ज्यां लुक गोदार

ज्यां लुक गोदार फ्रेंच फिल्म निर्देशक और निर्माता हैं। फिल्म निर्माण में गोदार की पहचान को साठ के दशक में फ्रांस में लोकप्रिय न्यू वेव सिने आंदोलन से जोड़कर देखा जाता है। गोदार ने फ्रांस की मुख्यधारा सिनेमा की जमकर आलोचना की। उनकी आलोचना के केंद्र में था नई विधा पर काम करने वजाय पुरानी शैली में शिल्प पर जोर और नए के बदले पुराने फिल्मकारों को तरजीह। फ्रांस में इसे लेकर बहस तेज हो गई और नतीजे में गोदार और उनके साथियों ने अपनी फिल्मों का निर्माण शुरू कर दिया। गोदार की कई फिल्मों ने अपने कथ्य और शिल्प के जरिए फ्रांस के साथ-साथ हॉलीवुड सिनेमा के सामने भी चुनौतियां पेश कीं। [1]

ज्यां लुक गोदार

बर्कले में ज्यां लुक गोदार, 1968
जन्म 3 दिसम्बर 1930 (1930-12-03) (आयु 93)
पेरिस, फ्रांस
नागरिकता फ्रेंच, स्वीस
शिक्षा की जगह पेरिस विश्वविद्यालय
पेशा फिल्म आलोचक, निर्देशक, अभिनेता, सिनेमेटोग्राफर, पटकथा लेखक, संपादक, निर्माता
कार्यकाल 1950 से आजतक
पुरस्कार
  • ऑनरेरी ऑस्कर सम्मान (2010)
  • ऑनरेरी सीजर (1987, 1998)
  • प्री ज्या फिगो (1960)
हस्ताक्षर

गोदार को सन् 2010 में ऑनरेरी ऑस्कर सम्मान के लिए चुना गया लेकिन उन्होंने सम्मान समारोह में शिरकत नहीं की। गोदार की फिल्मों ने अपने समकालीन और बाद की पीढ़ी के कई निर्देशकों को प्रभावित किया जिनमें मार्टिन स्कोर्सीज, बरनार्डो बर्टोलूची और पियरे पाओलो पसोलिनी शामिल हैं।[2][3][4]

जीवन परिचय

गोदार का जन्म 3 दिसंबर 1930 को फ्रांस की राजधानी पेरिस में एक समृद्ध परिवार में हुआ था। उनके पिता पॉल गोदार स्वीस मूल के एक मशहूर चिकित्सक थे। जबकि उनके नाना प्रसिद्ध बैंक बीएनपी पारिबास के संस्थापकों में से एक थे। गोदार जब चार साल के थे तब उनके पिता अपने परिवार को लेकर स्विट्जरलैंड चले आए। द्वितीय विश्व-युद्ध के समय गोदार फ्रांस में थे और बड़ी मश्किल से स्विट्जरलैंड पहुंच पाए। गोदार की शुरुआती शिक्षा-दीक्षा स्विट्जरलैंड के नियॉन में हुई।

गोदार हालांकि शुरुआत में कोई बड़े सिनेमा प्रेमी नहीं थे। लेकिन लेखक मालरों के सिनेमा पर प्रकाशित निबंधों को पढ़कर सिनेमा में उनकी रुचि बढ़ने लगी और वो अपने मित्रों के संपर्क में आकर सिनेमा आलोचक हो गए। फ्रांस में न्यू वेव आंदोलन शुरू होने के बाद गोदार ने अपने विरोधियों के जवाब में फिल्मों का निर्माण शुरू किया।

फिल्म निर्माण

गोदार ने अपना फिल्म करियर बतौर फिल्म आलोचक शुरू किया। उन्होंने गजेत दूं सिनेमा नाम से फिल्म समीक्षा की एक पत्रिका भी शुरू की। जिसके कुछ अंक निकलने के बाद ये पत्रिका बंद हो गई। लेकिन मशहूर फिल्म समीक्षक आंद्रे बेजिन ने जब कहायर दूं सिनेमा नाम से अपनी पत्रिका शुरू की तो को गोदार उसके शुरआती लेखकों में शामिल हुए। गोदार ने शुरू में छोटी-मोटी फिल्मों का निर्माण किया लेकिन उनकी पहली फिल्म 1960 में आई ब्रेदलेस थी जिसने गोदार को एक फिल्म निर्माता और निर्दशक के रूप में स्थापित कर दिया।

सम्मान

  • सदरलैंड ट्रॉफी, 1965
  • ग्रैंड ज्यूरी प्राइज़, 1967
  • गोलडन लॉयन, 1982
  • ऑनरेरी सीज़र, 1997
  • आनरेरी ऑस्कर सम्मान, 2010
  • कान्स ज्यूरी प्राइज़, 2014

सन्दर्भ

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