनाओं को संविधान की समान बचाव धारा तथा ब्राउन बनाम शिक्षा मण्डल के उल्लंघन के भेदभाव के रूप में देखते हैं।[34][35] पैरेंट्स इन्वाल्व इन कम्युनिटी स्कूल्स बनाम सिएटल स्कूल डिस्ट्रिक्ट नं. 1 मामले में न्यायालय ने स्वैच्छिक रूप से अपनाई गयीं दो विद्यालय जिला योजनाओं पर विचार किया जो नस्ल के आधार पर बच्चों के स्कूल का निर्धारण करती थीं। ब्राउन में न्यायालय ने स्वीकार किया कि सार्वजनिक शिक्षा में नस्लीय भेदभाव असंवैधानिक हैं,[36] तथा बाद में, संघ, राज्य अथवा स्थानीय संस्थाओं द्वारा थोपे गए "नस्लीय वर्गीकरण" केवल तभी संवैधानिक है जब वे संकीर्ण रूप से ऐसे अनुकूल उपाय हों जो सरकारी हितों के प्रति बाध्यकारी हों,[37] तथा यह कि संकीर्ण अनुकूलता हेतु नस्ल उदासीन विकल्पों में गंभीर तथा अच्छे विश्वास के विचार आवश्यक होते हैं।[38] रॉबर्ट्स ने पैरेंट्स इन्वाल्व मामले में लिखित रूप से इन मामलों का उल्लेख किया है तथा निष्कर्ष निकाला है कि "विद्यालय जिले यह दिखाने में असफल हुये है कि अपने निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिये उन्होंने स्प्ष्ट नस्लीय वर्गीकरणों के अलावा अन्य व्यवस्था पर भी विचार किया है।"[39] चार अन्य न्यायाधीशों के साथ शामिल एक सामूहिक प्रस्ताव में, रॉबर्ट्स ने यह भी कहा है कि "नस्ल के आधार पर भेदभाव रोकने का तरीका नस्ल के आधार पर भेदभाव को रोकना ही है।"

स्वतन्त्र अभिव्यक्ति

रॉबर्ट्स ने 2007 विद्यार्थी मुक्त भाषण संबंधी मोर्स बनाम फ्रेडरिक मामले को लिखा जिसमे कहा गया था कि एक छात्र को सार्वजनिक विद्यालय प्रायोजित गतिविधि को इस आधार पर मादक पदार्थों के प्रयोग पर वकालत करने का अधिकार नहीं है कि मुक्त भाषण का अधिकार हमेशा विद्यालय अनुशासन को लागू करने से नहीं रोकता.[40]

20 अप्रैल 2010 को संयुक्त अमेरिका बनाम स्टीवन्स मामले में, सर्वोच्च न्यायालय ने जन्तु क्रूरता कानून को हटा दिया था। रॉबर्ट्स ने 8 -1 के बहुमत से लिखते हुये पाया कि, वाणिज्यीय उत्पाद, जन्तुओं पर क्रूरता संबंधी चित्रों की ब्रिकी अथवा उन्हें रखने को अपराध योग्य मानने का संघीय अधिनियम मुक्त भाषण के अधिकार का प्रथम संशोधन का असंवैधानिक संक्षिप्तीकरण था।न्यायालय ने पाया कि अधिनियम अत्यधिक व्यापक था, उदाहरण के लिये, वह बेमौसम शिकार के चित्रों की बिक्री के लिये अदालती कार्यवाही की अनुमति देता था।[41]

मुख्य न्यायाधीश के गैर-न्यायिक दायित्व

21 जनवरी 2009 को दूसरी बार बराक ओबामा से शपथ लेते हुए रॉबर्ट्स.

मुख्य न्यायाधीश के रूप में रॉबर्ट्स ने स्मिथ सोनियन संस्थान के कुलाधिपति तथा संयुक्त अमेरिका के न्यायिक सम्मेलन के नेतृत्व सहित कई गैर न्यायिक भूमिकाओं का निर्वहन किया है। शायद इन सब में सबसे अच्छी राष्ट्रपति के पदभार ग्रहण में मुख्य न्यायाधीश द्वारा पद के शपथ ग्रहण की परम्परा थी। रॉबर्ट्स ने इस रूप मे प्रवेश बराक ओबामा के 20 जनवरी 2009 के समारोह मे किया। (सीनेटर के रूप में ओबामा ने सर्वोच्च न्यायालय में रॉबर्ट्स के पुष्टिकरण के विरोध मे मत दिया था, जिसने प्रथमतः घटना को दोहरा बना दियाः पहली बार राष्ट्रपति को एक ऐसे व्यक्ति ने शपथ ग्रहण कराई जिसके पुष्टिकरण का उन्होंने विरोध किया था।[42]) स्थितियां मधुर नहीं रही. जैसाकि लेखक जैफरी टूबिन घटना बता रहे है:

