वुज़ू

नमाज़ से पहले शुद्धि का एक इस्लामी नियम

वुज़ू (अरबी: الوضوء, वुदू (हिन्दी में); ) शरीर के भागों को धोने के लिए एक इस्लामी प्रक्रिया है, यह शुद्धि का एक धार्मिक तरीका है। वुज़ू में हाथ, मुंह, नाक(अंदरूनी), बाजुएँ, सिर और पाँव को पानी से धोना शामिल है और यह इस्लाम में धार्मिक अनुष्ठान का एक महत्वपूर्ण अंग है।'कौनसी गतिविधियो में वुज़ू ज़रूरी होता है, ये किन-किन धार्मिक विधियो से गठित होता है और इसे क्या तोड़ता (भंग) या अमान्य करता है ' ये सब मामले फ़िक़्ह (इस्लामी न्यायशास्त्र) के अंतर्गत आते हैं [1] और विनिर्दिष्टतः यह नियम स्वछता से संबंधित है।

अल-अक़्सा मस्जिद में अल-कास फ़व्वारा

वुज़ू आम तौर पर नमाज़ों (औपचारिक प्रार्थनाओं) की तैयारी करने के लिए और पवित्र-क़ुरआन को थामने या पढ़ने से पहले भी किया जाता है।[1] पेशाब, शौच, अधोवायु (पाद), गहरी नींद और ज़रा भी खून बहना इन अशुद्ध करने वाली गतिविधियों से वुज़ू अमान्य या टूट जाता है।[2]

सन्दर्भ

🔥 Top keywords: जय श्री रामराम नवमीश्रीरामरक्षास्तोत्रम्रामक्लियोपाट्रा ७राम मंदिर, अयोध्याहनुमान चालीसानवदुर्गाअमर सिंह चमकीलामुखपृष्ठहिन्दीभीमराव आम्बेडकरविशेष:खोजबड़े मियाँ छोटे मियाँ (2024 फ़िल्म)भारत के राज्य तथा केन्द्र-शासित प्रदेशभारतीय आम चुनाव, 2024इंडियन प्रीमियर लीगसिद्धिदात्रीमिया खलीफ़ाखाटूश्यामजीभारत का संविधानजय सिया रामसुनील नारायणलोक सभाहनुमान जयंतीनरेन्द्र मोदीलोकसभा सीटों के आधार पर भारत के राज्यों और संघ क्षेत्रों की सूचीभारत के प्रधान मंत्रियों की सूचीगायत्री मन्त्ररामायणअशोकप्रेमानंद महाराजभारतीय आम चुनाव, 2019हिन्दी की गिनतीसट्टारामायण आरतीदिल्ली कैपिटल्सभारतश्रीमद्भगवद्गीता