हथौड़ा
हथौड़ा अनेक प्रकार के व्यवसायियों (प्रोफेशनल्स्) द्वारा उपयोग में लाया जाने वाला मूल उपकरण है। किसी वस्तु पर बलाघात (इम्पैक्ट) या क्षणिक किन्तु महान बल लगाने के लिये हथौड़े का उअप्योग किया जाता है। इसका उपयोग कील (नेल) धसाने, अलग-अलग भागों को जोड़ने, किसी चीज को तोड़ने, पीटकर बड़ा करने आदि के लिये किया जाता है। इसका उपयोग हथियार के रूप में भी किया जा सकता है। हैमर हाई कार्बन स्टील के बनाये जाते हैं।
हथौड़े तरह-तरह के होते हैं एवं कार्य-विशेष के अनुरूप उनकी डिजाइन की जाती है (जैसा कार्य वैसी डिजाइन)। हथौड़े के मुख्यतः दो भाग होते हैं - हत्था (हैंडिल) एवं सिर (हेड्)। इसका अधिआंश भार इसके सिर में ही निहित होता है। हथौड़ा मुख्यतः मानव-हस्त-चालित ही होता है किन्तु कुछ मशीन द्वारा स्वतःचालित हथौड़े भी हो सकते हैं।
हेड के भागों के कई नाम होते हैं जैसे उपरी भाग को 'पीन' (peen) कहते हैंजिस हिस्से में हैंडल लगा होता है उसे 'आइ होल' कहते हैंउसके नीचे का हिस्सा 'नेक' कहलाता है जिस हिस्से से पिटाई करते हैं उसे 'फेस' कहते हैं।
हैमर निम्न प्रकार के होते हैं (चित्र देखें)
भांति-भांति के हथौड़े
- क्ला हैमर (Claw hammer)
- Framing hammer
- Geologist's hammer
- Upholstery hammer
- Cross-peen hammer
- Ball-peen hammer
- Rubber mallet
- Wooden mallet
- Stone tapping hammer
- Perforated hammer head of stone
- Long cross-face hammer (blacksmithing)
- Twist hammer (blacksmithing)
- Dog-head hammer (blacksmithing)
- Ball pane hammer
- Straight pane sledgehammer
- भाप शक्ति से चलने वाला हथौड़ा