मीठा जल

कम मात्रा में घुले हुए लवणों के साथ प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला पानी

मीठा जल अथवा ताजा जल प्राकृतिक रूप से पृथ्वी पर पाया जाने वाला वह पानी है जो समुद्री और समुद्रतटीय लैगूनों के नमक मिश्रित जल से अलग है। इसे ऐसे जल के रूप में परिभाषित किया जाता है जिसमें 0.5 भाग प्रति हजार से कम लवण घुले हुए हों।[1]

यह पृथ्वी पर कई रूपों में पाया जाता है जैसे हिम टोपियों के रूप में ध्रुवीय क्षेत्रों में या ऊंचे पर्वतों पर, नदियों में प्रवाहित धरातलीय जल, जमीन के नीचे स्थित भूगर्भिक जल, मिट्टी में उपलब्ध नमी के रूप में मृदा जल, झीलों तालाबों और पोखरों में स्थित जल इत्यादि के रूप में।

वस्तुतः मीठा जल या ताजा जल शब्द समुद्री खारे जल से अलग सारा जल है जो पृथ्वी पर पाया जाता है।यह पेय जल का समानार्थी नहीं है और पेय जल इसका एक हिस्सा मात्र है। वास्तव में पृथ्वी पर उपलब्ध मीठे जल का काफ़ी हिस्सा पीने योग्य नहीं है क्योंकि उसमें रासायनिक अथवा जैविक दूषण पाया जाता है।

सन्दर्भ

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