भारत रत्‍न

भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान
(भारत रत्न से अनुप्रेषित)

भारत रत्न भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है।[1][2][3] यह सम्मान राष्ट्रीय सेवा के लिए दिया जाता है। इन सेवाओं में कला, साहित्य, विज्ञान, सार्वजनिक सेवा और खेल शामिल है। इस सम्मान की स्थापना २ जनवरी १९५४ में भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति श्री राजेन्द्र प्रसाद द्वारा की गई थी। अन्य अलंकरणों के समान इस सम्मान को भी नाम के साथ पदवी के रूप में प्रयुक्त नहीं किया जा सकता।[4][5] प्रारम्भ में इस सम्मान को मरणोपरान्त देने का प्रावधान नहीं था, यह प्रावधान 1955 में जोड़ा गया। तत्पश्चात १४ व्यक्तियों को यह सम्मान मरणोपरान्त प्रदान किया गया। एक वर्ष में अधिकतम तीन व्यक्तियों को ही भारत रत्न दिया जा सकता है।[6]

भारत रत्न
सम्मान की जानकारी
प्रकारनागरिक
श्रेणीसम्मान
स्थापना वर्ष1954
अंतिम अलंकरण2024
कुल अलंकरण53
अलंकरणकर्ताभारत सरकार
विवरणएक पीपल के पत्ते पर सूर्य की प्लैटिनम छवि
के संग देवनागरी
प्रथम अलंकृतसर्वपल्ली राधाकृष्णन
अंतिम अलंकृतनानाजी देशमुख(मरणोपरांत)
भूपेन हजारिका (मरणोपरांत)
प्रणव मुखर्जी
कर्पूरी ठाकुर (मरणोपरांत)
लालकृष्ण आडवाणी
चौधरी चरण सिंह (मरणोपरांत)
पी॰ वी॰ नरसिम्हा राव (मरणोपरांत)
एम॰ एस॰ स्वामीनाथन (मरणोपरांत)
सम्मान श्रेणी
कोई नहीं ← भारत रत्नपद्म विभूषण

उल्लेखनीय योगदान के लिए भारत सरकार द्वारा दिए जाने वाले सम्मानों में भारत रत्न के पश्चात् क्रमशः पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री हैं।

श्री सचिन तेन्दुलकर जी एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं जिन को भारत रत्न प्राप्त हुआ है और वह भारत रत्न प्राप्त करने वाले सबसे कम उम्र के व्यक्ति भी हैं इसके पश्चात भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेई जी को भी प्राप्त हुआ है यह उनको भारत को समर्पित अत्यन्त प्रभावशाली राजनीतिक जीवन के लिए दिया गया है। वर्ष 2024में 5 लोगों को भारत रत्न देने की घोषणा की गयी है। जिनके नाम निम्नलिखित है।
कर्पूरी ठाकुर(मरणोपरांत)
लालकृष्ण आडवाणी
चौधरी चरण सिंह (मरणोपरांत)
पी॰ वी॰ नरसिम्हा राव (मरणोपरांत)
एम॰ एस॰ स्वामीनाथन (मरणोपरांत) । पहला भारत रत्न 1954 में दिया गया।

भारत मे कुल कितने लोगो को भारत रत्ना से सम्मानित किया गया है? जाने वो 60 महान इंसान

पदक

मूल रूप में इस सम्मान के पदक का डिजाइन ३५ मिमि गोलाकार स्वर्ण मैडल था। जिसमें सामने सूर्य बना था, ऊपर हिन्दी में भारत रत्न लिखा था और नीचे पुष्प हार था। और पीछे की तरफ़ राष्ट्रीय चिह्न और मोटो था। फिर इस पदक के डिज़ाइन को बदल कर तांबे के बने पीपल के पत्ते पर प्लेटिनम का चमकता सूर्य बना दिया गया। जिसके नीचे चाँदी में लिखा रहता है "भारत रत्न" और यह श्वेत फीते के साथ गले में पहना जाता है।

भारत रत्न से सम्मानित होने वाली पहली गायिका श्रीमती एम। एस। सुब्बुलक्ष्मी हैं जिसको सन् १९९८ में दिया गया। आमतौर पर भारत में जन्मे नागरिकों को ही भारत रत्न से सम्मानित किया जाता है, लेकिन मदर टेरेसा और दो गैर-भारतीयों, पाकिस्तान के राष्ट्रीय खान अब्दुल गफ्फार खान और दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला को प्रदान किया गया है। २५ जनवरी २०१९ को, सरकार ने सामाजिक कार्यकर्ता नानाजी देशमुख (मरणोपरांत), गायक-संगीत निर्देशक भूपेन हजारिका (मरणोपरांत) और भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को पुरस्कार देने की घोषणा की।

