अक़ाबा की खाड़ी
अक़ाबा की खाड़ी (अरबी: خليج العقبة, ख़लीज अल-अक़ाबा; अंग्रेज़ी: Gulf of Aqaba) लाल सागर के उत्तरी भाग में सीनाई प्रायद्वीप से पूर्व में और अरबी मुख्यभूमि से पश्चिम में स्थित एक बड़ी खाड़ी है। इस खाड़ी के किनारे पर चार देश तटस्थ हैं: मिस्र, इस्राइल, जोर्डन और सउदी अरब।
अक़ाबा की खाड़ी | |
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स्थिति | दक्षिणपश्चिम एशिया और पूर्वोत्तर अफ़्रीका |
सागर प्रकार | खाड़ी |
प्राथमिक स्रोत | लाल सागर |
तटवर्ती क्षेत्र | मिस्र, इस्राइल, जोर्डन, and सउदी अरब |
अधिकतम लंबाई | 160 कि॰मी॰ (99 मील) |
अधिकतम चौड़ाई | 24 |
अधिकतम गहराई | 1,850 मी॰ (6,070 फीट) |
भूगोल
लाल सागर से उत्तर की तरफ़ दो खाड़ियाँ आती हैं, जिनमें पूर्वी वाली अक़ाबा की खाड़ी और पश्चिमी वाली सुएज़ की खाड़ी कहलाती है। अक़ाबा की खाड़ी दक्षिण में तीरान भूडमरू से १६० किमी उत्तर तक विस्तृत है जहाँ इस्राइल की सीमाएँ मिस्र और जोर्डन से लगती हैं। इस खाड़ी पर बहुत से महत्त्वपूर्ण शहर स्थित हैं जिनमें ताबा (मिस्र), एलात (इस्राइल), अक़ाबा (जोर्डन) और हक़्ल (सउदी अरब)। मिस्र के सीनाई प्रायद्वीप पर भी दो शहर अक़ाबा की खाड़ी पर बसे हुए हैं: शर्म अल-शेख़ और दहब। इन सभी शहरों में जोर्डन का अक़ाबा सबसे बड़ा है और इसमें सन् २००९ में १,०८,००० रहते थे।
पर्यटन
अक़ाबा की खाड़ी का पानी अच्छे तापमान का है और इसमें तरह-तरह के रंग-बिरंगे मूँगे (कोरल), मछलियाँ और अन्य समुद्री जीव पनपते हैं। इस वजह से यह ग़ोताख़ोरी से सम्बंधित पर्यटन के लिए एक मुख्य आकर्षण केंद्र है। बहुत से लोग इसके तट पर भी तैरने और दिन बिताने आते हैं।[1][2]