डकैती
डकैती हिंसा या हिंसा की धमकी से ग़ैर-क़ानूनी ढंग से किसी अन्य व्यक्ति का धन, माल, जान, पशुधन या अन्य वस्तु छीन लेने को कहते हैं। डकैती करने वाले व्यक्तियों को डाकू या दस्यु कहा जाता है। डाकू अक्सर गिरोहों का भाग होते हैं और ऐसे क्षेत्रों में अड्डे बनाते हैं जहाँ पुलिस और अन्य क़ानून के रखवालों का पहुँचना कठिन राहज़नी एक विशेष प्रकार की डकैती होती है जिसमें यात्रा कर रहे लोगों पर आक्रमण कर के उनसे चोरी की जाती है या स्वयं उन पर बलात्कार या हत्या जैसा अपराध किया जाता है।[1]
बाग़ी
कुछ डाकू अपने जीवन के आरम्भ में शरीफ़ लोग हुआ करते थे जिनकी किसी शक्तिशाली व्यक्ति या सरकार से लड़ाई हो गई हो और उन्हें जान बचने के लिए भागना पड़ता था। सरकार और पुलिस उनका शिकार कर रही होती थी इसलिए वे अपने बचाव के लिए हथियार उठा लेते थे और जीने के लिए खाने-पैसे की वजह से अपराध का रास्ता लेते थे। ऐसे विद्रोही डाकुओं को पुराने काल में अक्सर 'बाग़ी' बुलाया जाता था।
अन्य भाषाओँ में
'डाकू' को अंग्रेज़ी में 'बैन्डिट' (bandit) या 'ब्रिगन्ड' (brigand) कहते हैं। 'राहज़नो' को अंग्रेज़ी में 'हाइवेमॅन' (highwaymen) कहा जाता था लेकिन अंग्रेज़ीभाषी देशों में क़ानून व्यवस्था अच्छी होने से यह १५० वर्षों से देखे नहीं गए हैं। अमेरिका में डाकुओं को 'आउटलॉ' (outlaw) कहा जाता था। मेक्सिको में स्पेनी भाषा का 'देस्पेरादो' (desperado) शब्द इस्तेमाल होता था। बाग़ी डाकुओं को अमेरिका में 'रॅबॅल आउटलॉ' (rebel outlaw) कहा जाता था।
प्रसिद्ध डाकू
भारतीय संस्कृति में अतीत के कुछ जाने-माने डाकू आज भी याद किये जाते हैं, जैसे कि बिजनौर का सुल्ताना डाकू, जिसपर एक मशहूर नौटन्की आधारित है।[2] आधुनिक काल में फूलन देवी एक महिला डाकू थी जो आगे चलकर भारत की सांसद भी बनी।
अन्य देशों में भी प्रसिद्ध डाकू हुए हैं। मसलन अमेरिका में जॅस्सी जेम्ज़ (Jesse James) और बिली द किड (Billy the Kid) मशहूर हैं।[3][4] मध्यकालीन इंग्लैंड में रॉबिन हुड एक मशहूर बाग़ी डाकू (रॅबॅल आउटलॉ) था।[5] इटली में प्रसिद्ध था Carmine Crocco[6]