भारत रत्न पदक
क्रमवर्षनामजीवन
१.1954 -डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन(५ सितंबर, १८८८१७ अप्रैल, १९७५)
२.1954 -चक्रवर्ती राजगोपालाचारी(१० दिसम्बर, १८७८ - २५ दिसम्बर, १९७२)
३.1954 -डॉक्टर चन्‍द्रशेखर वेंकटरमण(७ नवंबर, १८८८ - २१ नवंबर, १९७०)
४.1955 -डॉक्टर भगवान दास(१२ जनवरी, १८६९ - १८ सितंबर, १९५८)
५.1955 -सर डॉ॰ मोक्षगुंडम विश्वेश्वरय्या(१५ सितंबर, १८६० - १२ अप्रैल, १९६२)
६.1955 -पंडित जवाहर लाल नेहरु(१४ नवंबर, १८८९ - २७ मई, १९६४)
७.1957 -गोविंद वल्लभ पंत(१० सितंबर, १८८७ - ७ मार्च, १९६१)
८.1958 -डॉ॰ धोंडो केशव कर्वे(१८ अप्रैल, १८५८९ नवंबर, १९६२)
९.1961 -डॉ॰ बिधन चंद्र रॉय(१ जुलाई, १८८२ - १ जुलाई, १९६२)
१०.1961 -पुरूषोत्तम दास टंडन(१ अगस्त, १८८२ - १ जुलाई, १९६२)
११.1962 -डॉ॰ राजेंद्र प्रसाद(३ दिसम्बर, १८८४ - २८ फरवरी, १९६३)
१२.1963 -डॉ॰ जाकिर हुसैन(८ फरवरी, १८९७ - ३ मई, १९६९)
१३.1963 -डॉ॰ पांडुरंग वामन काणे(१८८०-१९७२)
१४.1966 -लाल बहादुर शास्त्री(२ अक्टूबर, १९०४ - ११ जनवरी, १९६६), मरणोपरान्त
१५.1971 -इंदिरा गाँधी(१९ नवंबर, १९१७ - ३१ अक्टूबर, १९८४)
१६.१९७५ -वराहगिरी वेंकट गिरी(१० अगस्त, १८९४ - २३ जून, १९८०)
१७.१९७६ -के. कामराज(१५ जुलाई, १९०३ - १९७५), मरणोपरान्त
१८.१९८० -मदर टेरेसा(२७ अगस्त, १९१० - ५ सितंबर, १९९७)
१९.१९८३ -आचार्य विनोबा भावे(११ सितंबर, १८९५ - १५ नवंबर, १९८२), मरणोपरान्त
२०.१९८७ -खान अब्दुल गफ्फार खान(१८९० - २० जनवरी, १९८८), पहले गैर-भारतीय
२१.१९८८ -डॉ॰ एम. जी. रामचन्द्रन(१७ जनवरी, १९१७ - २४ दिसम्बर, १९८७), मरणोपरान्त
२२.१९९० -डॉ॰ भीमराव रामजी आंबेडकर(१४ अप्रैल, १८९१ - ६ दिसम्बर, १९५६), मरणोपरान्त
२३.१९९० -नेल्सन मंडेला(१८ जुलाई, १९१८ - ५ दिसम्बर, २०१३), दूसरे गैर-भारतीय
२४.१९९१ -राजीव गांधी(२० अगस्त, १९४४ - २१ मई, १९९१), मरणोपरान्त
२५.१९९१ -सरदार वल्लभ भाई पटेल(३१ अक्टूबर, १८७५ - १५ दिसम्बर, १९५०), मरणोपरान्त
२६.१९९१ -मोरारजी देसाई(२९ फरवरी, १८९६ - १० अप्रैल, १९९५)
२७.१९९२ -मौलाना अबुल कलाम आज़ाद(११ नवंबर, १८८८ - २२ फरवरी, १९५८), मरणोपरान्त
२८.१९९२ -जे आर डी टाटा(२९ जुलाई, १९०४ - २९ नवंबर, १९९३)
२९.१९९२ -सत्यजीत रे(२ मई, १९२१ - २३ अप्रैल, १९९२)
३०.१९९७ -ए॰ पी॰ जे॰ अब्दुल कलाम(१५ अक्टूबर, १९३१-२७ जुलाई, २०१५)
३१.१९९७ -गुलजारी लाल नंदा(४ जुलाई, १८९८ - १५ जनवरी, १९९८)
३२.१९९७ -अरुणा असाफ़ अली(१६ जुलाई, १९०९ - २९ जुलाई, १९९६), मरणोपरान्त
३३.१९९८ -एम एस सुब्बुलक्ष्मी(१६ सितंबर, १९१६ - ११ दिसम्बर, २००४)
३४.१९९८ -सी सुब्रामनीयम(३० जनवरी, १९१० - ७ नवंबर, २०००)
३५.१९९९ -जयप्रकाश नारायण(११ अक्टूबर, १९०२ - ८ अक्टूबर, १९७९), मरणोपरान्त
३६.१९९९ -पंडित रवि शंकर(७ अप्रैल, १९२०-१२ दिसम्बर, २०१२ )
३७.१९९९ -अमृत्य सेन(३ नवंबर, १९३३)
३८.१९९९ -गोपीनाथ बोरदोलोई(१८९०-१९५०), मरणोपरान्त
३९.२००१ -लता मंगेशकर(२८ सितंबर, १९२९ - ६ फरवरी, २०२२)
४०.२००१ -उस्ताद बिस्मिल्ला ख़ां(२१ मार्च, १९१६ - २१ अगस्त, २००६)
४१.२००८ -पंडित भीमसेन जोशी(४ फरवरी, १९२२ -२५ जनवरी, २०११)
४२.२०१४सी॰ एन॰ आर॰ राव(३० जून, १९३४- अब तक), १६ नवंबर, २०१४ को घोषित
४३.२०१४सचिन तेंदुलकर(२४ अप्रैल, १९७३- अब तक), १६ नवंबर, २०१४ को घोषित
४४.२०१५अटल बिहारी वाजपेयी(२५ दिसंबर, १९२४- १६ अगस्त २०१८), २४ दिसम्बर २०१४ को घोषित
४५.२०१५महामना मदन मोहन मालवीय(२५ दिसंबर, १८६१- १२ नवंबर, १९४६), मरणोपरान्त, २४ दिसम्बर २०१४ को घोषित
४६.२०१९प्रणब मुखर्जी(११ दिसम्बर १९३५ - ३१ अगस्त २०२०)
४७.२०१९भूपेन हजारिका(८ सितम्बर १९२६ – ५ नवम्बर २०११) , मरणोपरान्त
४८.२०१९नानाजी देशमुख(११ अक्टूबर १९१६ – २७ फ़रवरी २०१०) , मरणोपरान्त
४९.२०२४कर्पूरी ठाकुर(24 जनवरी 1924 - 17 फरवरी 1988) , मरणोपरान्त
५०.लालकृष्ण आडवाणी(१९२७-)
५१चौधरी चरण सिंह२३ दिसंबर १९०२ - २९ मई १९८७, मरणोपरान्त
५२पामुलपर्थी वेंकट नरसिम्हा राव२८ जून १९२१ - २३ दिसंबर २००४, मरणोपरान्त
५३मनकोम्बु संबाशिवन स्वामीनाथन७ अगस्त १९२५ - २८ सितंबर २०२३, मरणोपरान्त