Through intermediaries, Roberts and Obama had agreed how to divide the thirty-five-word oath for the swearing in. Obama was first supposed to repeat the clause “I, Barack Hussein Obama, do solemnly swear.” But, when Obama heard Roberts begin to speak, he interrupted Roberts before he said “do solemnly swear.” This apparently flustered the Chief Justice, who then made a mistake in the next line, inserting the word “faithfully” out of order. Obama smiled, apparently recognizing the error, then tried to follow along. Roberts then garbled another word in the next passage, before correctly reciting, “preserve, protect, and defend the Constitution of the United States.”[43]

समस्या यह थी कि रॉबर्ट्स के पास शपथ का मूल पाठ नहीं था परंतु उन्होंने अपनी स्मरणशक्ति पर भरोसा किया। बाद के अवसरों पर रॉबर्ट्स ने जब शपथ ली, उन्होंने मूलपाठ साथ में लिया।

एसोसिएटेड प्रेस ने रिपोर्ट किया कि "जैसे ही बाद में दोनों व्यक्तियों ने राजधानी में हाथ मिलाये, रॉबर्ट्स को यह कहते हुये सुना गया कि यह उनकी गलती थी।"[44] अगले दिन शाम को व्हाइट हाऊस के मैप कक्ष में पत्रकारों की उपस्थिति मे रॉबर्ट्स तथा ओबामा ने सही रूप से पुनः शपथ ली. व्हाइट हाऊस के अनुसार "यह एक अतिरिक्त सावधानी के लिये" किया गया जिससे संवैधानिक आवश्यकताओं को सुनिश्चित किया जा सके.

निजी जीवन‍

रॉबर्ट्स 13 कैथोलिक न्यायाधीशों में से एक है- कुल 111 न्यायाधीशों में- सर्वोच्च न्यायालय के इतिहास में.[45] इन 13 न्यायाधीशों मे से छह (रॉबर्ट्स, एन्टॉनी, कैनेडी, एन्टोनिन स्केलिया, क्लेरेन्स थॉमस, सेम्यूअल अलीटो तथा सोनिया सोटोमेयर) वर्तमान मे कार्यरत हैं। रॉबर्ट्स ने जेन सुलीवान से 1966 में वाशिंगटन में शादी की.[3] वह एक एटॉर्नी, एक कैथोलिक तथा अपने अल्मा मेटर, कॉलेज ऑफ द होली क्रॉस, वर्सेस्टर, मेसाचुयेट्स में एक ट्रस्टी (क्लेरेन्स थॉमस के साथ) हैं। इस जोड़ी ने दो बच्चों को गोद लिया, जॉन (जैक) तथा जोन्स फाइन (जोसी).[3]

स्वास्थ्य

रॉबर्ट्स को 30 जुलाई 2007 को दौरा पड़ा, उस समय वह हूपर द्वीप, पोर्ट क्लाइड गांव के सामने, सेन्ट जॉर्ज, मैन पर घर में छुट्टियाँ बिता रहे थे।[46][47] दौरे के परिणामस्वरूप वे अपने घर के पास पांच से दस फिट नीचे डॉक पर गिरे परन्तु केवल छोटी मोटी खरोंच ही आई.[46] उन्हें एक निजी नाव द्वारा मुख्य मैदानी क्षेत्र में ले जाया गया[47] (जो कि द्वीप से कुछ सौ यार्ड दूर है) तथा बाद में उन्हें एम्बूलेन्स द्वारा राकपोर्ट स्थित पेनॉबस्कॉट वे मेडिकल सेन्टर ले जाया गया जहां सर्वोच्च न्यायालय प्रवक्ता केथी आर्बर्ग के अनुसार उन्हें रात भर रखा गया।[48] चिकित्सकों ने इसे हल्के ईडियोपैथिक दौरा बताया, जिसका मतलब ऐसा कोई पहचान योग्य शारीरिक कारण नहीं है।[46][47][49][50]

