धनु वैदिक काल की हिन्दू लम्बाई मापन की इकाई है।एक धनु बराबर होता है दो दण्ड के।पांच धनु से एक रज्जु बनता है।
विष्णु पुराण के अनुसार मानव हस्त परिमाण इस प्रकार हैं:-
(वायु पुराण के अनुसार एक अंगुल, अंगुली की एक गांठ के बराबर है, और अन्य प्राधिकारियों के अनुसार सिरे पर अंगुष्ठ की मोटाई के बराबर है.)[1]वायु ने मनु के अधिकार के अन्तर्गत उपरोक्त समान गणना दी है, जो कि मनु संहिता में नहीं उल्लेखित है:-
यह अधिक वर्णित नहीं है.