अकसूम राज्य
अकसूम राज्य (Kingdom of Aksum) या अकसूमी साम्राज्य (Aksumite Empire) पूर्वी अफ़्रीका के आधुनिक इथियोपिया व इरित्रिया देशों के क्षेत्र में स्थित एक राज्य था। इस इलाक़े में लौह युग में चौथी सदी ईसापूर्व से विकसित होना शुरू होकर, यह लगभग १०० ईसवी से लेकर लगभग ९४० ईसवी तक अस्तितिव में रहा। प्राचीन भारत और प्राचीन रोम के बीच में इसने एक महत्त्वपूर्ण व्यापारिक भूमिका निभाई और अपनी मुद्रा जारी करके भी व्यापार को बढ़ावा दिया।[2] एक तरफ़ इसने अपने पश्चिम में स्थित कूश राज्य को अपने अधीन कर लिया और दूसरी ओर हिम्यरी राज्य पर क़ब्ज़ा करके अरबी प्रायद्वीप की राजनीति में भी प्रवेश कर लिया।
अकसूम राज्य Mangiśta Aksum | |||||
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राजधानी | अकसूम | ||||
भाषाएँ | गिइज़ | ||||
शासन | पूर्ण बादशाही | ||||
नेगूस | |||||
- | लगभग १०० | ज़ोसकालेस (प्रथम) | |||
- | लगभग ९४० | दिल नाओद (अंतिम) | |||
ऐतिहासिक युग | लौह युग | ||||
- | स्थापित | लगभग १०० ईसवी | |||
- | गुदीत द्वारा क़ब्ज़ा | लगभग ९६० ईसवी | |||
क्षेत्रफल | |||||
- | 350[1] | 12,50,000 किमी ² (4,82,628 वर्ग मील) | |||
मुद्रा | अकसूमी मुद्रा | ||||
आज इन देशों का हिस्सा है: | सउदी अरब इथियोपिया जिबूती इरीट्रिया सूडान यमन | ||||
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महाराजा एज़ाना (अनुमानित काल: ३२०-३६० ई) के शासनकाल में यह विश्व का पहला साम्राज्य बना जिसने ईसाई धर्म अपना लिया और ईरान के धार्मिक नेता मानी (२१६-२७६ ई) ने इसे ईरान, चीन और रोम की टक्कर की चौथी महान शक्ति बताया। ७वीं सदी में मक्का के कुछ मुस्लिम अनुयायी स्थानीय क़ुरैश क़बीले (जिन्होने तब इस्लाम नहीं अपनाया था और उसका बलपूर्वक विरोध कर रहे थे) के अत्याचार से बचने के लिए अकसूम में शरण लेने आ गए और यह घटना इस्लामी इतिहास में 'पहले हिज्र' के नाम से जानी जाती है।[3] आज अकसूम राज्य की राजधानी, जिसका नाम भी अकसूम ही था, उत्तरी इथियोपिया में स्थित एक नगर है। यूरोप और मध्य-पूर्व के इतिहास में प्रसिद्ध 'शीबा की रानी' भी यहीं की निवासी मानी जाती थी।[4]