रॉबर्ट्स को इसी तरह का दौरा 1993 में पड़ा था।[46][47][49] इस पहले दौरे के बाद, रॉबर्ट्स ने ड्रायविंग जैसी अपनी कुछ गतिविधियों को सीमित कर दिया. सीनेटर आर्लेन स्पेक्टर के अनुसार, जिन्होंने 2005 में रॉबर्ट्स के मुख्य न्यायाधीश के रूप में नामांकन के समय सीनेट की न्यायालयीन समिति की अध्यक्षता की थी, सीनेटर्स को उनके नामांकन पर विचार करते समय उनके इस दौरे की जानकारी थी, परंतु समिति ने पुष्टिकरण सुनवाई के दौरान इसे प्रस्तुत करना महत्वपूर्ण नहीं समझा. नियमानुसार संघीय न्यायाधीशों को अपने स्वास्थ्य के संबंध सूचना जारी करना आवश्यक नहीं होता.[46]

वाशिंगटन हॉस्पिटल सेन्टर के न्यूरोनोलॉजिस्ट डॉ॰ मार्क स्कोलबर्ग के अनुसार, जिनका रॉबर्ट्स के मामले से प्रत्यक्ष संबंध नहीं था, यदि किसी को भी बगैर किसी अन्य कारण एक से अधिक दौरे आये हो तो उसे एपिलेप्सी या मिर्गी के रूप मे परिभाषित किया जाता है। दो दौरों के बाद एक अन्य की संभावना किसी भी समय 60 प्रतिशत से अधिक होती है।[47] न्यूयॉर्क मेथोडिस्ट हॉस्पिटल के डॉ॰स्टीवन गार्नर, वे भी इस मामले से जुड़े नहीं है, ने कहा कि रॉबर्ट्स के दौरे का पूर्व इतिहास होने का मतलब है कि दूसरी घटना कम गंभीर होगी यदि यह कोई नई पैदा हुई समस्या हो.[49]

सर्वोच्च न्यायालय ने एक बयान में कहा कि रॉबर्ट्स बीमारी से पूरी तरह से उबर चुके हैं तथा न्यूरोलॉजिकल परीक्षण से ज्ञात हुआ है कि चिंता का कोई कारण नहीं है। संजय गुप्ता, सी.एन.एन अंशदाता तथा न्यूरोसर्जन, जो कि रॉबर्ट्स के मामले में शामिल नही है, ने कहा कि जब अन्यथा स्वस्थ व्यक्ति को दौरा पड़ता है, तो उसका चिकित्सक यह जांच करेगा कि क्या रोगी ने कोई नयी दवाऐं लेना प्रारंभ किया है तथा उसका सामान्य इलेक्ट्रोलाइट स्तर था। यदि ये दो चीजे सामान्य हैं तब मस्तिष्क की जांच की जायेगी. यदि रॉबर्ट्स को अपेक्षाकृत कम समय में कोई अन्य दौरा नहीं पड़ता तो गुप्ता ने कहा कि वह निश्चित नहीं थे कि रॉबर्ट्स को एपिलेप्सी होना बताया जाना चाहिये था। उन्होंने कहा कि मुख्य न्यायाधीश को दौरा विरोधी दवाईयां लेना आवश्यक है।[50]

व्यक्तिगत वित्त

सर्वोच्च न्यायालय में पुष्टिकरण सुनवाई के पूर्व सीनेट न्यायालयीन समिति को रॉबर्ट्स द्वारा प्रस्तुत किये गये 16पृष्ठों के वित्तीय स्थिति के खुलासे के अनुसार उनकी कुल सम्पत्ति 1.6 डॉलर के शेयरों को मिलाकर 06 मिलियन डॉलर से अधिक थी। 2003 में डी.सी.सर्किट कोर्ट ऑफ अपील्स में पदभार ग्रहण करने के लिये निजी प्रैक्टिस को छोड़ते समय उन्होंने सालाना एक मिलियन के स्थान पर 171800 डॉलर सालाना का कम वेतन लिया; मुख्य न्यायाधीश के रूप में उनका वेतन 217400 डॉलर है। रॉबर्ट्स के पास काउण्टी लिमरिक के एक आयरिश गांव में नॉकलँग में एक कॉटेज में 1/8 भाग है। उनकी पत्नी आयरलैंड में चार्लविले, काउन्टी कॉर्क, काउन्टी कैरी तथा काउन्टी फर्मनाग से संबंधित हैं।

