इजराइल-फिलिस्तीन संघर्ष
इज़रायली-अरबी संघर्ष जो अभी तक जारी है, वास्तव में, यह दो समूहों के एक ही क्षेत्र पर किये गए दावे का संघर्ष है। द्वि-राज्य सिद्धान्त के लिए यहाँ कई प्रयास किये गए, जिसमें इजराइल से अलग एक स्वतन्त्र फिलिस्तीन राज्य बनाने के लिए कहा गया था।[1]वर्तमान में, इसरायली और अरबों की बहुमत चाहती है की, (कई मुख्य मत (पोल) के अनुसार) द्वि-राज्य सिद्धान्त पर इस संघर्ष को ख़त्म कर दिया जाय।[2][3][4] कई फिलिस्तीनी हैं जो पश्चिम बैंक और गाज़ा पट्टी को भविष्य का अपना राज्य के रूप में देखते हैं, जिस नजरिये को कई इजरालीयों ने स्वीकारा भी है।[5] कुछ शिक्षावादी एक-राज्य सिद्धान्त की वकालत करते हैं और पूूूरे इजराइल, गाज़ा पट्टी और पश्चिम किनारे को एक साथ रखकर, दो राष्ट्रीयता को एक साथ रखकर एक राज्य बने जिसमें सब के लिए समान अधिकार हो।[6][7] यद्यपि, कुछ ऐसे महत्वपूर्ण क्षेत्र हैं, जिनके कारण किसी भी अन्तिम निर्णय पर पहुँचने में दोनों पक्ष में असन्तोष दिखाई देता है। दोनों पक्षों में एक-दूसरे के ऊपर विश्वास का स्तर भी कमजोर है। हर एक पक्ष अपनी कुछ बुनियादी प्रतिबद्धताएँ कायम रखे हुए दिखाई देता है।[8]