शतरञ्ज

एक बौद्धिक आ मनोरञ्जक खेल

शतरञ्ज (अङ्ग्रेजी: Chess) दुई खेलाड़ीसभक बीच खेलल जाइवला एक बौद्धिक आ मनोरञ्जक खेल छी । कोनो अज्ञात बुद्धि-शिरोमणीद्वारा पाँचम-छहम शताब्दीमे ई खेल संसारक बुद्धिजीविसभकें भेंटमे देनए छल । समझल जाइत अछि की ई खेल मूलतः भारतक आविष्कार छी, जकर प्राचीन नाम - 'चतुरङ्ग' छल; जे भारत सँ अरब होइत युरोप गेल आ फेर १५/१६हम शताब्दीमे तँ ई समुचा संसारमे लोकप्रिय आ प्रसिद्ध भ गेल ।

शतरञ्ज
एक शतरञ्ज सेटक भाग (बाम सँ दहिना): एक उज्जर राजा, एक कारी हाथी, एक कारी रङ्गक वजीर या रानी, एक उज्जर प्यादा या सैनिक, एक कारी घोड़ा आ एक उज्जर ऊंट।
उच्चतम अन्तराष्ट्रिय  संस्थावर्ल्ड चेस फेडरेसन
पहिलो खेलछट्ठम् शताब्दी – वर्तमान
अभिलक्षण
टिम सदस्यदुनू दिस २ खेलाड़ी
आकस्मिक खेल आम तौर पर १० सँ ६० मिनेट, प्रतियोगिता खेल दस मिनट सँ छह घण्टा या अधिक समयक लेल ।
आयोजना स्थानबोर्ड गेम
सार रणनीति खेल
उपस्थिति
ओलम्पिक१९००

शतरञ्ज एक चौपाट (बोर्ड) क उपर दुई व्यक्तिसभक लेल बनल खेल छी । चौपाटक उपर कुल ६४ खाना या वर्ग होइत अछि, जहिमे ३२ चौरस कारी या अन्य रङ्ग आ ३२ चौरस उज्जर या अन्य रङ्ग क होइत अछि । खेलनिहार दुनू खेलाड़ी सेहो सामान्यतः कारी आ उज्जर कहलावैत अछि । प्रत्येक खेलाड़ी लग एक राजा, वजीर, दुई ऊँट, दुई घोड़ा, दुई हाथी आ आठ सैनिक होइत अछि । बीचमे राजा आ वजीर रहैत अछि । बगलमे ऊँट, ओकर बगलमे घोड़ा आ अन्तिम कतारमे दुई हाथी रहैत अछि । ओकर आगामे आठ पैदल या सैनिक रहैत अछि ।

चौपाट रखैत समय ई ध्यान देल जाइत अछि की दुई खेलाड़ीसभ दहिना दिसक खाना उज्जर होनाए चाही तथा वजीरक स्थान पर कारी वजीर कारी चौरसमे आ उज्जर वजीर उज्जर चौरसमे होनाए चाही । खेलक शुरुआत नित्य उज्जर खेलाड़ीसँ कएल जाइत अछि ।[१]

खेलक शुरुआत

शतरञ्ज सभसँ पुरान आ लोकप्रिय पट (बोर्ड) मे सँ एक छी, जे दुई प्रतिद्वन्दीसभद्वारा एक चौकोर पट (बोर्ड) पर खेलल जाइत अछि, जाहि पर विशेष रूपसँ बनल दुई अलग-अलग रङ्गक सामन्यात: उज्जर आ कारी मोहरासभ होइत अछि । उज्जर पहिने चलैत अछि, जकर बाद खेलाडी निर्धारित नियमसभक अनुसार एक-एक चाल चलैत अछि । एकर बाद खेलाड़ी विपक्षीक प्रमुख मोहरासभ, राजाकें शाह-मात (एक एहन अवस्था, जाहिमे पराजय सँ बचनाए असम्भव होए) देवाक प्रयास करैत अछि । शतरञ्ज ६४ खानाक पट या शतरञ्जी पर खेलल जाइत अछि, जे क्रम (दर्जा) कहल जाइवला आठ अनुलम्ब पङ्क्तिसभ व फाइल (कतार) कहल जाइवला आठ आड़ा पङ्क्तिसभमे व्यवस्थित होइत अछि । ई खाना दुई रङ्ग, एक हल्का, जेना उज्जर, माटिमैला, पियर आ दोसर गाढा, जेना कारी, या हरियर सँ एक क बाद दोसर क स्थितिमे बनल रहैत अछि । पट्ट दुई प्रतिस्पर्धीक बीच एहि प्रकार रखल जाइत अछि की प्रत्येक खेलाड़ी दिस दाहिना हाथक कोना पर हल्का रङ्ग भेल खाना होए ।हर शतरञ्जक टुकड़ा आगा घुसकैक अपन शैली होइत अछि ।[२] 

मोहराराजामन्त्री/रानीहाथी/नाओरथ/ऊँटघोड़ासैनिक
सङ्ख्या
चिन्ह






वर्गसभक पहचान

बीजगणितीय अङ्क पद्धतिमे वर्गसभक नामकरण

बिसातक प्रत्येक वर्ग एक अक्षर आ एक सङ्ख्या क एक विशिष्ट युग्मद्वारा पहचान कएल जाइत अछि ।

प्यादा वा सैनिक

खेलक शुरुआत उज्जर खेलाड़ीसँ कएल जाइत अछि । सामान्यतः ओ वजीर वा राजाकें आगा राखल गेल पैदल वा सैनिकक दो चौरस आगा चलैत अछि । प्यादा (सैनिक) तुरन्त अपन आगाक खाली वर्ग पर आगा चलि सकैत अछि या अपन पहिल कदम ओ दुई वर्ग चलि सकैत अछि यदि दुनू वर्ग खाली होइ ।[३]

सन्दर्भ सामग्रीसभ

बाह्य जडीसभ

एहो सभ देखी