अगस्त 2010 में, रॉबर्ट्स ने फाइजर के शेयर बेच दिये जिससे उन्हें औषधि निर्माताओं के दो विचाराधीन मामलों में भाग लेने की अनुमति मिली. न्यायाधीशों को ऐसे मामलों से अपने को अलग रखना आवश्यक है, जिस पार्टी के शेयर उनके पास है।[51]

जॉन जी. रॉबर्ट्स जूनियर के लेखों की ग्रंथ सूची

मिशिगन वि.वि के कानून ग्रन्थालय (बाहरी सम्पर्क नीचे) ने इन लेखों, कई संक्षिप्त टिप्पणियों तथा बहस के पूर्ण लेख संकलित किये हैं।

  • डेवलपमेंट्स इन दी लॉ — जोनिंग, "दी टेकिंग्स क्लॉज," 91 हार्व. एल. रेव. 1462. (1978). (एक लंबे लेख की धारा III पृष्ठ 1427 पर शुरु होती है)
  • कमेंट, "कॉन्ट्रेक्ट क्लॉज — लेजिस्लेटिव ऑलटेरेशन ऑफ प्राइवेट पेंशन एग्रीमेंट्स: एलाइड स्ट्रक्चरल स्टील को. वी. स्पान्स," 92 हार्व. एल. रेव. 86. (1978). ((एक लंबे लेख की धारा सी पृष्ठ 57 पर शुरु होती है)
  • न्यू रूल्स एंड ओल्ड पोज स्ट्म्बलिंग ब्लॉक्स इन हाई कोर्ट केस, लीगल टाइम्स, फरवरी 26, 1990, ई. बैरेट प्रेटीमैन, जूनियर के साथ सह-लेखक
  • "Article III Limits on Statutory Standing". Duke Law Journal. 42: 1219. 1993.
  • राइडिंग दी कॉटेल्स ऑफ दी सॉलिसिटर जनरल, लीगल टाइम्स, मार्च 29, 1993.
  • दी न्यू सॉलिसिटर जनरल एंड दी पावर ऑफ दी एमिकुस, दी वॉल स्ट्रीट जर्नल, मई 5, 1993.
  • "The 1992–1993 Supreme Court". Public Interest Law Review. 107. 1994.
  • फॉर्फिचर्स: डज इनोसेंस मैटर?, न्यू जर्सी लॉ जर्नल, अक्टूबर 9, 1995.
  • थॉट्स ऑन प्रजेंटिंग एन इफेक्टिव ऑरल आर्गुमेंट, स्कूल लॉ इन रिव्यू (1997). लिंक
  • दी बुश पैनल, 2003 बीवाईयू (BYU) एल. रेव. 62 (2003). (पृष्ठ 1. से आरंभ रेक्स ई. ली के लिए एक श्रद्धांजलि का भाग. रॉबर्ट्स द्वारा एक भाषण "दी बुश पैनल".)
  • Roberts, JOHN G. (2005). "Oral Advocacy and the Re-emergence of a Supreme Court Bar". Journal of Supreme Court History. 30 (1): 68–81. डीओआइ:10.1111/j.1059-4329.2005.00098.x.
  • "What Makes the D.C. Circuit Different? A Historical View" (PDF). Virginia Law Review. 92 (3): 375. 2006. मूल (PDF) से 28 सितंबर 2007 को पुरालेखित.
  • "A Tribute to Chief Justice Rehnquist" (PDF). Harvard Law Review. 119: 1. 2005. मूल (PDF) से 4 मार्च 2009 को पुरालेखित.

इन्हें भी देखें

  • संयुक्त राज्य अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट का जनसांख्यिकीय
  • संयुक्त राज्य अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट के न्यायधीशों की सूची
  • संयुक्त राज्य अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट के कानून क्लर्कों की सूची
  • कार्यकाल के अनुसार संयुक्त राज्य अमेरिका के मुख्य न्यायाधीशों की सूची
  • कार्यकाल के अनुसार अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों की सूची
  • रॉबर्ट्स न्यायालय के दौरान संयुक्त राज्य अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट के मामले

