फीया
फीया या मारमोट (marmot) एक प्रकार की बड़ी गिलहरी होती है। इसकी १५ जातियाँ ज्ञात हैं जो सभी मारमोटा (marmota) जीववैज्ञानिक गण में आती हैं। कुछ जातियाँ पहाड़ी क्षेत्रों में रहती हैं, जैसे कि भारतीय उपमहाद्वीप के हिमालय, लद्दाख़ और देओसाई पठार; तिब्बत; यूरोप के ऐल्प्स पर्वत, कारपैथी पर्वत, पिरिनी पर्वत और अन्य क्षेत्र; उत्तर अमेरिका के रॉकी पर्वत, कास्केड पर्वत और अन्य क्षेत्र, इत्यादि। कुछ जातियाँ घासभूमि पसंद करती हैं और उत्तर अमेरिका की प्रेरी घासभूमि और एशिया व यूरोप की स्तेपी घासभूमि में निवास करती हैं। ध्यान दें कि उत्तर अमेरिका में मिलने वाला प्रेरी डॉग (prairie dog) देखने में इस से मिलता जुलता है लेकिन वह मारमोटा गण में शामिल नहीं और जीववैज्ञानिक दृष्टि से फीया नहीं माना जाता।[1]
फीया Marmot सामयिक शृंखला: अंत-मियोसीन – आधुनिक | |
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पीला-पेट फीया (Yellow-bellied Marmot) | |
वैज्ञानिक वर्गीकरण | |
जगत: | जंतु |
संघ: | रज्जुकी (Chordata) |
वर्ग: | स्तनधारी (Mammalia) |
गण: | कृंतक (Rodentia) |
कुल: | स्क्यूरिडाए (Sciuridae) |
उपकुल: | ज़ेरिनाए (Xerinae) |
वंश समूह: | मारमोटिनाए (Marmotini) |
वंश: | मारमोटा (Marmota) ब्लूमेनबाख़, १७७९ |
जातियाँ | |
१५ |
भारतीय उपमहाद्वीप में
भारत में फीया की दो जातियाँ मिलती हैं:
आदतें
फीया ज़मीन में बने बिलों में रहना का आदि हैं हालांकि कुछ जातियाँ पत्थर के ढेरों में भी रहते हैं। फीये सर्दियों में शीतनिष्क्रियता (हाईबर्नेशन) दिखाते हैं। फीये आपस में सीटियों से एक-दूसरे से बात करते हैं और अक्सर एक-दूसरे को समीपी ख़तरों से सावधान करते रहते हैं। मुख्य रूप से फीये शाकाहारी हैं और घास, बेरियाँ, लाइकन, हरिता (मॉस), जड़ें और फूल खाते हैं।