स्कॉटलैंड स्वातंत्र्य जनमत-संग्रह, २०१४

१८ सितम्बर २०१४ को स्कॉटलैण्ड में जनमत-संग्रह कराया गया कि स्कॉटलैण्ड एक स्वतंत्र देश बने या नहीं।[3] स्कॉटिश सरकार और यूनाइटेड किंगडम सरकार के बीच एक समझौते के बाद,[4] स्कॉटलैंड स्वतंत्रता जनमत संग्रह बिल, 21 मार्च 2013 को संसद में पेश किया गया,[5] बिल 14 नवम्बर 2013 को स्कॉटलैंड कि संसद द्वारा पारित कर दिया गया और इसे 17 दिसम्बर 2013 को शाही स्वीकृति प्राप्त हुई।[6][7] जनमत संग्रह का सवाल, चुनाव आयोग की सिफारिश के अनुसार, "क्या स्कॉटलैंड एक स्वतंत्र देश होना चाहिए?" (अंग्रेज़ी: Should Scotland be an independent country?)[8]

स्कॉटलैंड स्वातंत्र्य जनमत-संग्रह
१८ सितम्बर २०१४
कया स्कॉटलैंड एक स्वतंत्र देश होना चाहिए?
अंग्रेज़ी: Should Scotland be an independent country?
परिणाम
हाँ या नहींमतप्रतिशत
हाँ16,17,989&&&&&&&&&&&&&044.70000044.7%
नहीं20,01,926&&&&&&&&&&&&&055.30000055.3%
वैध मत36,19,915&&&&&&&&&&&&&099.91000099.91%
अवैध या रिक्त मत3,429&&&&&&&&&&&&&&00.&900000.09%
कुल मत36,23,344100.00%
मतदाता मतदान0एक्स्प्रेशन त्रुटि: अनपेक्षित < ऑपरेटर।.एक्स्प्रेशन त्रुटि: अनपेक्षित < ऑपरेटर।एक्स्प्रेशन त्रुटि: अनपेक्षित उद्गार चिन्ह ""।%
मतदाता42,83,392[1]
परिणाम परिषद क्षेत्र [2] द्वारा
██ हाँ██ नहीं
नोट: रंग की संतृप्तता वोट की ताकत को दर्शाता है।

इस जनमत का परिणाम - कुल मत ३६,२३,३४४ रहे, जिसमे हाँ के लिये १६,१७,९८९ मत और नहीं के लिये २०,०१,९२६ मत, और अवैध मत ३,४२९। नहीं पक्ष ने जनमत मे ५५.३% मत ग्रहण किये और विजेता रहे।[2]


इतिहास

स्कॉटलैंड का ध्वज

स्कॉटलैंड वर्ष १७०७ तक एक स्वतंत्र राष्ट्र ही था, लेकिन १ मई १७०७ को आयरलैंड, इंग्लैंड और स्कॉटलैंड मिलकर 'किंगडम ऑफ ग्रेट ब्रिटेन' बना। वर्ष १९९७ के जनमत संग्रह के बाद वर्ष १९९९ में स्कॉटलैंड की पार्लियामेंट ने कई क्षेत्रों को अपने अधिकार में ले लिया। मई २०११ में स्कॉटलैंड नेशनल पार्टी को पूर्ण बहुमत मिला। इस पार्टी ने स्कॉटलैंड को स्वतंत्र करने के लिए जनमत संग्रह का वादा किया था, जिसे इस साल निभाया जा रहा है। स्कॉटलैंड में ७९० द्वीप है। यह ग्रेट ब्रिटेन का एक तिहाई हिस्सा है। जनमत संग्रह में १६ वर्ष से अधिक आयु के स्कॉटलैंड में रहने वाले सभी लोग मत देंगे। इसके अर्थ यह हुआ कि स्कॉटलैंड के आठ लाख लोग जो ब्रिटेन के अन्य हिस्से में रहते है वे मत नहीं दे पाएंगे। इसी तरह चार लाख ऐसे लोग जो ब्रिटेन के अन्य हिस्से से स्कॉटलैंड में रह रहे हैं, उन्हें मत देने का अधिकार होगा।

