विश्वनाथन आनंद
विश्वनाथन आनंद (पैदाइश: 11 दिसंबर 1969) एक भारतीय शतरंज ग्रैंडमास्टर और पांच बार बन चुके विश्व शतरंज चैंपियन हैं।[2] वो 1988 में भारत के पहले ग्रैंडमास्टर बने, और उन खिलाड़ियों में शामिल हैं जिन्होंने 2800 की ईलो रेटिंग को पार किया है, जो उन्होंने 2006 में पहली दफा हासिल की थी।[3] 2022 में, उन्हें फाइड का उपाध्यक्ष चुना गया।[4][5]
विश्वनाथन आनंद | |
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आनंद 2016 में | |
पूरा नाम | आनंद विश्वनाथन[1] |
देश | भारत |
जन्म | 11 दिसंबर 1969 मयिलाडुतुरै, तमिल नाडू, भारत |
खिताब | ग्रैंडमास्टर (1988) |
विश्व चैंपियन | 2000–2002 (फाइड) 2007–2013 |
फाइड रेटिंग | 2775 (अप्रैल 2024) |
शीर्ष रेटिंग | 2817 (मार्च 2011) |
रैंकिंग | न. 9 (अक्टूबर 2022) |
शीर्ष रैंकिंग | न. 1 (अप्रैल 2007) |
आनंद ने 2000 फाइड विश्व शतरंज चैंपियनशिप जीतने के लिए छे गेम के मैच में अलेक्सी शिरोव को हराया, जिसका खिताब उन्होंने 2002 तक रखा। वो 2007 में बिना विवाद के विश्व चैंपियन बने, और 2008 में व्लादिमीर क्रैमनिक, 2010 में वेसेलिन टोपालोव, और 2012 में बोरिस गेलफेंड के खिलाफ अपने खिताब को बचाया।[6] 2013 में, वो चैलेंजर मैगनस कार्लसन से खिताब हार गए, और 2014 कैंडिडेट टूर्नामेंट जीतने के बाद 2014 में कार्लसन से रीमैच हार गए।[7]
अप्रैल 2006 में आनंद, क्रैमनिक, टोपालोव, और गैरी कास्परोव के बाद फाइड रेटिंग सूची में 2800 ईलो मार्क को पार करने वाले इतिहास के चौथे खिलाड़ी बन गए।[8] उन्होंने 21 महीनों के लिए नंबर एक के जगह पर कब्ज़ा कर लिया, जो सबसे लंबे अर्से के रिकॉर्ड में छठा था।
पुरस्कार और सम्मान
आनंद को कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुके हैं।
भारतीय सम्मान
- 1985 में शतरंज में "शानदार भारतीय खिलाड़ी" के लिए अर्जुन पुरस्कार।
- पद्म श्री: 1987 में भारत सरकार द्वारा दिया गया चौथा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार।[9]
- राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार, 1991-1992 के साल में भारत का सर्वोच्च खेल सम्मान।
- पद्म भूषण: 2000 में भारत सरकार द्वारा दिया गया तीसरा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार।[9]
- पद्म विभूषण: 2007 में भारत सरकार द्वारा दिया गया दूसरा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार।[9]
दूसरे सम्मान
- 1987 में राष्ट्रीय नागरिक पुरस्कार और सोवियत लैंड नेहरू पुरस्कार
- 1998 में उनकी किताब माई बेस्ट गेम्स ऑफ चेस के लिए ब्रिटिश चेस फेडरेशन "बुक ऑफ द ईयर" पुरस्कार।[10]
- आनंद ने 1997, 1998, 2003, 2004, 2007, और 2008 में शतरंज ऑस्कर जीता है। शतरंज ऑस्कर रूसी शतरंज पत्रिका 64 द्वारा आयोजित प्रमुख शतरंज आलोचकों, लेखकों, और पत्रकारों के सर्वेक्षण के हिसाब से साल के सबसे बेहतरीन खिलाड़ी को दिया जाता है।[11]
- 1995 के लिए स्पोर्टस्टार बेस्ट स्पोर्ट्सपर्सन ऑफ द ईयर।[12]
- 1998 में स्पोर्टस्टार मिलेनियम अवार्ड, मिलेनियम के सबसे मुख्य खिलाड़ी होने के लिए भारत की प्रमुख खेल पत्रिका से।
- "शतरंज में शानदार" पुरस्कार नीलेश मुरली और राहुल देसीराजू द्वारा (2004, 2007)।[13]
- 2011 में नैसकॉम द्वारा विश्व शतरंज चैंपियनशिप के कई प्रारूपों में महारत हासिल करने के लिए "ग्लोबल स्ट्रैटेजिस्ट अवार्ड"।[14]
- तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता ने पांचवीं बार विश्व शतरंज चैंपियनशिप जीतने के लिए आनंद को ₹2 करोड़ के चेक से सम्मानित किया।[15]
- 2012 में, उन्हें "साल का भारतीय खिलाड़ी" और "साल का भारतीय" पुरस्कार मिला।[16]
- 2014 में आनंद को रूस के साथ आर्थिक, वैज्ञानिक, और सांस्कृतिक संबंधों के विकास के लिए रूसी ऑर्डर ऑफ फ्रेंडशिप से सम्मानित किया गया था। विश्वनाथन आनंद और बोरिस गेलफैंड को ऑर्डर ऑफ फ्रेंडशिप से सम्मानित किया गया, जो 2012 में मास्को में स्टेट ट्रीटीकोव गैलरी में आयोजित फाइड विश्व शतरंज चैंपियनशिप मैच में भाग लेने वाले थे।[17]
- 2015 में आनंद को 8 जनवरी को स्पेनिश दूतावास, दिल्ली में शीर्ष देश के पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। यह भारतीय मूल के मशहूर लोगों को दिया जाता है जिन्होंने भारत और स्पेन को गौरव दिलाने में मदद की।[18][19]
- 4538 विशिआनंद एक मुख्य-बेल्ट छोटा ग्रह है। इसकी खोज 10 अक्टूबर 1988 को टोयोटा, आइची प्रीफ़ेक्चर में केन्ज़ो सुज़ुकी ने की थी और 1 अप्रैल 2015 को इसका नाम विशी के नाम पर रखा गया था।[20][21]