गाजर

जड़ वाली सब्जी, आमतौर पर नारंगी रंग

गाजर एक सब्ज़ी का नाम है। यह लाल, काली, नारंगी, कई रंगों में मिलती है। यह पौधे की मूल (जड़) होती है। यह स्वास्थ के लिए बहुत अच्छा भोजन हैं।

गाजर
वैज्ञानिक वर्गीकरण
जगत:पादप
अश्रेणीत:एंजियोस्पर्म
अश्रेणीत:बीजपत्री
अश्रेणीत:ऐस्टरिड्स
गण:एपियालेस
कुल:ऐपियेशी
वंश:डॉकस
जाति:D. carota
द्विपद नाम
Daucus carota
L.
Carrot, raw
पोषक मूल्य प्रति 100 ग्रा.(3.5 ओंस)
उर्जा 40 किलो कैलोरी   170 kJ
कार्बोहाइड्रेट    9 g
- शर्करा 5 g
- आहारीय रेशा  3 g  
वसा0.2 g
प्रोटीन1 g
विटामिन A equiv.  9 μg 1%
- बीटा-कैरोटीन  8285 μg 77%
थायमीन (विट. B1)  0.04 mg  3%
राइबोफ्लेविन (विट. B2)  0.05 mg  3%
नायसिन (विट. B3)  1.2 mg  8%
विटामिन B6  0.1 mg8%
विटामिन C  70 mg117%
कैल्शियम  33 mg3%
लोहतत्व  0.66 mg5%
मैगनीशियम  18 mg5% 
फॉस्फोरस  35 mg5%
पोटेशियम  240 mg  5%
सोडियम  2.4 mg0%
प्रतिशत एक वयस्क हेतु अमेरिकी
सिफारिशों के सापेक्ष हैं.
भिन्न रंगों की गाजरें
Daucus carota subsp. maximus

स्वास्थ्य वर्धक

गाजर के रस का एक गिलास पूर्ण भोजन है। इसके सेवन से रक्त में वृद्धि होती है।[1]मधुमेह आदि को छोड़कर गाजर प्रायः हरेक रोग में सेवन की जा सकती है। गाजर के रस में विटामिन ‘ए’,'बी’, ‘सी’, ‘डी’,'ई’, ‘जी’, और ‘के’ मिलते हैं। गाजर का जूस पीने या कच्ची गाजर खाने से कब्ज की परेशानी खत्म हो जाती है। यह पीलिया की प्राकृतिक औषधि है। इसका सेवन ल्यूकेमिया (ब्लड कैंसर) और पेट के कैंसर में भी लाभदायक है। इसके सेवन से कोषों और धमनियों को संजीवन मिलता है। गाजर में बिटा-केरोटिन नामक औषधीय तत्व होता है, जो कैंसर पर नियंत्रण करने में उपयोगी है।[उद्धरण चाहिए] इसके सेवन से इम्यूनिटी सिस्टम तो मजबूत होता ही है साथ ही आँखों की रोशनी भी बढ़ती है गाजर के सेवन से शरीर को उर्जा मिलती हे। गाजर यह अंबेलिफर कुटुंब की अपियासी की द्विवार्षिक वनस्पती है। शुरू में टॅप्रूट बढ़ते समय पत्ते फुटते है और वह बढ़ते हैं। जड में अल्फा और बीटा कॅरोटीन का प्रमाण अधिक होता है। और वह व्हिटॅमिन के और व्हिटॅमिन बी 6 का अच्छा स्रोत है। नियमितरूप से गाजर खाने से जठर में होने वाला अल्सर और पचन के विकार दूर कर सकते हैं। गाजर में आम्ल घटक होते हैं जो शरीर में मौजूद आम्ल का प्रमाण संतुलित करके रक्त शुद्ध करता है।गाजर में पोटॅॅशियम होता है जो रक्तदाब बढ़ाने में मदत करता है। गाजर खाने से मुह में हानिकारक किटाणूओ का नाश होता है और दात में लगने वाला कीडा नही लगता है।जले ठिकाने पर लगाने से तकलीफ कम होती है। गाजरामें कॅरोटीनॉड्स होते है जो शरीर में मौजूद रक्त की शक्कर नियंत्रित रखने में मदद करती है। नियमीत रूप से गाजर खाने से बाल, अॉख और त्वचा का आरोग्य सुधारता है।[2][3]