2011 में नया विकास

आजादी के बिल के के लिए पिछले समय स्कॉटलैंड नेशनल पार्टी पर्याप्त समर्थन नही प्राप्त कर पायी थी और बिल विफल हो गया।[9][10] स्कॉटलैंड नेशनल पार्टी ने जब अपना 2011 स्कॉटिश संसदीय चुनाव घोषणापत्र प्रकाशित किया तो फिर से स्वतंत्रता बिल के लिए अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया।[11] चुनावों में स्कॉटलैंड नेशनल पार्टी को अपने दम पर बहुमत हासिल हुआ और स्कॉटलैंड नेशनल पार्टी ने सरकार का गठन किया, इस के साथ ही उन्हो ने एक जनमत संग्रह कराने की प्रक्रिया शुरू करा दी।[12][13]

जनवरी 2012 में, ब्रिटेन सरकार ने एक जनमत संग्रह कराने का अधिकार स्कॉटिश संसद को प्रदान करने के लिए कानून बनाने की पेशकश की, इस शर्त पर कि यह "निष्पक्ष कानूनी और निर्णायक" हो।[13] इसके बाद ब्रिटेन सरकार और स्कॉटलैंड सरकार के बीच बातचीत के कई दौर शुरू हुए, जिसमें संदर्भ की शर्त, क्या प्रश्न पूछा जाना चाहिए, मतदाता की योग्यता और कौनसी एजेंसी चुनाव का आयोजन करेगी।[14] अंत में ब्रिटेन सरकार और स्कॉटलैंड सरकार एक सहमति पर पहुंच गये और अंत में 15 अक्टूबर 2012 को एडिनबर्ग करार पर दोनों पक्षों ने हस्ताक्षर किए।[9]

5 नवम्बर 2013 को, स्कॉटिश सरकार ने स्कॉटलैंड का भविष्य, एक 670 पृष्ठ का श्वेत पत्र प्रकाशित जारी किया, जो स्कॉटलैंड की स्वतंत्रता के लिए एक रोडमैप था।[15]

प्रशासन

यूनाइटेड किंगडम (हल्का पीला) के भीतर स्कॉटलैंड (गहरे नारंगी) का स्थान।

तिथि और योग्यता

स्कॉटिश सरकार ने 21 मार्च 2013 को घोषित किया कि जनमत संग्रह 18 सितंबर 2014 को आयोजित किया जाएगा।[3]

बिल की शर्तों के तहत, निम्न लोग जनमत संग्रह में मतदान करने के हकदार होंगे:[16]

  • स्कॉटलैंड में निवास कर रहे सभी ब्रिटिश नागरिक;
  • स्कॉटलैंड में निवास कर रहे, सब 53 अन्य राष्ट्रमंडल देशों के नागरिक;
  • स्कॉटलैंड में निवास कर रहे, सब 27 अन्य यूरोपीय संघ के देशों के नागरिक;
  • स्कॉटलैंड में निवास कर रहे, सब हाउस ऑफ लॉर्ड्स के सदस्य;
  • ब्रिटेन में सेवारत सैन्य/क्राउन कार्मिक और विदेशों में नियुक्त ब्रिटिश सशस्त्र बल के सैनिक और सभी सरकारी कर्मचारी, जो स्कॉटलैंड में मतदान करने के लिए पंजीकृत हैं।

सजायाफ्ता कैदियों को जनमत संग्रह में मतदान से निषिद्ध किया गया है। अदालत में कई अपीलों के बाद, एडिनबर्ग के सत्र न्यायालय ने अपील को खारिज कर दिया।[17] अंत में ब्रिटेन के सुप्रीम कोर्ट में कि गई अपील भी खारिज कर दि गई।[18]

वैधता

शुरू में "स्कॉटलैंड संसद के पास एक जनमत संग्रह का संचालन करने के लिए कानूनी संवैधानिक अधिकार है कि नही" पर एक गहन बहस चली।[13][19][20][21] अंत में ब्रिटेन सरकार और स्कॉटलैंड सरकार एक सहमति पर पहुंच गये और अंत में 15 अक्टूबर 2012 को एडिनबर्ग करार पर दोनों पक्षों ने हस्ताक्षर किए और स्कॉटलैंड संसद को जनमत संग्रह कराने का अधिकार मिला।[4][9]

