मछली
मछली शल्कों वाला एक जलचर है जो कि कम से कम एक जोड़े पंखों से युक्त होती है। मछलियाँ मीठे पानी के स्त्रोतों और समुद्र में बहुतायत में पाई जाती हैं। समुद्र तट के आसपास के इलाकों में मछलियाँ खाने और पोषण का एक प्रमुख स्रोत हैं। कई सभ्यताओं के साहित्य, इतिहास एवं उनकी संस्कृति में मछलियों का विशेष स्थान है। इस दुनिया में मछलियों की कम से कम 28,500 प्रजातियाँ पाई जाती हैं जिन्हें अलग-अलग स्थानों पर कोई 2,18,000 भिन्न-भिन्न नामों से जाना जाता है।[1] इसकी परिभाषा कई मछलियों को अन्य जलीय प्राणियों से अलग करती है, यथा ह्वेल एक मछली नहीं है। परिभाषा के मुताबिक़, मछली एक ऐसी जलीय प्राणी है जिसकी रीढ़ की हड्डी होती है (कशेरुकी जन्तु), तथा आजीवन गलफड़े (गिल्स) से युक्त होती हैं तथा अगर कोई डालीनुमा अंग होते हैं (लिंब) तो वे फ़िन के रूप में होते हैं।
मानवभक्षी मछलियाँ
कुछ मछलियाँ न केवल विशालकाय हैं, बल्कि इतनी खतरनाक है कि पूरे इंसान को निगल भी सकती हैं।
- किलर कैटफिश
यह
- रिट वैली किलर -
अफ्रीका की रिट वैली में एक विशालकाय जीव रहता है -एम्पुटा या नाइल पर्च। यह अफ्रीका के ताजे पानी की सबसे बड़ी मछली है।
- पिरान्हा -
वर्ष 1976 में यात्रियों से भरी बस अमेरिका के अमेजॉन नदी में गिर गई और कई लोगों की जान चली गई।
- अमेजॉन असासिंस -
- अमेजन लैश ईटर्स -
यह अफ्रीकन मछली इंसान को निगल सकती है। यह जब हमला करती है, तो शरीर पर छुरा घोंपने जैसा निशान बन जाता है।
- अमरीकी प्रान्त जॉर्जिया के मछलीघर में एक विशालकाय ग्रूपर अन्य मछलियों के साथ तिरती हुई।
- flatfish (left‐eyed flounder)
- 3 tonne great white shark
ये भी देंखे
सन्दर्भ
बाहरी कड़ियाँ
- मछलियों की विभिन्न प्रजातियों के बारे में जानकारी
- मत्स्य पालन तकनीक (मत्स्य विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार, भारत)
- मत्स्य विभाग, हिमाचल प्रदेश का जालघर
- बामी मछली