अग्रिम पठन

समाचार लेख

  • "रॉबर्ट्स लिस्टेड इन फेडरलिस्ट सोसायटी '97-98 डायरेक्टरी". वॉशिंगटन पोस्ट. 25 जुलाई 2005.[52]
  • "अपेलिट जज रॉबर्ट्स इज बुश हाई-कोर्ट पिक." एमएसएनबीसी (MSNBC). 19 जुलाई 2005.[53]
  • अर्गेटसिंगर, एमी और जो बेकर. "दी नॉमिनी एज़ ए यंग प्रेगमाटिस्ट: अंडर रीगन, रॉबर्ट्स टेकल्ड टफ इश्यूज." वॉशिंगटन पोस्ट . 22 जुलाई 2005.[54]
  • बर्बश, फ्रेड, आदि: "बुश टू नॉमिनेट जज जॉन जी. रॉबर्ट्स जूनियर." वॉशिंगटन पोस्ट . 19 जुलाई 2005.[55]
  • बेकर, जो और आर. जेफरी स्मिथ. "रिकार्ड ऑफ एकम्पलिश्मेंट — एंड सम कंट्रेडिक्शन्स." वॉशिंगटन पोस्ट . 20 जुलाई 2005.[56]
  • बुमुलेर, एलिसाबेथ और डेविड स्टाउट: "प्रेसिडेंट चूज्स कंजर्वेटिव जज एज़ नॉमिनी टू कोर्ट." न्यूयॉर्क टाइम्स . 19 जुलाई 2005.[57]
  • एंटोस, एडम. "बुश पिक्स कंजर्वेशन रॉबर्ट्स फॉर सुप्रीम कोर्ट." रॉयटर्स. 19 जुलाई 2005.[58]
  • गुडनौग्ह, एबी. "नॉमिनी गेव क्विट एडवाइज ऑन रिकाउंट" न्यूयॉर्क टाइम्स. 21 जुलाई 2005.[59]
  • लेन, चार्ल्स. "फेडरलिस्ट एफिलिएशन मिस्टैट: रॉबर्ट्स डज नोट बिलोंग टू ग्रुप." वॉशिंगटन पोस्ट . 21 जुलाई 2005.[60]
  • लेन, चार्ल्स. "शॉर्ट रिकॉर्ड एज़ जज इज अंडर ए माइक्रोस्कोप." वॉशिंगटन पोस्ट . 21 जुलाई 2005.[61]
  • ग्रोप, मॉरीन और जॉन टुओही. "इफ यू आस्क जॉन वेयर ही इज फ्रॉम. ही सेज़ इंडियाना." इंडियानापोलिस स्टार . 20 जुलाई 2005.[62]
  • मैकफेतर, एन. "जॉन जी. रॉबर्ट्स जूनियर इज बुश चॉईस फॉर सुप्रीम कोर्ट." पिट्सबर्ग पोस्ट-गेजेट . 19 जुलाई 2005.[63]
  • रिचमैन, देब. "फेडरल-जज रॉबर्ट्स इज बुशस चॉईस." एसोसिएटेड प्रेस. 20 जुलाई 2005.[64]
  • "रॉबर्ट्स: ए स्मार्ट, सेल्फ-इफेसिंग 'ईगल स्काउट'." एसोसिएटेड प्रेस. 20 जुलाई 2005.[65]
  • "हू इज जॉन जी. रॉबर्ट्स जूनियर?" एबीसी (ABC) न्यूज. 19 जुलाई 2005.[66]

सरकारी/आधिकारिक जीवनी

  • "प्रेसिडेंट एनाउंस जज जॉन रॉबर्ट्स एज़ सुप्रीम कोर्ट नॉमिनी." सचिव प्रेस कार्यालय, राष्ट्रपति का कार्यकारी कार्यालय.[67]
  • "रॉबर्ट्स, जॉन जी. जूनियर," संघीय न्यायिक केंद्र.[68]
  • "जॉन जी. रॉबर्ट्स की जीवनी." नीति कानूनी कार्यालय, न्याय विभाग अमेरिका.[69]
  • "बायोग्राफिकल स्केचेज ऑफ दी जजेज ऑफ दी यू.एस. कोर्ट ऑफ अपील्स फॉर दी डी.सी. सर्किट." कोलंबिया सर्किट के जिलों के लिए अपील का यूनाइटेड स्टेट्स कोर्ट.[70]
  • जॉन जी. रॉबर्ट्स क्वेस्चनेर फॉर अपील्स कोर्ट कन्फोर्मेशन हियरिंग (पी. 297-339) एंड रेस्पोंसेज टू क्वेस्चनेर फ्रॉम वेरियास सीनेटर्स (पी. 443-461)[71]

