प्रॉक्सिमा सेन्टॉरी
प्रॉक्सिमा सॅन्टौरी या मित्र सी, जिसका बायर नाम α Centauri C या α Cen C है, नरतुरंग तारामंडल में स्थित एक लाल बौना तारा है। हमारे सूरज के बाद, प्रॉक्सिमा सॅन्टौरी हमारी पृथ्वी का सब से नज़दीकी तारा है और हमसे ४.२४ प्रकाश-वर्ष की दूरी पर है।[4] फिर भी प्रॉक्सिमा सॅन्टौरी इतना छोटा है के बिना दूरबीन के देखा नहीं जा सकता।[5] पृथ्वी से यह मित्र तारे (अल्फ़ा सॅन्टौरी) के बहु तारा मंडल का भाग नज़र आता है, जिसमें मित्र "ए" और मित्र "बी" तो द्वितारा मंडल में एक दूसरे से गुरुत्वाकर्षण से बंधे हुए हैं, लेकिन प्रॉक्सिमा सॅन्टौरी उन दोनों से ०.२४ प्रकाश-वर्ष की दूरी पर है जिस से पक्का पता नहीं कि यह पृथ्वी से केवल उनके समीप नज़र आता है या वास्तव में इसका उनके साथ कोई गुरुत्वाकर्षक बंधन है।[6][1]
प्रेक्षण तथ्य युग J2000.0 विषुव J2000.0 (ICRS) | |
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तारामंडल | नरतुरंग |
उच्चारण | 'प्रॉक्सिमा सेन्टॉरी' में 'ऑ' के उच्चारण पर ध्यान दें |
दायाँ आरोहण | 14h 29m 42.9487s[1] |
झुकाव | −62° 40′ 46.141″[1] |
सापेक्ष कांतिमान (V) | 11.05[1] |
विशेषताएँ | |
तारकीय श्रेणी | M5.5 Ve[1] |
सापेक्ष कांतिमान (J) | 5.35 ± 0.02[1] |
U−B रंग सूचक | 1.43[1] |
B−V रंग सूचक | 1.90[1] |
परिवर्ती श्रेणी | धधकी तारा |
खगोलमिति | |
रेडियल वेग (Rv) | −21.7 ± 1.8 किमी/सै |
विशेष चाल (μ) | दाआ.: −3775.40[1] मिआसै/वर्ष झु.: 769.33[1] मिआसै/वर्ष |
लंबन (π) | 768.7 ± 0.3 मिआसै |
दूरी | 4.243 ± 0.002 प्रव (1.3009 ± 0.0005 पार) |
निरपेक्ष कांतिमान (MV) | 15.49 |
विवरण | |
द्रव्यमान | 0.123 ± 0.006 M☉ |
त्रिज्या | 0.141 ± 0.007 R☉ |
सतही गुरुत्वाकर्षण (log g) | 5.20 ± 0.23 |
चमकीलापन (बोलोमेट्रिक) | 0.0017 L☉ |
तापमान | 3,042 ± 117 K |
घूर्णन | 83.5 days[2] |
घूर्णन गति (v sin i) | 2.7 ± 0.3[3] किमी/सै |
आयु | 4.85[4] अरब वर्ष |
अन्य नाम | |
Alpha Centauri C, CCDM J14396-6050C, GCTP 3278.00, GJ 551, HIP 70890, LFT 1110, LHS 49, LPM 526, LTT 5721, NLTT 37460, V645 Centauri[1] | |
डेटाबेस संदर्भ | |
सिम्बाद | data |
अगस्त २४, २०१६ को यूरोपीय दक्षिणी वेधशाला ने प्रॉक्सिमा बी ग्रह के पाए जाने की घोषणा करी, जो ०.०५ ख ई (७५,००,००० किमी) की दूरी पर ११.२ पृथ्वी दिनों की कक्षीय अवधि के साथ इस तारे की परिक्रमा कर रहा है। इस ग्रह का अनुमानित द्रव्यमान (मास) पृथ्वी से कम-से-कम १.३ गुना है और इसकी स्थलीय ग्रह की सर्वाधिक सम्भावना है। यह प्रॉक्सिमा सेन्टॉरी तारे के वासयोग्य क्षेत्र में है, यानि इसकी सतह पर जल द्रव-अवस्था में रह सकता है। अब तक करे गये अनुसन्धान में तारे के इर्द-गिर्द कोई भूरा बौना और गैस दानव नहीं मिला है।[7][8]सन्दर्भ त्रुटि: अमान्य <ref>
टैग;(संभवतः कई) अमान्य नाम[9]
अन्य भाषाओं में
अंग्रेज़ी में मित्र को "अल्फ़ा सॅन्टौरी" (Alpha Centauri) और मित्र "सी" को "प्रॉक्सिमा सॅन्टौरी" (Proxima Centauri) बोलते हैं। मित्र के कई अन्य पारम्परिक नाम हैं जैसे की राइजिल कॅन्टौरस (Rigil Kentaurus) और टोलिमान (Toliman)। सोचा जाता है के टोलिमान का नाम अरबी भाषा के "अल-ज़ुल्मान" (الظلمان) शब्द से आया है, जिसका अर्थ है "शुतुरमुर्ग़"।
तारे का ब्यौरा
प्रॉक्सिमा सॅन्टौरी एक M5Ve या M5VIe श्रेणी का तारा है जिसका अर्थ है कि या तो यह एक छोटा मुख्य अनुक्रम तारा है या फिर एक उपबौना तारा है। सूरज की तुलना में यह काफ़ी छोटा है - द्रव्यमान के हिसाब से सौर द्रव्यमान का ०.१२ गुना और व्यास के हिसाब से सौर व्यास का ०.१४ गुना।
तारा यात्रा
प्रॉक्सिमा सॅन्टौरी के हमारे सौर मंडल का सबसे नज़दीकी तारा होने की वजह से बहुत से वैज्ञानिक वहाँ एक तारायान भेजने की कल्पना करते हैं। हालांकि वॉयेजर प्रथम और वॉयेजर द्वितीय पहले मानवीय अंतरिक्ष यान हैं जो हमारे सौर मंडल को छोड़कर अंतरतारकीय दिक् (इन्टरस्टॅलर स्पेस) में दाख़िल होंगे वे १७ किलोमीटर प्रति सैकिंड की गति से चल रहे हैं। नासा द्वारा बताया गया है कि १५२.६ ए.यू. (२२. बताया बिलियन किमी; १४.२ बिलियन मील) की दूरी पर २४ अप्रैल से २०२१ तक पहुंच गया है। यह रफ़्तार पृथ्वी पर रहने वालों को बहुत लगती है लेकिन इस वेग से चलते हुए एक प्रकाश-वर्ष भी पूरा करने में १०,००० सालों से ज़्यादा लग जाएँगे। इसलिए इस सबसे नज़दीकी तारे तक पहुँचने के लिए भी मानवों को किसी नए प्रकार की यानचलन विधि का आविष्कार करने की ज़रुरत है। भौतिकी का सापेक्षता सिद्धांत प्रकाश की गति से तेज़ रफ़्तार पर यात्रा वर्जित करता है, इसलिए या तो मूल भौतिकी में अनुसन्धान करके इस सिद्धांत के विपरीत अगर कुछ मिल सके तो ढूंढना होगा अथवा ऐसे यान बनाने होंगे तो हज़ारों साल तक बिना ख़राब हुए चल सकें।
इन्हें भी देखें
- नरतुरंग तारामंडल
- मित्र तारा (अल्फ़ा सॅन्टौरी)
- लाल बौना