आयोजन

एडिनबर्ग समझौते में यह फैसला किया गया था कि चुनाव की देखरेख के लिए ब्रिटेन की चुनाव आयोग का काम करेगी और केवल स्कॉटलैंड संसद को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।[4]

अभियान

स्वतंत्रता अभियान

स्कॉटिश स्वतंत्रता के पक्ष में अभियान, यस स्कॉटलैंड, 25 मई 2012 को शुरू किया गया था।[22] इस अभियान स्कॉटलैंड नेशनल पार्टी द्वारा समर्थित है[22] और अन्य स्वतंत्रता का समर्थन करे राजनीतिक दल भी इसका समर्थन करे है।[23][24] 9 जून 2014 पर, यस स्कॉटलैंड ने कहा कि स्वतंत्रता के लिए अपनी याचिका पर 7,89,191 लोगो ने हस्ताक्षर किए है।[25]

संघ अभियान

स्कॉटलैंड, ब्रिटेन का हिस्सा हो का पक्ष में अभियान, बेटर टुगेदर (Better Together, अनुवाद- इकट्ठे बेहतर), 25 जून 2012 को शुरू किया गया था।[26] इसे लेबर पार्टी, कंजर्वेटिव पार्टी और लिबरल डेमोक्रेट की तरह ब्रिटिश राजनीतिक दलों से समर्थन मिला है।[26]

विज्ञापन

ब्रिटेन में टीवी और रेडियो पर राजनीतिक अभियान विज्ञापन कानून द्वारा निषिद्ध हैं।[27] प्रमुख सिनेमा चेन ने अपने ग्राहकों से नकारात्मक प्रतिक्रिया प्राप्त करने के बाद जनमत संग्रह अभियान समूहों के विज्ञापन दिखाना बंद कर दिया।[28]

चंदा

यस स्कॉटलैंड अभियान ने, मई 2014, में संग्रहीत चंदा राशि £ 45,00,000 घोषित की।[29][30] £ 35,00,000 यूरो लॉटरी विजेताओं क्रिस और कॉलिन वीयर द्वारा यस स्कॉटलैंड को दिया गया।[29]

बेटर टुगेदर अभियान ने, दिसंबर 2013, में संग्रहीत चंदा राशि £ 2,800,000 घोषित की।[29] प्रसिद्ध लेखिक जे. के. रोलिंग ने जून 2014 में £ 10,00,000 का चंदा इस अभियान को दिया।[29][30] और व्हिस्की आसवनी विलियम ग्रांट एंड संस ने £ 1,00,000 का एक चंदा देने की घोषणा की।[31]

सन्दर्भ

बाहरी कड़ियाँ

🔥 Top keywords: जय श्री रामराम नवमीश्रीरामरक्षास्तोत्रम्रामक्लियोपाट्रा ७राम मंदिर, अयोध्याहनुमान चालीसानवदुर्गाअमर सिंह चमकीलामुखपृष्ठहिन्दीभीमराव आम्बेडकरविशेष:खोजबड़े मियाँ छोटे मियाँ (2024 फ़िल्म)भारत के राज्य तथा केन्द्र-शासित प्रदेशभारतीय आम चुनाव, 2024इंडियन प्रीमियर लीगसिद्धिदात्रीमिया खलीफ़ाखाटूश्यामजीभारत का संविधानजय सिया रामसुनील नारायणलोक सभाहनुमान जयंतीनरेन्द्र मोदीलोकसभा सीटों के आधार पर भारत के राज्यों और संघ क्षेत्रों की सूचीभारत के प्रधान मंत्रियों की सूचीगायत्री मन्त्ररामायणअशोकप्रेमानंद महाराजभारतीय आम चुनाव, 2019हिन्दी की गिनतीसट्टारामायण आरतीदिल्ली कैपिटल्सभारतश्रीमद्भगवद्गीता