व्यापार
व्यापार (Trade) का अर्थ है क्रय और विक्रय। दूसरे शब्दों में, एक व्यक्ति (या संस्था) से दूसरे व्यक्ति (या संस्था) को सामानों का स्वामित्व अन्तरण ही व्यापार कहलाता है। स्वामित्व का अन्तरण सामान, सेवा या मुद्रा के बदले किया जाता है। जिस नेटवर्क (संरचना) में व्यापार किया जाता है उसे 'बाजार' कहते हैं।
आरम्भ में व्यापार एक सामान के बदले दूसरा सामान लेकर (वस्तु-विनिमय या बार्टर) किया जाता था। बाद में अधिकांश वस्तुओं के बदले धातुएँ, मूल्यवान धातुएँ, सिक्के, हुण्डी (bill) अथवा पत्र-मुद्रा से हुईँ। आजकल अधिकांश क्रय-विक्रय मुद्रा (मनी) द्वारा होता है। मुद्रा के आविष्कार (तथा बाद में क्रेडिट, पत्र-मुद्रा, अभौतिक मुद्रा आदि) से व्यापार में बहुत सरलता और सुविधा आ गयी। types of trade- यह दो प्रकार का होता है। 1- home trade2- foreign trade
1-home trade यह भी दो प्रकार का होता है।1.1- local trade1.2- state level trade
2- foreign trade 2.1- import trade2.2- export trade2.3- re-export trade
व्यापार को एक आर्थिक अवधारणा के रूप में जाना जाता है जो वस्तुओं की खरीद और बिक्री से जुड़ी होती है। व्यापार दो या दो से अधिक पार्टियों के बीच आयोजित किया जाता है जो एक व्यक्ति या व्यावसायिक इकाई हो सकती है।
व्यापार दो प्रकार का हो सकता है: 1) आंतरिक व्यापार और 2) बाह्य व्यापार
आंतरिक व्यापार वह व्यापार है जो किसी राष्ट्र की राजनीतिक और भौगोलिक सीमाओं के भीतर पार्टियों के बीच किया जाता है, जबकि बाहरी व्यापार वह व्यापार है जो देश की सीमाओं के बाहर या दो देशों के बीच दो पक्षों के बीच किया जाता है।