हेलमंद प्रान्त
हेलमंद (पश्तो: هلمند, अंग्रेजी: Helmand) अफ़्ग़ानिस्तान का एक प्रांत है जो उस देश के दक्षिण-पश्चिमी भाग में स्थित है। इस प्रान्त का क्षेत्रफल ५८,५८४ वर्ग किमी है और इसकी आबादी सन् २००६ में लगभग १४.४ लाख अनुमानित की गई थी। हेलमंद के लगभग ९०% लोग पश्तून समुदाय के हैं।[1] इस प्रान्त की राजधानी लश्कर गाह (لښکرګاه) शहर है। वैसे तो यह इलाक़ा रेगिस्तानी है लेकिन हेलमंद नदी यहाँ से निकलती है और उसका पानी फ़सलों के लिए बहुत लाभदायक होता है। यह ग़ैर-क़ानूनी अफ़ीम की पैदावार का भी बहुत बड़ा केंद्र है और विश्व की ७५% अफ़ीम यहीं पैदा होती है।
नाम का भाषीय स्रोत
हेलमंद नदी प्राचीन काल से ही इस क्षेत्र में खेती-बाड़ी के लिए पानी का अनमोल साधन रही है। इसलिए इसपर हज़ारों वर्षों से अनगिनत बाँध बने हुए हैं। बाँध और पुल के लिए प्राचीन फ़ारसी में 'हेतु' शब्द इस्तेमाल होता था जो संस्कृत के 'सेतु' शब्द का सजातीय शब्द है। ठीक उसे तरह फ़ारसी का एक और शब्द है 'मंद' यानि जिसके पास कुछ हो (जैसे की अक़्लमंद का मतलब है अक़्ल वाला)। इस नदी का प्राचीन फ़ारसी नाम हेतुमंद था (जो की संस्कृत में सेतुमंत है) यानि 'बहुत बांधों वाली नदी'. यह नाम समय के साथ बदलकर हेलमंद और हीरमंद बन गया।
प्राचीन धार्मिक महत्व
हेलमंद क्षेत्र में बौद्ध धर्म और हिन्दु धर्म प्रचलित था। कुछ विद्वान इसको सरस्वती नदी का क्षेत्र मानते हैं जिसका ज़िक्र ऋग्वेद में किया गया है। आगे चलकर यह पारसी धर्म का भी एक केंद्र रहा।