१९९२ में नेताजी सुभाषचन्द्र बोस को भारत रत्न से मरणोपरान्त सम्मानित किया गया था। लेकिन उनकी मृत्यु विवादित होने के कारण पुरस्कार के मरणोपरान्त स्वरूप को लेकर प्रश्न उठाया गया था। इसीलिए भारत सरकार ने यह सम्मान वापस ले लिया। उक्त सम्मान वापस लिये जाने का यह एकमेव उदाहरण है।

भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री श्री मौलाना अबुल कलाम आज़ाद को जब भारत रत्न देने की बात आयी तो उन्होंने जोर देकर मना कर दिया, कारण कि जो लोग इसकी चयन समिति में रहे हों, उनको यह सम्मान नहीं दिया जाना चाहिये। बाद में १९९२ में उन्हें मरणोपरांत दिया गया।[7]

सन्दर्भ

बाहरी कड़ियाँ

🔥 Top keywords: जय श्री रामराम नवमीश्रीरामरक्षास्तोत्रम्रामक्लियोपाट्रा ७राम मंदिर, अयोध्याहनुमान चालीसानवदुर्गाअमर सिंह चमकीलामुखपृष्ठहिन्दीभीमराव आम्बेडकरविशेष:खोजबड़े मियाँ छोटे मियाँ (2024 फ़िल्म)भारत के राज्य तथा केन्द्र-शासित प्रदेशभारतीय आम चुनाव, 2024इंडियन प्रीमियर लीगसिद्धिदात्रीमिया खलीफ़ाखाटूश्यामजीभारत का संविधानजय सिया रामसुनील नारायणलोक सभाहनुमान जयंतीनरेन्द्र मोदीलोकसभा सीटों के आधार पर भारत के राज्यों और संघ क्षेत्रों की सूचीभारत के प्रधान मंत्रियों की सूचीगायत्री मन्त्ररामायणअशोकप्रेमानंद महाराजभारतीय आम चुनाव, 2019हिन्दी की गिनतीसट्टारामायण आरतीदिल्ली कैपिटल्सभारतश्रीमद्भगवद्गीता