अन्य

  • कोफीन, शेनन डब्ल्यू. "मीट जॉन रॉबर्ट्स: दी प्रेसिडेंट मेक्स दी बेस्ट चॉईस ". नेशनल रिव्यू ऑनलाइन . 19 जुलाई 2005.[72]
  • "फोर्मर होगन एंड हार्टसन पार्टनर नॉमिनेटेड फॉर दी यू.एस. सुप्रीम कोर्ट." होगन और हार्टसन, एलएलपी. 20 जुलाई 2005.[73]
  • गोल्डमैन, जैरी. "जॉन जी. रॉबर्ट्स, जूनियर." ओयेज़.[74]
  • "जॉन जी. रॉबर्ट्स, जूनियर फैक्ट शीट" ला ल्यूमिर स्कूल.[75]
  • "जॉन जी. रॉबर्ट्स संघीय अभियान योगदान." Newsmeat.com. 19 जुलाई 2005.[76]
  • "प्रोग्रेस फॉर अमेरिका: स्पोर्ट फॉर दी कन्फोर्मेशन ऑफ जॉन जी. रॉबर्ट्स"[77]
  • "रिपोर्ट ऑफ दी एलाइंस फॉर जस्टिस: ओपोजिशन टू दी कन्फोर्मेशन ऑफ जॉन जी. रॉबर्ट्स टू दी यू.एस. कोर्ट ऑफ अपील्स फॉर दी डी.सी. सर्किट" न्याय के लिए गठबंधन.[78]
  • जोएल के. गोल्डस्टीन, "नॉट हियरिंग हिस्ट्री: ए क्रिटिक ऑफ चीफ जस्टिस रॉबर्ट्स रेंटरप्रिटेशन ऑफ ब्राउन, " 69 ओहियो सेंट. एल.जे.791 (2008).[79]

सन्दर्भ

बाहरी कड़ियाँ

साँचा:Wikisource-author

नामांकन और पुष्टिकरण
न्यायिक कार्यालय
पूर्वाधिकारी
James Buckley
Judge of the Court of Appeals for the District of Columbia Circuit
2003–2005
खाली
पूर्वाधिकारी
William Rehnquist
Chief Justice of the United States
2005–present
पदस्थ
United States order of precedence
पूर्वाधिकारी
John Boehner
Speaker of the House of Representatives के रूप में
United States order of precedence
Chief Justice of the Supreme Court
उत्तराधिकारी
Jimmy Carter
Former President के रूप में

साँचा:USChiefJustices

साँचा:Start U.S. Supreme Court compositionसाँचा:U.S. Supreme Court composition court lifespanसाँचा:U.S. Supreme Court composition 2005-2006साँचा:U.S. Supreme Court composition 2006–2009साँचा:U.S. Supreme Court composition 2009-2010साँचा:U.S. Supreme Court composition 2010-present|}| |-|}[[श्रेणी:जॉर्ज डब्ल्यू. बुश द्वारा संयुक्त राज्य अमेरिका के न्यायालय के अपील न्यायाधीशों को नियुक्त किया गया]]

🔥 Top keywords: जय श्री रामराम नवमीश्रीरामरक्षास्तोत्रम्रामक्लियोपाट्रा ७राम मंदिर, अयोध्याहनुमान चालीसानवदुर्गाअमर सिंह चमकीलामुखपृष्ठहिन्दीभीमराव आम्बेडकरविशेष:खोजबड़े मियाँ छोटे मियाँ (2024 फ़िल्म)भारत के राज्य तथा केन्द्र-शासित प्रदेशभारतीय आम चुनाव, 2024इंडियन प्रीमियर लीगसिद्धिदात्रीमिया खलीफ़ाखाटूश्यामजीभारत का संविधानजय सिया रामसुनील नारायणलोक सभाहनुमान जयंतीनरेन्द्र मोदीलोकसभा सीटों के आधार पर भारत के राज्यों और संघ क्षेत्रों की सूचीभारत के प्रधान मंत्रियों की सूचीगायत्री मन्त्ररामायणअशोकप्रेमानंद महाराजभारतीय आम चुनाव, 2019हिन्दी की गिनतीसट्टारामायण आरतीदिल्ली कैपिटल्सभारतश्रीमद्भगवद्गीता