शोफ
शोफ (edema या oedema या ड्रॉप्सी) शरीर के ऊतकों में द्रव का जमा होना (प्रतिधारण) तथा उसके कारण उत्पन्न सूजन को कहते हैं। इससे प्रायः पैर और हाथ प्रभावित होते हैं। [1] सबसे अधिक, पैर या हाथ प्रभावित होते हैं। [1] त्वचा का तना हुआ होना, सम्बन्धित अंग का भारी होना, प्रभावित जोड़ को मोड़ने में कठिनाई आदि इसके प्रमुख लक्षण हैं। [1] अन्य लक्षण इसके अंतर्निहित कारण पर निर्भर करते हैं। [2]
शोफ (edema) | |
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अन्य नाम | Oedema, œdema, fluid retention, water retention, dropsy, hydropsy, swelling |
"Pitting" edema | |
उच्चारण | |
विशेषज्ञता क्षेत्र | Cardiology, nephrology |
लक्षण | Skin which feels tight, area may feel heavy[1] |
उद्भव | Sudden or gradual[2] |
कारण | Venous insufficiency, heart failure, kidney problems, low protein levels, liver problems, deep vein thrombosis, lymphedema[1][2] |
निदान | Based on a physical exam[3] |
चिकित्सा | Based on cause[2] |
इस समस्या के अनेक कारण हो सकते हैं, जैसे शिरापरक अपर्याप्तता, हृदय की विफलता, गुर्दे की समस्याएं, कम प्रोटीन स्तर, यकृत की समस्याएं, गहरी शिरा घनास्त्रता, संक्रमण, एंजियोएडेमा, कुछ दवाएं और लिम्फेडेमा शामिल हो सकते हैं । [1] [2] यह लंबे समय तक बैठने या खड़े होने और मासिक धर्म या गर्भावस्था के दौरान भी हो सकता है। [1] यह स्थिति अधिक चिंताजनक तब होती है यदि यह अचानक शुरू हो, या दर्द या सांस की तकलीफ मौजूद हो। [2]
इसका उपचार इस बात पर निर्भर करता है कि अंतर्निहित कारण क्या है। [2] यदि यह सोडियम प्रतिधारण के कारण है तो तो नमक का सेवन कम करके मूत्रल का उपयोग किया जाना चाहिए। पैरों के शोफ को कम करने के लिए उन्हें ऊपर उठाकर रखना कारगर हो सकता है। [3] सामान्यतः इससे वृद्ध लोग अधिक प्रभावित होते हैं। [3]