फायदे

  • गाजर में मौजूद पोषक तत्व स्वस्थ रहने में मदद कर सकते हैं। नीचे जानते हैं गाजर का सेवन [4] करने से इसके क्या-क्या फायदे हो सकते हैं:
  • पाचन शक्ति को बनाए बेहतर : गाजर में फाइबर होता है और पाचन तंत्र के लिए फाइबर जरूरी होता है। गाजर का सेवन करने से पाचन संबंधी समस्या से राहत दिला सकता है। पाचन क्रिया को बढ़ाने के साथ गाजर शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी विकसित करने में मदद कर सकती है।
  • हृदय को स्वस्थ रखने में मददगार : हृदय रोगियों के लिए गाजर का सेवन गुणकारी हो सकता है। गाजर में बीटा-कैरोटीन, अल्‍फा-कैरोटीन और ल्यूटिन पाए जाते हैं। ये शरीर में कोलेस्ट्रोल लेवल को नियंत्रित करके हृदय संबंधित रोगों से बचाने में मदद कर सकते हैं।
  • मुंह के स्वास्थ्य में करे सुधार : विटामिन-ए से भरपूर गाजर मुंह के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकती है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर उपलब्ध एक शोध के अनुसार, विटामिन-ए दांतों और मसूडों को हेल्दी रखने में मदद कर सकते हैं। इसका सेवन करने से दांतों में मौजूद बैक्टीरिया नष्ट हो सकते हैं।
  • आंखों के लिए फायदेमंद : गाजर आंखों के लिए वरदान साबित हो सकती है। इसमें बीटा-कैरोटीन होता है, जो अधिक उम्र में आंखों को होने वाली दिक्कतों से कुछ हद तक बचा जा सकता है।
  • कैंसर से बचाव : कैंसर से बचाव के लिए गाजर का सेवन लाभदायक हो सकता है। गाजर में पॉली-एसिटिलीन व फालकैरिनोल तत्व होता है, जिसमें एंटी कैंसर गुण होता है। यहां हम स्पष्ट कर दें कि कैंसर घातक बीमारी है। इसे किसी घरेलू उपचार से ठीक नहीं किया जा सकता।
  • त्वचा के लिए गुणकारी गाजर : गाजर में एंटी-एजिंग गुण होते हैं, जो त्वचा को झुर्रियों, पिगमेंटेशन व महीन रेखाओं से बचाने में मदद कर सकते हैं। एनसीबीआई की साइट पर उपलब्ध शोध के मुताबिक, गाजर में बीटा-कैरोटिन होता है, जो त्वचा को मुक्त कणों व सूरज की हानिकारक किरणों से बचा सकता है [5]

उपयोग

गाजर को कई तरीकों से डाइट में शामिल किया जा सकता है। यहां हम क्रमवार गाजर के सेवन करने के तरीकों के बारे में बता रहें हैं:

  • कच्ची गाजर स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होती है। इसे आप सलाद के रूप में ले सकते हैं।
  • गाजर का आचार को डाइट में शामिल कर सकते हैं।
  • गाजर का जूस [6] भी फायदा करता है।
  • गाजर का सूप बनाकर ले सकते हैं।
  • बच्चे को गाजर की स्मूदी बनाकर खिला सकते हैं।
  • गाजर के साथ आलू और मटर मिलाकर सब्जी बना सकते हैं।
  • बच्चों को गाजर का पराठा, केक या चीला बनाकर दे सकते हैं।

नुकसान

गाजर के फायदे तो हमने जान लिए, लेकिन इसके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं [7]

  • गाजर का जूस फ्रेश निकालकर पीना चाहिए। रखे हुए गाजर के जूस में बैक्टीरिया पनप सकते हैं। इसका सेवन पेट दर्द या उल्टी का कारण बन सकता है।

पैकेट बंद गाजर का जूस बिल्कुल न पिएं। इसमें मौजूद प्रिजर्वेटिव शरीर को फायदे की जगह नुकसान पहुंचा सकते हैं।गाजर पोलेन एलर्जी को ट्रिगर कर सकता है। इससे छींक आना, नाक बहना, आंखों का लाल होना, नाक बंद होना व आंखों में खुजली आदि की परेशानी हो सकती है।

सन्दर्भ

बाहरी कड़ियाँ

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