एल्फ्रीडे येलिनेक
एल्फ्रीडे येलिनेक जर्मन भाषा की एक नारीवादी ऑस्ट्रियाई लेखिका, कवयित्री एवं नाटककार हैं जिन्हें 2004 में साहित्य के क्षेत्र में नोबल पुरस्कार से नवाज़ा गया था। येलिनेक साहित्य में नोबेल पुरस्कार जीतने वाली दसवीं महिला एवं पहली ऑस्ट्रियाई हैं। इन्हें अपने अर्ध-आत्मकथात्मक उपन्यास द पियानो टीचर के लिए जाना जाता है, जिस पर आधारित 2001 में ऑस्ट्रियाई निर्देशक माइकल हैनेके द्वारा बनाई फ्रांसीसी भाषा फ़िल्म को कांस ग्रैंड ज्यूरी पुरस्कार मिला था।[3][4] उन्हें 1998 में जॉर्ज बुख्नर पुरस्कार मिला। वे फ्रान्ज़ काफ़्का पुरस्स्कार जीतने वाली चौथी व्यक्ति एवं पहली महिला हैं।[5][1][2]
एल्फ्रीडे येलिनेक | |
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एल्फ्रीडे येलिनेक 2004 में | |
जन्म | 20 अक्टूबर 1946 |
आवास | वियेना, म्यूनिक[1][2] |
राष्ट्रीयता | ऑस्ट्रियाई |
पेशा | लेखिका, कवयित्री |
कार्यकाल | 1967 से वर्तमान |
जीवनसाथी | गॉटफ़्रीड हुंस्बर्ग[2] |
पुरस्कार | 2004 साहित्य नोबेल पुरस्कार |
हस्ताक्षर | |
वेबसाइट http://www.elfriedejelinek.com/ |
येलीनेक का जन्म ऑस्ट्रिया में 20 अक्टूबर 1946 को ऑस्ट्रिया के स्टीरिया प्रांत के मुत्सतुश्लाख शहर में हुआ था। इनके पिता चेक के यहूदी थे एवं माता वियेना से थीं। उन्होंने बचपन में पियानो, ऑर्गन और रिकॉर्डर बजाना सीखा था। इसके पश्चात उन्होंने वियेना कन्ज़र्वेटरी में संगीत रचना सीखी और उसके बाद वियना विश्वविद्यालय में भाषा, थिएटर एवं कला इतिहास की पढ़ाई की। उनके लेखन की शुरुआत 1967 में छपे कविता संग्रह लीसा'स शैटन(लीसा की छाया) से हुई। येलीनेक 1974 से 1991 तक ऑस्ट्रियाई कम्यूनिस्ट पार्टी की सदस्य थीं।[3][5][2]