संपूर्ण राजतंत्र

पूर्ण राजशाही पूर्ण राजशाही- किसी राज्य की उस शासन-प्रणाली को कहते हैं जिसमें शासक पर किसी संविधान या क़ानून का अंकुश नहीं होता। वह अपनी मनमानी के अनुसार राज करता है। उसका अपने राज्य और उसके नागरिकों पर पूरा अधिकार होता है। आमतौर पर पूर्ण राजशाही में सिंहासन पिता से पुत्र को जाता है हालाँकि कुछ में उत्तराधिकारी का अन्य सिद्धांतो पर चुनाव होना भी इतिहास में देखा गया है। ऐसे राज्यों में नागरिकों की कोई संसद या अन्य सभा यदि अस्तित्व में हो भी तो उसे राजा के निर्णयों को मंज़ूरी देने के सिवा कोई विषेश अधिकार नहीं होता। आधुनिक युग में सउदी अरब और स्वाज़ीलैंड ऐसे देशों के उदाहरण हैं जहाँ पूर्ण राजशाही है।[1][2]

██ संपूर्ण राष्ट्रपति प्रणाली वाले देश ██ अर्ध-अध्यक्षीय प्रणाली वाले देशों ██  संसदीय गणराज्य जहां संसद कार्यकारी अध्यक्ष का चयन करती है ██  नाममात्र राष्ट्राध्यक्ष वाले संसदीय गणराज्य, जहां प्रधानमंत्री प्रमुख कार्यकारी है ██ संवैधानिक राजतंत्र: जहां पारंपरिक शासक एक जन-चयित प्रधानमंत्री के सलाह पर कार्य करता है ██  अर्ध-संवैधानिक राजतंत्र: जहां शासक के अलावा एक अन्य कार्याधिकारी शासन प्रशासन संभालता है, परंतु राजा को भी राजनीतिक अधिकार होते हैं ██ संपूर्ण राजतंत्र ██ एक-दलीय राज्य ██ अस्पष्ट स्थिति: अनंतिम सरकार अथवा पूर्णतः अलग शासन प्रणाली

इन्हें भी देखें

सन्दर्भ

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